एमपी-राजस्थान के चुनाव से पहले कर्नाटक में बड़ी हलचल, शिवकुमार के बयान से मची खलबली
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में राजनीतिक हलचल तेज हो रही है. उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के एक बयान से कांग्रेस आलाकमान के भी पसीने छूट सकते हैं. उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार को गिराने के लिए साजिशें चल रही है. बड़े स्तर की साजिश. उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि वे कामयाब नहीं होंगे. राज्य में माना जा रहा है कि सीएम और डिप्टी सीएम के बीच कुछ मतभेद चल रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दिन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया राज्य सरकार में गृह मंत्री जी परमेश्वरा और अन्य मंत्रियों के साथ डिनर पर थे, जिसको लेकर राज्य में सियासत तेज है. कहा जा रहा है कि सिद्धारमैया ने शिवकुमार को किनारे कर दिया है. दरअसल, राज्य में कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद से मुख्यमंत्री की रेस में शिवकुमार सबसे आगे नजर आ रहे थे लेकिन आलाकमान ने उन्हें किसी तरह कथित रूप से डिप्टी सीएम पद के लिए मना लिया था, और अभी वह इसी पद पर हैं. डीके शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कोई बड़ा चेहरा है जो कांग्रेस विधायकों को तोडऩे की कोशिश कर रहा है. इसके लिए बड़ी साजिश चल रही है. उनका यह बयान तब आया है जब शिवकुमार के समर्थक विधायकों में एक गनिगा रवि ने शुक्रवार रात एक मीटिंग आयोजित की. इस मीटिंग में शिवकुमार के समर्थक नेता-विधायक पहुंचे थे. इस दौरान चर्चा हुई कि ढाई साल बाद शिवकुमार ही सीएम बनेंगे.
अभी यह साफ नहीं है कि सिद्धारमैया ने गृह मंत्री के साथ मीटिंग में क्या बातें की, लेकिन माना जा रहा कि शिवकुमार समर्थकों के इसी बयान के बाद सीएम ने हाई लेवल मीटिंग की. मीटिंग में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि गृह मंत्री परमेश्वरा, पीडब्ल्यूडी मंत्री सतीश जारकीहोली और सामाजिक कल्याण मंत्री एचसी महादेवप्पा शामिल हुए थे. मंत्री सतीश और महादेवप्पा को सीएम का करीबी माना जाता है. राज्य की सत्ता पर चल रही सियासत के बीच माना जा रहा है कि शिवकुमार अकेले पड़ते जा रहे हैं. सीएम सिद्धारमैया के करीबी मंत्री सतीश जारकीहोली कहा जा रहा है कि 20 विधायकों के साथ विदेशी टूर प्लान कर रहे हैं, जिसे उनके शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है.