समाज में नफरत का एजेंडा चला रही भाजपा: अखिलेश

विपक्षी दलों के नेताओं का किया जा रहा उत्पीडऩ

सामाजिक सद्भाव के ताने-बाने को कर रही है नष्ट, लोकतंत्र को पहुंचाई जा रही गंभीर क्षति

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस नफरत फैलाने के जिस एजेंडे का प्रसार कर रहा है उससे लोकतंत्र, एकता तथा सद्भाव को गंभीर क्षति पहुंच रही है। गरीब और कमजोर जनता तथा विपक्षी दलों के नेताओं कार्यकर्ताओं पर भाजपा सरकार का उत्पीडऩ बढ़ता जा रहा है। इस सबके पीछे उसका इरादा असल और बुनियादी मुद्दों से भटकाना और असहमति की आवाज को दबाना है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस लोगों को धर्म के आधार पर भड़काते हैं। बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के साथ खेलते है। बड़ी मुश्किल से भारत एक लोकतांत्रिक और पंथनिरपेक्ष, समाजवादी देश बन पाया है। संविधान में सबको एक समान नागरिक अधिकार दिए गए हैं लेकिन भाजपा इस सामाजिक तानाबाना को तोडऩे में लगी है। हिन्दू-मुस्लिम की गंगा-जमुनी तहजीब को भाजपा खंडित करने का प्रयास कर रही है। अपनी एकाधिकारी सत्ता के लिए लालायित भाजपा सरकार छलबल और सत्ता की ताकत से विपक्ष की विरोध और असहमति की आवाजों को दबाना चाहती है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया पर भी दबाव बनाया जा रहा है। भाजपाई आईटी सेल अफवाहें फैलाकर नफरत की चिंगारी को हवा देने का काम करती है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या के बीकापुर में पत्रकार पर लाठी डंडों से हमलाकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। मिर्जापुर में मिड-डे-मील का सच दिखाने पर जेल में डाल दिया गया। लखीमपुर खीरी के बहुचर्चित कांड में भी एक पत्रकार की मौत हुई थी। बलिया में पत्रकार की हाईस्कूल इन्टरबोर्ड की परीक्षा का एक प्रश्नपत्र लीक होने की खबर देने पर गिरफ्तारी की गई। भाजपा का यही चरित्र है कि वह अपने विरोधी को फूटी आंखों नहीं देखना चाहती है। भाजपा नेतृत्व में न तो लोकतंत्र की मान्यताओं के प्रति कोई सम्मान भाव है और नहीं उनमें संविधान के प्रति आस्था है। भाजपा आरएसएस का ही एजेंडा चलाना अपना धर्म समझती है। जनता देर तक चुप नहीं रहेगी।

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