मोदी ने मंच से की सैनी की तारीफ, सामने पब्लिक ने विरोध कर दिया!

हरियाणा विधानसभा चुनाव में महज बीस दिन बचे है... सभी दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए है... इस बीच भारतीय जनता पार्टी की मुसीबते लगातार बढ़ती ही जा रही है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः हरियाणा विधानसभा चुनाव में महज बीस दिन बचे है… सभी दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए है… इस बीच भारतीय जनता पार्टी की मुसीबते लगातार बढ़ती ही जा रही है… एक के बाद एक नेता भाजपा का दामन छोड़ रहें हैं… और कांग्रेस का दामन थाम रहें है… चुनाव से ठीक पहले भाजपा में मची भगदड़ ने मोदी की परेशानी को बढ़ा दिया है… भाजपा जब से सत्ता में आई है… तब से अपने चहेते लोगों को अधिक तवज्जों दे रही है… जिससे चुनाव से ठीक पहले सभी वरिष्ठ और बड़े नेताओं ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है… आपको बता दें कि हरियाणा में मोदी भी चुनावी रैली करने के लिए गए थे… इसी दौरान भाजपा के दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया जो कहीं न कहीं मोदी के लिए तमाचा है… बता दें कि मोदी हमेशा से अपनी नाकामी को छुपाने के लिए और राहुल गांधी की छबि खराब करने के लिए काम करते चले आ रहें है… लेकिन मोदी का एक भी हमला नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के लिए किसी वरदान सेक कम साबित नहीं हो रहा है… आपको बता दें कि मोदी अपनी जितनी एनर्जी राहुल गांधी की बुराई करने ,में खर्च करते हैं…. वहीं अगर उतनी एनर्जी जनता के और देश के विकास के लिए खर्च किया होता तो आज मोदी की यह स्थिति नहीं होती… और बैसाखी के सहारे सरकार न चलानी पड़ती…

आपको बता दें कि देश महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से जल रहा है… लेकिन मोदी को जुमलेबाजी करने से फुरसत नहीं है… वो सत्ता के मद में इतना चूर हो गए हैं… कि उनको जनका की परेशानी दिखाई नहीं दे रही है… बता दें कि मोदी का घमंड लोकसभा चुनाव में खत्म हुआ वहीं बाकी की बची हुई तानाशाही विधानसभा चुनाव के बाद खत्म हो जाएगी… वहीं हरियाणा जम्मू कश्मीर का चुनाव हारने के बाद मोदी के सहयोगी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू साथ छोड़ देंगे और मोदी गिर जाएंगें… फिर जनता के साथ वादा करके … की गई वादा खिलाफी का पता चलेगा… हरियाणा विधआनसभा चुनाव से पहले बीजेपी में मची भगदड़ मोदी के लिए शुभ संकेत नहीं है… वहीं पार्टी के नेता भी मोदी की राजनीति से परेशान है… हरियाणा के प्रमुख शहरों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है…. जल भराव की समस्या से जनता का हाल बेहाल है… लगातार दस सालों से राज्य में बीजेपी की सरकार रहते हुए भी राज्य की जनता के लिए कोई काम नहीं किया गया है… सिर्फ सत्ता की चाहत नें देश और राज्य की जनता से सिर्फ जुमलेवाजी की गई है….

वहीं चुनाव आते ही मोदी जनता के सामने जाकर जुमनेवाजी करते हैं… और चुनाव से पहले रेवड़ी देने का काम करते हैं… वहीं चुनवा खत्म होते ही सभी वादे भूल जातें है… और जनता को उसी के हाल पर छोड़ देते हैं… हरियाणा के किसानों की समस्याओं से सरकार को कोई भी मतलब नहीं है… सैनी ने मुख्यमंत्री रहते हुए जनता के लिए कोई काम नहीं किया है… वहीं विधानसभा चुनाव में टिकट अपने चाहने वालों को दिया जिससे भाजपा के भीतर भारी अंतर्कलह जारी है… और एक के बाद एक नेता बीजेपी का साथ छोड़ रहें हैं…. आपको बता दें कि हरियाणा में पांच अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं…. उससे पहले राज्य में बीजेपी को छोड़ने वाले नेताओं की लिस्ट लंबी होती जा रही है…. भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष सुखविंदर मांडी शनिवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए…. बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक मांडी का भूपिंदर सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान ने पार्टी में स्वागत किया. कांग्रेस में शामिल हुए…. बता दें कि मांडी को बाढड़ा से टिकट मिलने की उम्मीद थी…. लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया…. इसके अलावा करनाल के पूर्व विधायक जयप्रकाश गुप्ता भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए…. दोनों भाजपा नेताओं ने अपने सैकड़ो समर्थको के साथ कांग्रेस जॉइन की…. हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी में जबरदस्त भगदड़ मची हुई है…. अब तक पचास से ज्यादा विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में हो शामिल चुके हैं….

वहीं इससे पहले शुक्रवार को हरियाणा बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री करण देव कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए….. अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट से इनकार किए जाने के बाद…. उन्होंने हाल ही में भाजपा राज्य इकाई के ओबीसी मोर्चा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था…. कंबोज की नजर रादौर या इंद्री सीट से टिकट पर थी…. कंबोज ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि भाजपा ने कई नए लोगों… और दलबदलुओं को टिकट दिया…. जबकि जो लोग वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं…. उन्हें नजरअंदाज कर दिया…. बता दें कि हरियाणा की नब्बे विधानसभा सीटों के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा… और वोटों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी….. बता दें कि बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सभी नब्बे सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है…. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं…. इन तीनों दलों के अलावा इनेलो और जेजेपी भी चुनाव में ताल ठोक रही हैं…. इनेलो का जहां बसपा से गठबंधन है…तो वहीं जेजेपी ने आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है….

चुनाव से पहले भाजपा में मची भगदड़ से साफ साबित होता है… कि बीजेपी ने अपने पुराने कार्यकर्ताओं को इग्नोर किया है… वर्षों से पार्टी में काम कर रहें नेताओं और कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर बीजेपी ने नए चेहरों पर दांव चला है… जो बीजेपी के लिए घातक साबित होता दिखाई दे रहा है… बता दें कि विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद बीजेपी में और भगदड़ मचेगी… मोदी को पार्टी के लोग ही पसंद करना छोड़ देगें और पार्टी के अंदर जो बगावती सुर उठेगें की मोदी को अपने पद से इस्तीफा देने की नौबत तक आ जाएगी… और मोदी कहीं भी मुंह दिखाने के लायक नहीं बचेगें… और फोटोजीवी मोदी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा… और पार्टी फिर सत्ता में आने के लिए तरसेगी… वहीं अगर मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान जनता से किए किसी भी वादे में से एक भी वादा पूरा किया होता तो मोदी को आज यह दिन नहीं देखना पड़ता… आपको बता दें कि हरियाणा चुनाव में तमाम मुद्दे हैं… जिन मुद्दों को हल करने में बीजेपी विफल रही है… जिसके चलते बीजेपी की हरियाणा में बड़ी हार होने जा रही है…

बता दें कि हरियाणा के मिलेनियम सिटी गुरुग्राम बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुकी हैं…. सिविक फैसिलिटी बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं…. वहीं चुनाव में महज बीस दिन बाकी रह गए हैं…. पिछले एक दशक से गुरुग्राम में बीजेपी का दबदबा रहा है…. और पार्टी ने दो हजार चौदह से लगातार तीन बार विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की है….. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में गुरुग्राम की नागरिक सुविधाओं के स्तर में आई गिरावट ने मिलेनियम सिटी नाम से मशहूर से इस शहर को ट्रोल्स के निशाने पर ला दिया है…. शहरवासी लगातार खराब सुविधाओं को लेकर शिकायतें करते रहे हैं…. लेकिन इन शिकायतों का बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा और जनता को उन्ही के हाल पर छोड़ दिया… बता दें कि कॉर्पोरेट हब के तौर पर पहचान रखने वाला गुरुग्राम राजनीतिक वर्ग के लिए महत्वपूर्ण है….. खासकर राष्ट्रीय राजधानी के करीब होने के कारण इसका महत्व…. और भी बढ़ जाता है…. गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में गुरुग्राम, बादशाहपुर, सोहना और पटौदी की चार विधानसभा सीटें आती हैं…. दो हजार उन्नीस के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने इनमें से तीन सीटें जीती थीं….. जबकि बादशाहपुर से निर्दलीय उम्मीदवार राकेश दौलताबाद विजयी हुए थे…. गुरुग्राम सीट पर बीजेपी के सुधीर सिंगला ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को बत्तीस हजार से अधिक मतों से हराया था…. जबकि कांग्रेस का उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहा…

वहीं दो हजार चौदह के चुनावों में, बीजेपी उम्मीदवार उमेश अग्रवाल ने सीट जीती थी….. आईएनएलडी के गोपी चंद गहलोत दूसरे स्थान पर रहे थे…. जबकि कांग्रेस उम्मीदवार धरमबीर गाबा तीसरे स्थान पर और निर्दलीय उम्मीदवार सुखबीर कटारिया चौथे स्थान पर रहे थे…. कांग्रेस ने इस बार गुरुग्राम से मोहित ग्रोवर को टिकट दिया है….. जिन्होंने दो हजार उन्नीस में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लगभग पचास हजार वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे…. नामांकन के बाद मोहित ग्रोवर ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के वादे हर बारिश की बूंद के साथ बह जाते हैं….. वहीं, बीजेपी ने इस बार महेश शर्मा को गुरुग्राम से उम्मीदवार बनाया है…. आपको बता दें कि शहर में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्याएं बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रही हैं….. गुरुग्राम में मानसून के दौरान जलभराव की समस्या ने लोगों को काफी परेशान किया है…. हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण हीरो होंडा चौक, राजीव चौक और आईएफएफसीओ चौक समेत कई हिस्सों में जलभराव…. और ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को मिली….. दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक तीन किलोमीटर तक धीमा रहा…. शहर के पॉश इलाकों में भी जलभराव और ट्रैफिक की स्थिति गंभीर बनी रही….

आपको बता दें कि पुराने गुरुग्राम के सदर बाजार, गुरुद्वारा रोड और पुरानी दिल्ली रोड पर जलभराव के कारण देर शाम तक ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही….. सोशल मीडिया पर लोगों ने गुरुग्राम को ‘जलग्राम’ नाम तक दे दिया….. पॉलिटिकिल कॉमेंटेटर सुहेल सेठ ने भी कई बार गुरुग्राम की नागरिक सुविधाओं पर ध्यान आकर्षित किया है…. और उन्होंने एक ट्वीट में हरियाणा के मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या आपको शर्म आती है या हमें और इंतजार करना चाहिए…. बता दें कि पूर्व बीजेपी उपाध्यक्ष जी.एल. शर्मा, जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस में वापसी की है…. उन्होंने भी बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं ने खुद नामांकन के दिन स्वीकार किया कि शहर कचरे का ढेर बन चुका है….. कॉलोनियों में सीवर का पानी ओवरफ्लो हो रहा है…. पेयजल में सीवरेज का पानी मिल रहा है…. और बुनियादी सुविधाओं का अभाव है…. शहर के शीशा माता मंदिर के निर्माण में भी दस साल से अधिक का समय लग गया है…. जी.एल. शर्मा ने कहा कि गुरुग्राम में सबसे बड़े भ्रष्टाचार के केंद्र एमसीजी और जीएमडीए हैं…. दस हजार करोड़ रुपये का बजट कहीं दिखाई नहीं दे रहा… और यदि खर्च हुआ है तो शहर की स्थिति क्यों इतनी खराब है….

 

 

 

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