अकाली दल को खत्म करने की साजिश कर रही बीजेपी : दलजीत
- लोकसभा चुनाव में हार के बाद सुखबीर के खिलाफ तेज होने लगी आवाज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल में सब कुछ ठीक नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि भाजपा की शह पर पार्टी को खत्म करने का काम किया जा रहा हैं, लेकिन पार्टी विरोधी लोगों को इसमें सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में खराब के प्रदर्शन के बाद भी शिअद अपने स्टैंड पर कायम है कि उसने भाजपा के साथ गठबंधन न करके सही किया है। आगे भी पार्टी उनके साथ गठबंधन में नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा व आप दोनों ही शिअद को खत्म करने के लिए काम कर रही हैं।
साथ ही पार्टी में भी कुछ लोग भाजपा की हिमायत कर रहे हैं, क्योंकि शिअद ने पंथक व पंजाब के मुद्दों के साथ समझौता नहीं करने का फैसला लिया था। सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में जब चंडीगढ़ में जिला प्रधानों व हलका प्रभारियों की बैठक चल रही थी, तब कई वरिष्ठ नेता जालंधर में जुटे थे। इन सीनियर नेताओं ने जालंधर में एक बैठक आयोजित कर पार्टी प्रधान सुखबीर बादल को बदलने की मांग कर दी। जालंधर में वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि सभी वरिष्ठ नेता एक जुलाई को अकाल तख्त पर मत्था टेकने के बाद वहीं से शिरोमणि अकाली दल बचाओ लहर की शुरुआत करेंगे। इस बैठक में चंदूमाजरा के साथ सिकंदर सिंह मलूका, सुरजीत सिंह, रखड़ा, बीबी जागीर कौर व अन्य नेता मौजूद थे। इस मीटिंग को बगावत के तौर पर देखा जा रहा है।
पार्टी के हितों से ऊपर कुछ नहीं : सुखबीर
प्रधान बादल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उनके लिए पार्टी के हितों से ऊपर कुछ भी नहीं है। लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ समझौते का भ्रम केवल उन लोगों के बीच था, जो खालसा पंथ के हितों और सिद्धांतों की कीमत पर भी भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले ही कोर कमेटी को साफ कर दिया था कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते मैं संप्रदाय, किसानों, गरीबों और वंचित लोगों के हितों के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता।