राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लडऩे के ऐलान से बीजेपी बेचैन

  • आज दोपहर में करेंगे नामांकन, कांग्रेस में खुशी की लहर
  • भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह को देंगे कड़ी चुनौती
  • भाजपा बोली- अमेठी के बाद अब वायनाड व रायबरेली भी छोड़ेंगे
  • अब मां की विरासत संभालेंगे राहुल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आखिर राहुल गांधी ने रायबरेली से चुनाव लडऩे का फैसला कर लिया है। शुक्रवार की सुबह जैसे ही यह खबर आई रायबरेली समेत पूरे देश में कांग्रेस के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोक सभा चुनाव लडऩे के फैसले के साथ ही राहुल व उनकी टीम रायबरेली के लिए रवाना हो गए है। वह आज दोपहर में नामांकन भी करेंगे। उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मां सोनिया गांधी व बहन प्रियंका गांधी के आने की संभावना है। उधर राहुल गांधी के रायबरेली से लडऩे के ऐलान के साथ ही बीजेपी व राजग के सहयोगी बेचैन हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है यहां से राहुल के चुनाव लडऩे इस इलाके के कई लोकसभा सीटों पर अच्छा खासा असर पड़ेगा और इंडिया गठबंधन को लाभ मिलेगा। राहुल गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव लडऩे पर पार्टी नेता दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी के लोगों और गांधी परिवार के बीच संबंध मजबूत हैं और हमेशा ऐसे ही रहेंगे। वहीं बीजेपी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी का चुनाव नहीं लडऩा बीजेपी की विजय है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, अमेठी से राहुल गांधी का चुनाव नहीं लडऩा कांग्रेस और सपा इंडी गठबंधन की नैतिक पराजय और बीजेपी की विजय है । रायबरेली में राहुल गांधी का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से होगा। बता दें कि पहले इस सीट पर राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी उम्मीदवार थीं। लेकिन वह अब राजस्थान से राज्यसभा सदस्य चुन ली गई हैं। इस वजह से वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।

इस बार उन्हें रायबरेली से भी भागना पड़ेगा : बीजेपी

बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, कि इससे यह जाहिर होता है कि राहुल गांधी ने वायनाड से अपनी हार स्वीकार कर ली है। वह पहले अमेठी से भागे, अब वायनाड से और इस बार उन्हें रायबरेली से भी भागना पड़ेगा। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी वायनाड से चुनाव हार रहे हैं, इसलिए वह अब रायबरेली से चुनाव लडऩे जा रहे हैं, पहले राहुल गांधी ने अमेठी से हार मानी, अमेठी को छोड़ कर भागे, अब वायनाड को छोड़ कर भागे और इस बार उन्हें रायबरेली से भी भागना पड़ेगा। वह देश संभालने की बात करते हैं, लेकिन ना वह अमेठी संभाल पाएं, ना वायनाड संभाल पाएं। इस बार रायबरेली के लोग उन्हें सबक सिखाएंगे और राहुल गांधी को बड़े अंतर से हराएंगे। मनजिंदर सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस की हालत ऐसी हो गई है कि गांधी परिवार की सीट मानी जाने वाली अमेठी से वहां का कोई भी नेता चुनाव लडऩे को तैयार नहीं है। पंजाब से केएल शर्मा को चुनाव लडऩे के लिए अमेठी लाया गया है।

डरो मत..अमेठी में लड़ो मत : रालोद

एनडीए के सहयोगी और राष्ट्रीय लोकदल के नेता रोहित अग्रवाल ने राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव नहीं लडऩे के फैसले पर तंज कसा और राहुल गांधी के ही नारे को दोहराते हुए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, डरो मत..अमेठी में लड़ो मत..। राहुल गांधी अक्सर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी के सामने डटकर मुकाबला करने को कहते हैं और इसके लिए कई बार डरो मत का नारा बुलंद करते दिखते हैं।

अमेठी से किशोरी लाल होंगे कांग्रेस उम्मीदवार

अमेठी लोकसभा सीट से गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी शुक्रवार सुबह 10:30 बजे विशेष विमान से फुरसतगंज एयरपोर्ट पहुंचेंगे और दोपहर 12:15 बजे अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इसके बाद वह पुणे के लिए रवाना होंगे। राहुल गांधी के रायबरेली सीट से मैदान में उतरने से अमेठी में एक दिलचस्प मुकाबला टल गया है। इस सीट से केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद स्मृति ईरानी दूसरी बार मैदान में हैं।

राहुल गांधी को जीत की अग्रिम शुभकामनाएं : अजय राय

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने कहा, कि हम लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग थी और हम चाहते थे कि हम सबके नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ें। पार्टी के कार्यकर्ताओं को और अमेठी-रायबरेली के गांव को वे (राहुल गांधी) जानते हैं। रायबरेली एक परंपरागत सीट है जहां हमेशा विकास का कार्य हुआ है, अमेठी में भी वही हाल है, मैं राहुल गांधी को जीत की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। इसका जबरदस्त असर आने वाले पांचों चरणों के चुनाव पर पडऩे वाला है।

कांग्रेस ने पुष्टि कर दी है कि उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया : शहजाद

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, राहुल जी, आपने कहा था डरो मत और अब कह रहे हैं अमेठी से लाडो मत, कांग्रेस ने पुष्टि कर दी है कि उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है और भाग गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रायबरेली लोकसभा सीट से उम्मीदवारी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है, गांधी परिवार कभी भी उस सीट पर वापस नहीं जाता जहां से वह हारता है। राहुल गांधी अमेठी हार गए और उन्होंने इसे छोड़ दिया। इस बार अगर वह रायबरेली भी हारे तो वह भी छोड़ देंगे। जैसे बहादुर शाह जफर मुगल सल्तनत के आखिरी बादशाह थे, गांधी परिवार के लिए भी वैसा ही है।

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