राहुल के एक्टिव होने से उड़ी बीजेपी की नींद, गुजरात लॉबी में हड़कंप!
डिश्क्रिप्शन- सामने बिहार चुनाव है... लेकिन राहुल गांधी अभी से गुजरात में एक्टिव हो गये हैं... कांग्रेस अधिवेशन के तत्काल बाद राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से खुली...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के नतीजों से बहुत बड़ा सपोर्ट मिला…… और, उसी का असर है कि कांग्रेस ने हरियाणा….. और दिल्ली चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया….. झारखंड और महाराष्ट्र में तो कांग्रेस गठबंधन के साथ बनी रही……. लेकिन हरियाणा और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ कोई समझौता नहीं हो सका….. और अब दिल्ली चुनाव की तरह बिहार में भी कांग्रेस का वैसा ही तेवर नजर आ रहा है……. बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस ने गुजरात पर काम करना शुरू कर दिया है…… बिहार में तो चुनाव इसी साल होना है…… लेकिन गुजरात में 2027 में, दो साल बाद……. कांग्रेस अधिवेशन के बाद तो साफ हो गया है कि राहुल गांधी गुजरात में बिहार से ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं……. ये बात तो वैसे भी काफी पहले ही साफ हो गई थी…… लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल गांधी ने कहा था……. आप लिखकर ले लो… आपको इंडिया गठबंधन गुजरात में हराने जा रहा है……
वहीं तब से अभी तक बस यही फर्क आया है कि दिल्ली के बाद बिहार में भी इंडिया ब्लॉक टूट की कगार पर दिखाई पड़ रहा है…… और गुजरात तक बने रहने की तो कोई संभावना ही नहीं दिखाई देती……. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर गुजरात में चुनाव लड़े थे…….. लेकिन विधानसभा में तो दूर दूर तक ऐसा कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा है…… ये तो अभी से साफ हो गया है कि….. कांग्रेस अकेले दम पर बीजेपी से मुकाबले के लिए खुद को तैयार कर रही है……. और, तैयारियों में कांग्रेस के भीतर भी आमूल चूल परिवर्तन के संकेत दिये गये हैं…… सवाल है कि क्या 10 साल बाद कांग्रेस के नये सिरे से एक्टिव होने से बीजेपी के लिए परेशान होने जैसी कोई बात है क्या……. 2022 का विधानसभा चुनाव राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस के हवाले कर दिया था…… राहुल गांधी खुद भारत जोड़ो यात्रा पर निकले थे…… और प्रियंका गांधी वाड्रा हिमाचल प्रदेश चुनाव में व्यस्त थीं…… नतीजे भी वैसे ही आये थे…… लेकिन 2027 के लिए 2017 जैसी सक्रियता महसूस की जा रही है……
बता दें कि कांग्रेस अधिवेशन से आई खबरों से तो ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं…… महीना भर पहले गुजरात दौरे पर गये राहुल गांधी ने कहा था कि गुजरात कांग्रेस की लीडरशिप में दो तरह के लोग हैं…… ऐसे लोगों के बारे में राहुल गांधी का कहना था कि जो विचारधारा के साथ हैं…… वे तो जनता के साथ खड़े हैं…… लेकिन दूसरी कैटेगरी वालों में आधे बीजेपी से मिले हुए हैं…… ऐसे नेताओं को राहुल गांधी ने तभी हटाये जाने की बात बोल दी थी…… और अब तो मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कह दिया है कि ऐसे लोग वीआरएस ले लें……. जाहिर है, अपने से नहीं हटेंगे तो जबरन हटा दिया जाएगा……. या फिर हाशिये पर भेज दिया जाएगा…… अब सवाल है कि राहुल गांधी गुजरात में क्या क्या बदलाव करने वाले हैं…… कुछ बातें तो कांग्रेस अधिवेशन के आयोजन से ही साफ हो गई हैं…… महात्मा गांधी के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की 100वीं वर्षगांठ और सरदार पटेल की 150वीं जयंती दोनो से कांग्रेस ने जुड़ने की कोशिश की……. तभी तो अधिवेशन के लिए साबरमती आश्रम…… और सरदार स्मारक जैसी जगहें भी चुनी गईं…….



