महाराष्ट्र की हार से बौखलाई भाजपा, पहले चुनाव टाले अब खेला होगा!

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है..... इसी बीच बारामती में उपमुख्यमंत्री अजित पवार के भावी मुख्यमंत्री वाले पोस्टर लगाए गए हैं... जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है... देखिए खास रिपोर्ट...  

4पीएम न्यूज नेटवर्कः महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं…. जिसको लेकर सभी पार्टियां विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है… और सभी पार्टियां अपने- अपने जीत का दावा कर रही है…. महायुति में सीट बंटवारे से लेकर सीएम चेहरे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है… विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र महायुति में सीएम को लेकर पोस्टर वार शुरू हो गया है… जिसने बीजेपी की परेशानी बढ़ा दी है… आपको बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर दिल्ली हाई कमान ने आदेश जारी किया है कि कोई भी नेता पार्टी विरोधी टिप्पणी करने से बचे… इसी बीच शुरू हुए पोस्टर वार ने महायुति में राजनीतिक हलचल और तेज कर दी है… इस लिहाज से महाराष्ट्र का चुनाव जीतना बीजेपी के लिए पहले से आसान नहीं था… वही पोस्टर वार से और कठिन होता दिखाई दे रहा है… मोदी की राजनीति के खिलाफ पहले से ही देश की जनता थी… मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान सिर्फ फोटो खिंचवाने का काम किया है…. और हर जगह हर गली हर मोड़ पर मोदी के पोस्टर आज भी देखने को मिल रहा है… मोदी अपनी योजनाओं का झूठा प्रचार करने में माहिर हैं… लेकिन जितनी भी योजनाएं जनता के लिए बनाई गई है… उनका लाभ जनता को मिल भी नहीं मिल पा रहा है… और मोदी अपनी फोटो लगाकर अपनी लोकप्रियता बढ़ाने में लगे हुए हैं….

वहीं विपक्ष की एकजुटता ने मोदी की लोकप्रियता को खत्म कर दिया… और जनता ने मोदी को पूरी तरह से नकार दिया… जिससे लोकसभा चुनाव में तीन सौ तीन से दो सौ चालीस पर लाकर खड़ा कर दिया है… जिसके बाद से मोदी के बयान में कुछ कमी आई है… और सोशल मीडिया पर छाए रहने वाले मोदी अब पहले कितना छाए नहीं रह रहें है… जो लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी हार का नतीजा है… वहीं महाराष्ट विधानसभा चुनाव से पहले उठी वगावत की चिंगारी महायुकि के लिए हार का बड़ा संकेत है…. क्योंकि हाल ही में नीतीश राणे ने मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया था… और हिंदुओं से अपील करते हुए कहा था कि आप लोग कोई भी सामान मुसलमानों की दुकान से न खरींदे… जिसका बड़ा असर मुसलामानों पर पड़ा है… और मुसलमान वोटर मोदी और बीजेपी से दूर हो गए है…. जिससे सियासत जोरों पर है… और बीजेपी की बड़ी हार तय है… इस बीच बीजेपी की मुसीबत और बढ़ चुकी है… और महाराष्ट्र में इस साल नवंबर-दिसंबर के बीच में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं…. इन चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल अभी से कमर कस चुकी हैं…. इसी बीच महायुति में सीएम पद की दावेदारी को लेकर खींचतान चल रही है…. बता दें कि बारामती में उपमुख्यमंत्री अजित पवार के भावी मुख्यमंत्री वाले पोस्टर लगाए गए हैं…. अखिल भारतीय तनुलवाडी वेस सार्वजनिक गणेश मंडल पंडाल में अजित पवार के भावी मुख्यमंत्री वाले पोस्ट लगाए गए…. यह कोई पहला मौका नहीं है…. जब अजित पवार के भावी मुख्यमंत्री वाले पोस्टर लगाए गए हैं…. इससे पहले भी उनके समर्थको और कार्यकर्ताओं द्वारा इस प्रकार की पोस्टर लगाए जा चुके हैं….

बता दें कि हाल में ही महायुति के भीतर कलह की खबरें सामने आई थी….. इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महाराष्ट्र भाजपा इकाई को महत्वपूर्ण सलाह दी है…. और उन्होंने गठबंधन सहयोगियों की चिताओं का समाधान करने के लिए भी कहा है….. ताकि चुनाव में महायुति को एकजुट और मजबूत रखा जा सके…. और उन्होंने महाराष्ट्र भाजपा को बड़े भाई की भूमिका निभाने को कहा है…. आपको बता दें कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता देवेद्र फडणवीस के सागर निवास पर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई…. इस मीटिंग में महाराष्ट्र बीजेपी की कोर कमेटी और अन्य नेता शामिल हुए…. बैठक मे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विधानसभा चुनाव की समीक्षा की…. जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इस अहम बैठक के दौरान महायुति के नेताओं के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की अपील की…. वहीं पिछले दिनों से शिंदे और अजित पवार के रुख बदले बदले नजर आ रहे हैं…. ‘लाडली बहन’ योजना पर अजित पवार और एकनाथ शिंदे अलग अलग कैंपेनिंग करते नजर आए…. इन दोनों के विवाद में बीजेपी को मध्यस्ता करनी पड़ी है….

वहीं पिछले कुछ दिन पहले कैबिनेट मीटिंग में इसी को लेकर अजित पवार और शिवसेना नेता के बीच नाराजगी की खबर सामने आई थी….. इसीलिए जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी नेता बड़े भाई की भूमिका निभाए…. और दोनों पार्टियों का ख्याल रखे…. इसके अलावा जेपी नड्डा ने बीजेपी नेताओं चुनाव को दौरान बगावत होने की आशंका जताते हुए चौंकन्ना रहने को कहा…. जेपी नड्डा के साथ केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के महाराष्ट्र प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले, मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार, पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे और विधान पार्षद प्रवीण दरेकर फडणवीस के आवास पर मौजूद रहे…..वहीं पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने मुंबई का दौरा किया…. और शिंदे, फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ बैठक की थी…. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है….. बीजेपी, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति का हिस्सा हैं….

बता दें कि चुनाव से पहले महायुति में जारी अंतर्कलह बीजेपी को ले डूबेगी… और हरियाणा, जम्मू के बाद महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव में मोदी को मुह की खानी पड़ेगी.,… जिसको देखते हुए पार्टी हाई कमान अंतर्कलह को शांत करने की कोशिश में जुटा हुआ है… वहीं महाराष्ट्र में फिर से सीएम को लेकर पोस्टर लगाए गएं है… जिससे बीजेपी और मोदी की परेशानी और बढ़ गई है… आपको बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को मुंबई आए थे….. यहां पर उन्होंने लालबागचा राजा गणेश के दर्शन किए थे….. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वर्षा स्थित आवास…. और बाद में मालाबार हिल्स में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सागर स्थित आवास पर गणपति उत्सव में पूजा-अर्चना की थी…. वहीं, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर जेपी नड्डा ने राज्य भाजपा कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बात की थी…. इस दौरान उन्होंने चुनावों की चुनौतियों और तैयारियों के बारे में जानकारी ली थी…. इस दौरान उन्होंने महायुति को मजबूत करने के लिए एक टीम के रूप में काम करने की अपील की थी….

लेकिन नड्डा के समझाने के बाद भी महायुति में कोई सुधार होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है… और कलह जारी है… अभी तक सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज थी… तो वहीं फिर सीएम चेहरे को लेकर हलचल तेज हो गई है… महाराष्ट्र में मुसलमान और ओबीसी, मराठा वोटरों ने बीजेपी से पहले ही दूरी बना ली है… जिससे महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव हाथ से निकलता जा रहा है… बता दें कि सीएम शिंदे ने मोदी की राह पर चलते हुए रेवड़ी बांटने का काम करते हुए महिलाओं को साधने की कोशिश करने में जुटे है…. और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने धाराशिव सभा से शनिवार को ऐलान किया है कि…. महायुति की सरकार बनने के बाद लाडली बहना योजना की राशि बढ़ाकर दोगुना कर देंगे….. फिलहाल इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को हर माह पंद्रह सौ रुपए मिल रहे हैं…. वहीं यह राशि बढ़ाकर तीन हजार रुपए कर दी जाएगी…. और उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे लोग उन लोगों की आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि राज्य सरकार खाली खजाना बताकर महिलाओं को राशि देने वाली योजना बंद कर देंगे….. लेकिन विपक्ष को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह खजाना भी जनता का ही है….

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि वह लाडली बहना योजना लेकर आए हैं…. यह एकनाथ हैं, जो अपनी बहन का समर्थन करते हैं…. इस योजना को कोई नहीं रोक सकता… और उन्होंने कहा कि जो सोने का चम्मच लेकर घूमते हैं, उन्हें डेढ़ हजार की कीमत पता नहीं है…. मैंने देखा है कि मेरी मां कैसे पूरे मन से घर चलाती हैं…. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इसलिए जब मेरे पास फॉर्मूला आया…. तो मैंने अपने दो सहयोगियों से कहा कि हम इस योजना को शुरू करेंगे…. और उन्होंने कहा कि हमने सभी योजनाओं के लिए धन उपलब्ध कराया है… एक बार जब तीर कमान से छूट जाता है तो वह छूट जाता है… यह योजना बिल्कुल भी बंद नहीं होगी… हम बहनों को पंद्रह सौ पर नहीं रोकेंगे….. बल्कि उनको करोड़पति बहनें बनाएंगे…. सीएम ने कहा है कि महिलाएं सशक्त हैं… तो देश सशक्त है, महिलाओं का विकास ही देश का विकास है…

वहीं उन्होंने दावा किया कि बालक भाऊ योजना देश में केवल महाराष्ट्र राज्य में है…. इस योजना के माध्यम से डेढ़ लाख भाइयों का पंजीकरण हो चुका है…. इस समय युवा कार्य प्रशिक्षण योजना प्रारम्भ की गयी है…. महिलाओं को एसटी यात्रा का टिकट आधा कर दिया गया है… घाटे में रहने वाली एसटी फायदे में रही…. और उन्होंने कहा कि कई लोगों ने हमें बताया कि टिकट आधा होने पर एसटी को पैसे का नुकसान होगा…. लेकिन बहन का आशीर्वाद मिला और एसटी को फायदा हुआ…. विरोधियों ने कहा कि योजना के लिए पैसा कहां से आयेगा…. एक फिल्म का डायलॉग है कि ‘एक बार जो मैंने कमिटमेंट दी, तो मैं अपना-आप कि भी नहीं सुनता’…. महायुति सरकार के डायलॉग जैसा है…. एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने अपनी बात रखी है और निभाते रहेंगे… और उन्होंने कहा कि दो हजार उन्नीस से दो हजार बाईस तक ढाई साल तक शिवसैनिकों को अपना मुंह बंद रखना पड़ा…. बाला साहेब के विचार की सरकार लाई गई… और सरकार को उखाड़ फेंका गया… इसके बाद राज्य में बंद पड़ी सभी विकास परियोजनाएं शुरू की गईं…. पहले हमारा राज्य नंबर 3 पर चला गया था… लेकिन अब फिर से मुझे गर्व है कि हम इसे नंबर 1 पर ले आये हैं…. सरकार में हर कोई जाता है लेकिन हम इसके खिलाफ गए और बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे के विचार की सरकार लाए हैं….

इस बीच महाराष्ट्र के एक बड़े नेताएकनाथ खडसे ने बड़ा खुलासा किया है कि देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें राज्यपाल पद का ऑफर किया था….. फडणवीस ने कहा था कि वह पूरे मन से प्रयास करेंगे… एकनाथ खडसे ने कहा है कि उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला इसलिए किया क्योंकि दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें बुलाया था…. एकनाथ खडसे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने एक दिन मुझे फोन किया…. जैसा कि आप कहते हैं, पंकजा मुंडे को न्याय देने की कोशिश की…. उस वक्त हम दोनों ही थे…. देवेंद्र फडणवीस ने मुझसे कहा, नाथाभाऊ मैं राज्यपाल पद के लिए आपकी सिफारिश करता हूं…. मैंने कहा कि देवेंद्र जी, सच बताइये, आपने मुझसे कई बार कहा कि ये करोगे, वो दोगे, लेकिन कुछ नहीं हुआ, इसलिए मुझे विश्वास नहीं होता…. खडसे ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि आगे क्या हुआ…. लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने मुझे आश्वासन दिया…. यह दो हजार उन्नीस की बात है… खडसे ने आगे दावा करते हुए कहा कि जिस वक्त मैंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला किया…. उस दौरान मैं बीजेपी में शामिल नहीं होना चाहता था…. दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं ने मुझे बुलाया…. जब मैं दिल्ली में था तो जेपी नड्डा और विनोद तावड़े की मौजूदगी में बीजेपी में एंट्री हुई… इस मौके पर रक्षा खडसे भी मौजूद रहीं….

 

 

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