भाजपा विधायक ने बिना अनुमति निकाली कलश यात्रा, पुलिस ने रोका तो कहा यूपी में हो रहा है अन्याय

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हो गई. बिना पुलिस की अनुमति के उन्होंने कलश यात्रा निकाली. पुलिस ने उनकी इस कलश यात्रा को रोकने की कोशिश की तो दोनों के बीच विवाद हो गया. विवाद जब धक्का-मुक्की तक पहुंच गया और बीजेपी लोनी विधायक नंदकिशोर के कपड़े फट गए.
दरअसल, लोनी बॉर्डर के पास विधायक नंदकिशोर की ओर से राम कथा का आयोजन किया गया. उन्होंने राम कथा पहले उन्होंने कलश यात्रा निकाली और जब पुलिस मौके पर रोकने के लिए गई तो वहां पर ये विवाद हो गया. विधायक नंद किशोर ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने शराब के नशे में धुत होकर मुझपर पिस्टल लगा दी.
उन्होंने कहा कि एसीपी और इंस्पेक्टर ने उस समय शराब न पी हो तो मैं रिजाइन दे दूंगा. उन्होंने कथा मंच से कहा कि मुझे मोदी जी से उम्मीद है, जिन्होंने भगवान श्री राम का मंदिर बनाया. उत्तर प्रदेश में बहुत अन्याय बढ़ चुका है, कलश यात्रा के दौरान महिलाओं के साथ जो हुआ उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं पुलिस के मुताबिक, 19 मार्च की रात में सूचना मिली कि हितेश गुर्जर का 20 मार्च को गैर परम्परागत जुलुस निकाले जाने का कार्यक्रम है. इस सूचना पर थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर रात में ही हितेश गुर्जर के मोबाइल पर दो बार और उनके एक समर्थक के मोबाइल पर तीन बार फोन मिलाकर बातचीत करने की कोशिश की. फोन रिसीव नहीं होने के कारण बातचीत नहीं हो पाई.
20 मार्च को सुबह-सुबह उनकी बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने नन्द किशोर गुर्जर से कहा कि गैर परम्परागत जूलूस जिसके सम्बन्ध में न तो अनुमति ली गई है और न ही इसके लिए को आवेदन किया गया है. इसलिए इस यात्रा को निकालने से मना कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद उन लोगों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करके इस यात्रा को निकाला. अब इस मामले पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
इस कलश यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल थे. महिलाएं और पुरुषों ने इस कलश यात्रा में भाग लिया. रामकथा से पहले आयोजित इस कलश यात्रा का नेतृत्व बीजेपी विधायक की ओर से किया जा रहा था. नंदकिशोर ने सिर पर रामचरित मानस को रखकर ये कलश यात्रा निकाली.