फिर पलट सकती है बिहार की सियासत!

  • जदयू और बीजेपी बोले-हम एकजुट व हमारा गठबंधन मजबूत है
  • भाजपा हुई चौकन्नी, नड्डा  पहुंचे पटना
  • नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म
  • बिहार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष व दोनों डिप्टी सीएम भी रहे मौजूद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में एकबार फिर सियासत पलट सकती है। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल में ही मुलाकात की थी। यह मुलाकात 8 महीने के बाद हुई थी। इस मुलाकात के बाद लगातार राजनीतिक गलियारों में नीतीश कुमार के अगले कदम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई। इन सबके बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डïा भी पटना पहुंच गए हैं।
हालांकि, भाजपा और जदयू की ओर से बार-बार यह दावा किया जाता है कि हमारा गठबंधन मजबूत है और हम एकजुट होकर सरकार चला रहे हैं। कई विकास योजनाओं की शुरुआत करने के लिए नड्डïा पटना पहुंचे। वहां पहुंचने के साथ ही उन्होंने सबसे पहले नीतीश कुमार के आवास का रुख किया। वहां नीतीश कुमार से मुलाकात हुई। इस दौरान बैठक बिहार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, दोनों उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी तथा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे मौजूद रहे। इस मुलाकात के बाद जिस तरीके की तस्वीर सामने आई है, उसे साफ तौर पर लग रहा है कि अ’छे माहौल में बातचीत हुई है। गठबंधन मजबूती के साथ बिहार में चलता रहेगा। नीतीश कुमार लंबे समय के बाद किसी मंच से लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन के समापन पर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के लिए जनता से अपील की कि वह उनका स्वागत करें। पटना में जन्म लेने वाले नड्डा के कामों की तारीफ करते हुए नीतीश ने भीड़ की ओर आवाज लगाते हुए हाथों से इशारा करते हुए कहा- अरे, खड़े क्यों हो? आगे आकर स्वागत करो नड्डा जी का।

हमसे गलती हुई, दो बार उधर चले गए : नीतीश

सीएम ने कहा कि 2005 से पहले स्वास्थ्य की हालात खराब थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रति माह &9 मरीज आते थे। हमलोग आए तो अस्पताल में मुफ्त दवा की व्यवस्था करवाई गई। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 11 हजार से Óयादा मरीज आते हैं। अब बताइए पहले क्या करते थे वो लोग? हमसे गलती हुई कि हम दो बार उधर चले गए। आप बताइए, कोई काम किया है क्या वह लोग! 1990 से 2005 तक क्या हाल था? हमलोग अब बिहार के सभी अस्पताल में बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने की कोशिश कर रहे हैं। पीएमसीएच के लिए काम करवा रहे हैं। हमलोग (भाजपा-जदयू) जब साथ रहे, तभी काम किए। उन लोगों के साथ दो बार गए थे, गलती हुई।

हम जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं : तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने कहा कि हम जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं। हम कहे थे कि दस लाख नौकरी देंगे लेकिन उपमुख्यमंत्री रहते हुए पांच लाख नौकरी दिलवाए। चाचा कहते रहे कि कहाँ से लाएगा पैसा अपने बाप के यहां से पैसा लायेगा? तो कैसे मिल गई नौकरी? उन्होंने कहा कि लालू जी ने कई लोगों को मंत्री बनाया, कई लोगों को विधायक बनाया।लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए बदनाम करते रहते हैं। इसलिए मैं अब सबको गोलबंद होने की जरुरत है। हमलोग अब एक-दूसरे से कभी नहीं लडेंगे, क्यों कि आज से यादव और कुशवाहा दोनों भाई-भाई हैं।

राजद की याचिका पर एनडीए सरकार को सुप्रीम नोटिस

  • आरक्षण बढ़ाने वाला कानून रद्द करने के हाईकोर्ट के फैसले को दी है चुनौती

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा है। दरअसल, याचिका में पटना हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें बिहार सरकार की ओर से शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक नौकरियों में एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण 50 से बढ़ाकर 65 फीसदी करने के फैसले को खारिज कर दिया था। सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने राजद की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता पी विल्सन की इस दलील पर संज्ञान लिया कि याचिका पर फैसला किए जाने की आवश्यकता है। वहीं, शीर्ष अदालत ने नोटिस जारी किया और लंबित याचिकाओं के साथ इसे भी जोड़ दिया।

पटना हाईकोर्ट के निर्णय पर रोक लगाने से किया था इनकार

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 29 जुलाई को इसी तरह की 10 अन्य याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। हाईकोर्ट ने 20 जून को बिहार सरकार की ओर से शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक नौकरियों में एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण 50 से बढ़ाकर 65 फीसदी करने के फैसले को खारिज कर दिया था।

जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट छापने वाला एकमात्र राÓय बिहार

याचिका में यह भी कहा गया था कि बिहार एकमात्र राज्य  है जिसने यह अभ्यास किया और पूरी आबादी की सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक स्थितियों पर अपनी जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रकाशित की। राज्य ने कहा था कि उसने इस अदालत के बाध्यकारी निर्णयों का अनुपालन किया है और फिर आरक्षण अधिनियमों में संशोधन किया है।
संदीप घोष को सुप्रीम कोर्ट का झटका, खारिज की याचिका

आरजी कर वित्तीय अनियमितता मामले में सुनवाई, कोर्ट ने पक्षकार बनाने से किया इनकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की याचिका खारिज कर दी है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एक महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले की वजह से बीते कई दिनों से चर्चा में बना हुआ है। डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले के बीच ही मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगे। इन आरोपों के केंद्र में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष थे। हाईकोर्ट ने वित्तीय अनियमितता मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। हाईकोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता के मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट के इस आदेश को संदीप घोष ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।

विनेश और बजरंग ने थामा कांग्रेस का हाथ

  • आप नेता राजेंद्र पाल गौतम भी शामिल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने आम आदमी को बड़ा झटका दे दिया है। कांग्रेस मुख्यालय में दिल्ली विधायक राजेंद्र पाल गौतम कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। वहीं खबर है कि दोपहर में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। दोनों पहलवानों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। इससे पहले विनेश ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया। उधर राजेंद्र पाल गौतम पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के दिल्लीं प्रमुख देवेंद्र यादव और पार्टी नेता पवन खेड़ा की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुए। सीमापुरी से विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने आम आदमी पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सामाजिक न्याय व सभी क्षेत्रों में बहुजन समाज की हिस्सेदारी तथा भागेदारी के संघर्ष को गतिमान करने के लिए मैं आम आदमी पार्टी के सभी पदों व सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं ! जय भीम ! सामाजिक न्याय व सभी क्षेत्रों में बहुजन समाज की हिस्सेदारी तथा भागेदारी के संघर्ष को गतिमान करने के लिए मैं आम आदमी पार्टी के सभी पदों व सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ ! जय भीम।

कांग्रेस-आप गठबंधन पर लग सकती है मुहर

इस बैठक में ही तय होगा कि गठबंधन होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी और कौन सी सीटों पर यह समझौता होगा। राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के बाद ही सूची जारी होगी। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि अभी सूची आने में एक से दो दिन लग सकते हैं। कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में गठबंधन की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहती है। इसके चलते गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ सीट आवंटन को लेकर फार्मूले पर शुक्रवार को अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button