देश की माृतशक्ति के साथ है भाजपा, रेवन्ना मामले में अमित शाह ने साफ किया पार्टी का रुख

नई दिल्ली। तीसरे चरण के मतदान से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम की राजधानी गुवाहटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात करते हुए कांग्रेस को घेरा। अमित शाह ने मीडिया को बताया कि लोकसभा चुनाव के दो चरणों के बाद उनकी पार्टी के आंतरिक मूल्यांकन के अनुसार भाजपा और साथी पार्टी मिलकर 100 सीटों से अधिक जीत चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि जनता के आशीर्वाद से उनकी पार्टी 400 के लक्ष्य को पार कर लेगी। इसी के साथ जेडीएस नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना मामले में भी उन्होंने पार्टी के रुख को स्पष्ट किया और बताया कि भाजपा देश की मातृशक्ति के साथ है।
जेडीएस नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना से जुड़े मामले में अमित शाह ने कर्नाटक सरकार (कांग्रेस) को घेरा। उन्होंने कहा, “इस मामले में भाजपा का रुख स्पष्ट है। हमारी पार्टी देश की मातृशक्ति के साथ है। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां किसकी सरकार है? वहां कांग्रेस की सरकार है। उन्होंने इस मामले में अबतक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? राज्य सरकार को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए थी। हम इस मामले में कार्रवाई के समर्थन में हैं और हमारी साथी पार्टी जेडीएस भी इसका समर्थन करती है। आज उनकी कोर कमेटी की बैठक है, जिसमें उचित कदम उठाए जाएंगे।
अपने फेक वीडियो मामले में भी अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी है। इसके लिए भी उन्होंने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। अमित शाह ने कहा, उनकी (कांग्रेस) हताशा इस स्तर पर पहुंच गई है कि उन्होंने मेरे और अन्य भाजपा नेताओं के फर्जी वीडियो फैलाए। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने भी इस फर्जी वीडियो को फैलाने का काम किया। आज कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता पर आपराधिक मामला चल रहा है। जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है, तब से वह राजनीति के स्तर को नए निचले स्तर पर ले जाने का काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि जनता का समर्थन पाने के लिए किसी का फर्जी वीडियो नहीं फैलाना चाहिए।
विपक्ष पर झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने आगे कहा, कांग्रेस हमेशा से ही झूठी खबर फैला रही है कि 400 का आंकड़ा पार करने के बाद भाजपा देश से आरक्षण को खत्म करने वाली है। ये बातें बेबुनियाद और तथ्यहीन हैं। मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण का समर्थन करती है।

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