‘डिप्रेशन में आ गए हैं बीजेपी के लोग’
तेजस्वी यादव बोले- फ्लॉप हो चुकी है 400 की फिल्म
- पूर्व सीएम मांझी पर भी हुए हमलावर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया कि भाजपा के लोग अवसाद में हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटों के लक्ष्य वाले भाजपा के नारे का संदर्भ देते हुए टिप्पणी की कि फिल्म भी फ्लॉप हो गई है। तेजस्वी यादव ने कहा, 400 की फिल्म फ्लॉप हो चुकी है। बीजेपी के लोग डिप्रेशन में हैं। पूरे देश ने अपना मूड बना लिया है कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। भले ही वह (पीएम मोदी) आएं और जाएं। इसका बिहार में कोई प्रभाव नहीं है। वह आ सकते हैं, धोखा दे सकते हैं, जहरीली बयानबाजी कर सकते हैं और फिर अगले पांच साल के लिए गायब हो सकते हैं।
राजद नेता ने बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी पर भी उनके उस बयान पर तीखा हमला बोला, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी, तो वह देश को पाकिस्तान के रूप में विभाजित करने का काम करेगी। तेजस्वी ने हमला बोलते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि वह कितनी जल्दी आरएसएस की भाषा बोलने लगे हैं। तेजस्वी ने कहा, वो भी उसी के रंग में हो गए। मेरी उनके लिए शुभकामनाएं हैं, लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि वह कितनी जल्दी आरएसएस के रंग में रंग गए। वहीं, तेजस्वी यादव ने मोदी की ‘मंगलसूत्र’ वाली टिप्पणी को लेकर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि बढ़ती कीमतों के कारण ज्यादातर महिलाएं सोना खरीदने में सक्षम नहीं हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को नोटबंदी के बाद हुई कठिनाइयों और पुलवामा आतंकी हमले और सीमाओं पर चीनी सैनिकों के साथ झड़पों, कोरोना महामारी के दौरान हुई मौतों की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को हमें बताना चाहिए कि कोरोना के प्रकोप के दौरान नोटबंदी के बाद, पुलवामा आतंकी हमलों और सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ झड़पों में इतनी सारी महिलाओं से मंगलसूत्र छिन जाने के लिए कौन जिम्मेदार है।
जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही भाजपा : सिंघवी
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि इस लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री के बयानों की पिछले 75 वर्षों में कोई तुलना नहीं है लेकिन ये सभी प्रयास निश्चित रूप से विफल होंगे जो भाजपा की हताशा को दर्शाते हैं। सिंघवी ने प्रधानमंत्री के बयान के खिलाफ कांग्रेस की शिकायत पर भाजपा अध्यक्ष को नोटिस भेजने पर निर्वाचन आयोग की भी आलोचना की। कांग्रेस नेता ने सवाल किया, यह एक व्यक्ति के खिलाफ शिकायत है। किसी अन्य व्यक्ति को नोटिस देने का क्या मतलब है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा में नेताओं को लुभाने के लिए ‘विटामिन एम’ (धन का स्पष्ट संदर्भ) का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने सूरत लोकसभा चुनाव (जहां भाजपा उम्मीदवार ने निर्विरोध जीत दर्ज की), चंडीगढ़ महापौर चुनाव और हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में हुई घटनाओं का हवाला दिया। यह पूछे जाने पर कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर यह झूठ फैलाने का आरोप लगाया है कि भाजपा अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण को समाप्त कर देगी, सिंघवी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कम से कम भाजपा में कोई जवाबदेही, विषयांतर और मिथ्या प्रचार की बात कर रहा है, काश उसी व्यक्ति ने कुछ हफ्ते पहले बांसवाड़ा और प्रधानमंत्री की अन्य चुनावी रैलियों में इन शब्दों के बारे में बात की होती। सिंघवी ने कहा, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भाजपा के लगभग एक-चौथाई उम्मीदवार अन्य दलों से हैं। भाजपा द्वारा घोषित 417 उम्मीदवारों में से 116 दलबदलू हैं। निस्संदेह उनमें से ज्यादातर कांग्रेस से हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है और उनके द्वारा दर्ज 99.5 प्रतिशत राजनीतिक मामले विपक्षी दलों के सदस्यों के खिलाफ हैं। कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा, भाजपा के पास वॉशिंग मशीन है। अगर कोई आरोपी उस पार्टी में शामिल होता है तो उसे क्लीन चिट मिल जाती है।