गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म कर रही भाजपा: अखिलेश

  • पश्चिमी यूपी को साधने की तैयारी में सपा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मेरठ। मुस्लिम वोटों को मुगल पहचान के साथ खड़े आगरा में मुगल म्यूजियम का नाम बदलने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर प्रश्न खड़ा किया। कहा कि सपा सरकार ने गंगा-जमुना तहजीब के लिए यह प्रयास किया था। वह मुगल पहचानों के साथ खड़े होकर आवाज उठा रहे हैं। साफ है कि मुस्लिम वोटों पर सपा पकड़ कमजोर नहीं होने देगी। लोकसभा चुनाव-2024 को नजर में रखकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पश्चिम यूपी में वन-टू-वन मुलाकातों का दौैर शुरू करेंगे।
इसी को लेकर वह लंबे अंतराल के बाद पश्चिम यूपी पहुंचे,अखिलेश जहां सपा के बड़े नेता फारुख हसन पदयात्री के घर शादी में पहुंचे, वहीं बिजली का करंट लगने से छह लोगों को गंवाने वाले सैनी परिवार व कार दुर्घटना में पांच सदस्यों को खोने वाले यादव परिवार से मुलाकात कर भावनात्मक संबंध दर्शाया। यही नहीं गुर्जर समाज के बलिदानी सैनिक के स्वजनों से भी भेंट की थी। अखिलेश ने इस दौरे में जातीय त्रिभुज के बीच से चुनावी सर्किट खींचते हुए मुस्लिम एवं ओबीसी वोटों पर विशेष होमवर्क करने का संदेश दिया। एनडीए पर तंज से साफ करने की भी कोशिश हुई कि पीडीए यानी पिछड़ा, दलित एवं अल्पसंख्यक का त्रिभुज उन्हें चुनावी वैतरणी से पार लगाएगा। वहीं, शोकाकुल परिवारों को व्यक्तिगत सहायता और निजी मोबाइल नंबर देकर व्यक्तिगत लगाव का संदेश दिया। निजी नंबर देना एक अलग तरह का अपनापन है, जिसे मुख्यमंत्री रह चुके नेता शायदक भी दिखाते हों।

वन-टू-वन मुलाकात से लोगों से जुड़ने की कोशिश

इंटरनेट मीडिया पर बयानबाजी और एसी के कमरे में कैद रहने के शब्दबाणों से घिरे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ी कूटनीति से आक्षेप लगाने वालों को करारा जवाब दिया। अलग-अलग स्थानों पर विपक्षी दलों की बैठक में उसकी एकता को भाप कर नए बने गठबंधन इंडिया में शामिल हो गए। फिर ऐसी व्यक्तिगत मुलाकातों के लिए निकल पड़े हैं, जो भावनात्मक रूप से राजनीतिक समझदारी मानी जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सहजता और वंचितों से साष्टांग मिलने वाली प्रवृत्ति देख राहुल गांधी ने उसे अपनाने की कोशिश की है। राहुल कहीं भी सामान्य लोगों के बीच अचानक दिखाई दे जाते हैं। अब उसी तरह से उप्र में अखिलेश ने भी भावनात्मक भेंट में एंट्री कर ली है।

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