’चुनावों से पहले ध्रुवीकरण करना चाहती है बीजेपी’

जयराम बोले- सीएए को हथियार बनाने की कोशिश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। एक दिन पहले, गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया था कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले सीएए की अधिसूचना जारी की जाएगी। मंत्रालय के इसी बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता ने बिना नाम लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी हर बार चुनाव से पहले ध्रुवीकरण करने की कोशिश करती है। इस बार भी लोकसभा से ठीक पहले सीएए की अधिसूचना जारी करना स्पष्ट करता है कि सीएए मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने का हथियार है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने दिसंबर 2019 में संसद में विवादास्पद कानून पेश किया था। संसदीय प्रक्रियाओं के अनुसार, कानून को लागू करने के नियम छह माह के भीतर लागू हों, लेकिन सरकार ने नौ बार विस्तार मांगा और उन्हें इसकी अनुमति भी मिल गई। अब मंत्रालय ने जानकारी दी कि कानूनों के नियमों को लोकसभा चुनावों से पहले अधिसूचित किया जाएगा। इससे अब यह स्पष्ट हो गया है कि कानून शुरू से ही मतदाताओं के ध्रुवीकरण का हथियार था। इससे पहले, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा था कि देश के संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्षता निहित है और ऐसे देश में धर्म नागरिकता का आधार नहीं हो सकता। मैंने दिसंबर 2019 में भी लोकसभा में इसी आधार पर बिल का विरोध किया था।

क्रोनी कैपिटालिज्म के विरुद्ध जारी रहेगी लड़ाई

कांग्रेस ने अदाणी समूह के लेन-देन से संबंधित कुछ मामलों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सेबी के लिए असाधारण उदार साबित हुआ है। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि साठगांठ वाले पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटालिज्म) और उसका कीमतों, रोजगार व असमानताओं पर दुष्प्रभाव के विरुद्ध पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी। कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने अदाणी पर निशाना साधते हुए कहा, जब हम उन लोगों से सत्यमेव जयते सुनते हैं, जिन्होंने पिछले दशक में सिस्टम के साथ खिलवाड़ किया है, हेरफेर किया है और उसे नष्ट कर दिया है, तो सत्य हजारों मौत मर जाता है। उन्होंने कहा कि अदाणी समूह द्वारा लेनदेन से संबंधित कुछ मामलों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सेबी के लिए असाधारण उदार साबित हुआ है, कम से कम 14 अगस्त, 2023 की उसकी मूल जांच समयसीमा और तीन महीने बढक़र तीन अप्रैल, 2024 तक हो गई है। रमेश ने कहा, यह उल्लेखनीय है कि सेबी सुप्रीम कोर्ट की विशेषज्ञ समिति के कहने के 10 महीने बाद भी अदाणी समूह और उसके सहयोगियों द्वारा प्रतिभूति कानूनों के उल्लंघन और स्टाक में हेरफेर की अपनी जांच पूरी करने में विफल रही है। उन्होंने कहा, यह स्पष्ट नहीं है कि लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के अलावा अगले तीन महीनों में क्या बदलेगा।

16 केसों में आरोपी है श्रीकांत पुजारी : गृह मंत्री परमेश्वर

कर्नाटक में बाबरी विध्वंस से जुड़े 31 साल पुराने केस में एक कारसेवक को गिरफ्तार किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने प्रतिक्रया दी है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शख्स की गिरफ्तारी को बीजेपी द्वारा तूल दिए जाने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह कारसेवक नहीं था और उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं। गृह मंत्री परमेश्वर ने बताया कि एफआईआर और अन्य दस्तावेजों में श्रीकांत पुजारी का नाम कारसेवक के रूप में दर्ज नहीं है बल्कि उसका नाम एक आरोपी के रूप में दर्ज किया गया है और उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, वो ऐसे व्यक्ति का समर्थन कर रही है जो कानून का पालन नहीं कर रहा है और उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं। मुझे नहीं पता कि भाजपा को क्या हो गया है। श्रीकांत पुजारी के मामले का तब पता चला, जब पुराने केसों को खत्म करने के आदेश दिए गए थे।

भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की ताक में भाजपा

कांग्रेस नेता यतींद्र ने कहा कि धर्म के नाम पर तानाशाही ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान को दिवालिया बना दिया है। भाजपा के सहयोगी संगठन भारत को हिंदू राष्ट्र बनान के ताक में हैं। यदि ऐसा होने दिया गया तो हमारा देश भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान बन जाएगा।

कर्नाटक में हो सकती है गोधरा जैसी घटना : हरिप्रसाद

बेंगलुरु। कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह से पहले कर्नाटक में गोधरा जैसी घटना हो सकती है। कांग्रेस नेता ने कर्नाटक सरकार को सतर्क रहने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि उसी दौरान गुजरात के गोधरा में कार सेवकों को आग लगा दी गई थी। 2002 के गोधरा ट्रेन अग्निकांड ने गुजरात को सबसे भयावह सांप्रदायिक दंगों की आग में झोंक दिया था। पूर्व राज्यसभा सदस्य ने कहा, यहां भी ऐसी ही (गोधरा जैसी) स्थिति बन सकती है। इसलिए कर्नाटक में किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने की गुंजाइश भी नहीं होनी चाहिए। अयोध्या जाने के इच्छुक लोगों के लिए तमाम व्यवस्थाएं की जानी चाहिए ताकि हमें कर्नाटक में एक और गोधरा न देखना पड़े। उन्होंने आरोप लगाया (ऐसी घटना की) पूरी संभावना है और मैं जानकारी भी दे सकता हूं। मैं आपको बता सकता हूं कि कई संगठनों के प्रमुख कुछ राज्यों में गए और कई भाजपा नेताओं को उकसाया। मैं यह बात खुलकर नहीं कह सकता। वे ऐसा कर रहे हैं। वे इस तरह के कृत्य के लिए उकसा रहे हैं।

Related Articles

Back to top button