राहुल के महाराष्ट्र पहुंचते घबराई BJP, घोषित किए उम्मीदवार
मुंबई। पूरे देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। ऐसे में लोकसभा सीटों के माध्यम से देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य महाराष्ट्र में भी सियासत गरमाई हुई है। प्रदेश में सियासी हलचल आए दिन बढ़ रही है। अब एक बार फिर महाराष्ट्र में राजनीति चरम पर है। इसकी वजह है एक ओर लोकसभा चुनावों के लिए जारी हुई सत्ताधारी दल भाजपा की दूसरी सूची। जिसमें महाराष्ट्र की 48 में से 20 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी आजकल महाराष्ट्र में ही बनी हुई है। ऐसे में प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। और लोकसभा चुनावों का पूरा माहौल तैयार है।
चुनावों में अब ज्यादा वक्त बाकी नहीं रह गया है। यही वजह है कि राजनीतिक दल अब अपने-अपने उम्मीदवारों का भी ऐलान करने लगे हैं। इसी क्रम में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। इस सूची में बीजेपी ने कुल 72 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। जिसमें कई बड़े चेहरे व केंद्रीय मंत्रियों के भी नाम शामिल हैं। अपनी इस सूची में भाजपा ने महाराष्ट्र से भी 20 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
यानी प्रदेश की 48 लोकसभा सीटों में से 20 पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार अब उतार दिए हैं। अब प्रदेश की सिर्फ 28 सीटें बची हैं। लेकिन इनमें से कुछ सीटें अपने सहयोगी दलों शिवसेना शिंदे गुट और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के लिए भी छोड़नी हैं। यानी भाजपा ने अपने अधिकतर उम्मीदवार प्रदेश में घोषित कर दिए हैं। कुछ सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा बाद में करेगी। इस लिस्ट में भाजपा ने कई बड़े चेहरों को मैदान में उतारा है। या यूं कहें कि महाराष्ट्र में बीजेपी ज्यादा प्रयोग करने से बचती नजर आई है। और उसने सेफ गेम खेला है।
प्रदेश के 20 उम्मीदवारों वाली इस सूची में भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और पूर्व राज्य मंत्री पंकजा मुंडे जैसे नामों का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 20 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करते हुए बीजेपी ने एक बार फिर से नितिन गडकरी को नागपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी ने राज्य में सेफ गेम खेला है। हालांकि, इससे पहले ये चर्चाएं चल रही थीं कि मोदी-शाह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का टिकट काट सकती है। दरअसल, बीजेपी की पहली लिस्ट में गडकरी का नाम नहीं था, जिसके बाद शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन्हें विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का खुला प्रस्ताव दिया था।
लेकिन बीजेपी ने गडकरी के नाम का ऐलान दूसरी लिस्ट में कर दिया है। जाहिर है कि चर्चाएं इसलिए थीं क्योंकि गडकरी अक्सर पीएम मोदी पर इशारों-इशारों में तंज कसते रहते हैं। और सरकार की नाकामियों पर भी खुलकर अपनी राय रखते हैं। लेकिन गडकरी का टिकट काटना या उन्हें साइडलाइन करना साहेब या शाह के लिए इतना आसान नहीं होता। क्योंकि गडकरी पार्टी का बड़ा फेस हैं और वो संघ के भी काफी ज्यादा करीबी हैं। ऐसे में गडकरी का टिकट काटना संभव नहीं था। वही हुआ भी। अब जब महाराष्ट्र से सूची सामने आई तो उसमें नितिन गडकरी को नागपुर से ही फिर से उम्मीदवार बनाया गया है।
सबसे खास बात कि भाजपा ने इस बार वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को भी चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि पीयूष गोयल वो नाम हैं जो चुनावी राजनीति से अक्सर दूर ही रहते हैं। वो राज्यसभा के जरिए संसद में पहुंचते हैं। लेकिन इस बार 400 पार का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा ने पीयूष गोयल को भी चुनावी मैदान में उतार दिया है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पार्टी ने मुंबई उत्तर से अपना उम्मीदवार बनाया है।
वहीं पंकजा मुंडे को बीड से मैदान में उतारा गया है। बीजेपी ने इन दोनों समेत कुल 8 नए चेहरों को लिस्ट में शामिल किया है। बता दें कि पंकजा को उनकी छोटी बहन और मौजूदा सांसद प्रीतम मुंडे की जगह टिकट दिया गया है। पार्टी ने 2019 में जीती हुई सीटों में से अभी तीन और सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया है। हालांकि, नॉर्थ सेंट्रल से अभी तक पूनम महाजन का नाम तय नहीं है। वहीं भंडारा गोंदिया और सोलापुर सीटों की घोषणा होना भी आभी तक बाकी है।
बीजेपी की इस लिस्ट में एक और नया चेहरा है राज्य के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (चंद्रपुर) का। इसके अलावा महाराष्ट्र से सभी केंद्रीय मंत्रियों को दोबारा टिकट दिया गया है। पार्टी ने जलगांव से लोकसभा सदस्य उन्मेश पाटिल की जगह स्थानीय नेता स्मिता वाघ को मैदान में उतारा है। इस लिस्ट में अनुप धोत्रे ने अपने पिता और मौजूदा अकोला सांसद संजय धोत्रे की जगह ली है। वहीं पुणे से पार्टी ने पूर्व मेयर मुरलीधर मोहोल को मैदान में उतारा है। यह सीट मौजूदा बीजेपी सांसद गिरीश बापट के निधन के बाद से खाली है। विधायक मिहिर कोटेचा को वर्तमान सांसद मनोज कोटक की जगह मुंबई उत्तर-पूर्व से मैदान में उतारा गया है। जाहिर है कि भाजपा ने महाराष्ट्र में कोई नया प्रयोग नहीं किया है। और एक सुरक्षित गेम खेला है।
वहीं अगर 2019 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो 2019 में बीजेपी ने प्रदेश की 48 सीटों में से 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 23 पर जीत भी दर्ज की थी। पार्टी ने 2019 में जिस बारामती सीट पर चुनाव लड़ा था। इस बार वह पहले ही गठबंधन के तहत अजित पवार की एनसीपी को दे दी है। यहां अजित पवार अपनी पत्नी सुनेत्रा के नाम की घोषणा कर चुके हैं। यानी इस बार बारामती में ननद और भाभी के बीच मुकाबला होगा। क्योंकि शरद पवार भी बारामती से बेटी सुप्रिया सुले के चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। सुप्रिया सुले यहां से दो बार से लोकसभा सांसद हैं। और इस सीट को शरद पवार की पक्की सीट माना जाता है।
ऐसे में अब जब एनसीपी ही दो गुटों में बंट गई है तो मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है। इसके अलावा पिछली बार बीजेपी ने जिन 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 20 सीटों की घोषणा हो चुकी है। बीजेपी ने 23 सीटें जीती थीं, जिनमें से 3 सीटों की घोषणा अभी नहीं हुई है। इसी के साथ महायुति में बीजेपी ने 20 और एनसीपी ने 1 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। 48 सीटों में से 27 सीटों की घोषणा होनी बाकी है। फिलहाल शिंदे की शिवसेना, अजित की एनसीपी और बीजेपी के बीच सीट बंटवारे पर सूत्रों का कहना है कि अब बात लगभग फाइनल हो गई है। इन 27 सीटों में से शिंदे कम से कम 13 की मांग कर रहे हैं। वहीं बीजेपी कम से कम 8 की मांग कर रही है।
एक ओर जहां भाजपा की इस सूची के बाद से प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के महाराष्ट्र में ही होने से भी प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ है। इस दौरान महाराष्ट्र की राजनीति से एक दिलचस्प तस्वीर सामने आई। जिसमें एमवीए के कई बड़े नेता एक ही मंच पर नजर आ रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, एनसीपी शरदचंद्र पवार के अध्यक्ष शरद पवार, उद्धव गुट के सांसद संजय राउत और अन्य एमवीए नेता महाराष्ट्र के नासिक में कृषि उत्पादन बाजार समिति में किसानों की बैठक में शामिल हुए। बता दें कि महाराष्ट्र में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की एंट्री हो चुकी है। 17 मार्च को मुंबई में इस यात्रा का समापन होगा।
कहा जा रहा है कि इस यात्रा के समापन के मौके पर शिवाजी पार्क में एक बड़ी जनसभा होगी। इसमें एमवीए के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की संभावना है। इसमें शामिल होने के लिए उद्धव ठाकरे और शरद पवार को न्योता भेजा गया है। लोकसभा चुनाव से पहले एमवीए के कई नेता शिवाजी पार्क से अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, अभी महाराष्ट्र में एमवीए के अंदर सीट शेयरिंग पर मामला फंसा हुआ है। कहा जा रहा है कि ज्यादातर सीटों पर सहमती बन गई है, लेकिन कई ऐसी सीटें हैं जिसपर मामला अभी फंसा हुआ है., शरद पवार ने फिलहाल बारामती सीट से अपनी बेटी सुप्रिया सुले को चुनावी मैदान में खड़ा किया है। अब बाकी की सीटों पर कौन लड़ेगा इसपर फैसला होना अभी बाकी है।
वहीं राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान लगातार भाजपा व पीएम मोदी पर हमला बोल रहे हैं। राहुल गांधी लगातार जाति जनगणना का मुद्दा लेकर चल रहे हैं और कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी सत्ता में आने पर जाति जनगणना कराने की बात कह रहे हैं। वहीं सीएए लागू होने के बाद पूरा विपक्ष भाजपा पर संविधान बदलने और उससे छेड़छाड़ करने का आरोप भी लगा रहा है। आज भी महाराष्ट्र में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि मोदी छोड़ो, दुनिया में ऐसी कोई ताक़त नहीं है जो भारतीय संविधान को ख़त्म कर दे। जाहिर है कि राहुल गांधी लगातार भाजपा व मोदी को घेर रहे हैं। फिलहाल अब 17 मार्च तो यात्रा के समापन के बाद संभव है कि एमवीए महाराष्ट्र में उम्मीदवारों की घोषणा कर दे।] फिलहाल लोकसभा चुनावों के करीब आते ही महाराष्ट्र का सियासी पारा आए दिन बढ़ता जा रहा है और राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता जा रहा है।