भारतीय इतिहास का काला अध्याय आपातकाल : राजनाथ

  • संविधान और संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने का लें संकल्प

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 47 साल पहले घोषित किए गए आपातकाल को देश के इतिहास में एक काला अध्याय करार दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा 47 साल पहले भारत में आपातकाल लगाना इस देश के इतिहास का ऐसा काला अध्याय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस दिन सभी भारतीयों को न केवल लोकतंत्र की रक्षा के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए, बल्कि संविधान और संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने के लिए एक संकल्प भी लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के दिन सभी भारतवासियों को लोकतंत्र की रक्षा के प्रति न केवल स्वयं को समर्पित करना चाहिए बल्कि संविधान और संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने का भी संकल्प लेना चाहिए। गौरतलब है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1975 से 1977 तक 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल घोषित किया गया था। मौजूदा आंतरिक अशांति के कारण संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत राष्टï्रपति फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा आधिकारिक तौर पर इसे जारी किया गया था। आपातकाल 25 जून, 1975 से 21 मार्च, 1977 को वापस लेने तक प्रभावी था। आदेश ने तत्कालीन प्रधानमंत्री को डिक्री द्वारा शासन करने, चुनावों को निलंबित करने और नागरिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का अधिकार दिया। आपातकाल लगाने का अंतिम निर्णय इंदिरा गांधी द्वारा प्रस्तावित किया गया था। राष्टï्रपति द्वारा इस पर सहमति व्यक्त की गई थी। उसके बाद कैबिनेट और संसद द्वारा (जुलाई से अगस्त 1975 तक) इसकी पुष्टि की गई थी। आपातकाल को लागू करने का कारण भारत के लिए आसन्न आंतरिक और बाहरी खतरों को बताया गया था। आपातकाल को स्वतंत्र भारत के इतिहास के सबसे विवादास्पद कालखंडों में से एक माना जाता है।

मतदाताओं ने बढ़ाया सपा का सम्मान, सुखद होगा चुनावी परिणाम : धर्मेंद्र

लखनऊ। आजमगढ़ जिले में लोकसभा उपचुनाव के सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव का कहना है कि जिले के मतदाताओं ने सपा का सम्मान बढ़ाने का काम किया है। कल आने वाला चुनाव परिणाम जिले के लोगों और पार्टी के लिए सुखद होगा। कल कार्यकर्ता और पदाधिकारी जीत का जश्न मनाएंगे। क्योंकि जिस तरह से वोट देने का जिलेवासियों का तरीका रहा है, स्वाभाविक रूप से हम लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है। हालांकि जिले में लोकसभा का उपचुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशी अपनी जीत को लेकर सशंकित हैं। सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने कहा जिले में समाजवादी पार्टी की न तो किसी से लड़ाई रही है और न है। इस जिले से हम लोगों का जज्बाती रिश्ता रहा है। सपा प्रत्याशी का कहना है कि समय भले ही हम लोगों को कम मिला पर यहां के हमारे पदाधिकारियों और नेताओं ने जो चुनावी रूपरेखा तैयार की थी, हम उसी पर चलते गए और हमारी राह आसान होती गई। उन्होंने कहा कि इस जिले से सपा का जो भी उम्मीदवार होता वहीं जीतता। इस जिले ने हमेशा समाजवादियों के साथ रहने का काम किया है। पार्टी ने मुझे उम्मीदवार बनाया है, यह मेरा सौभाग्य है। बता दें कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए 23 जून को मतदान हो गया है। इस चुनाव का परिणाम 26 जून को आना है। जिले में हुए इस उपचुनाव के लिए भाजपा ने भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्ïडू जमाली को अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में सभी की निगाहें 26 जून को होने वाली मतगणना पर लगी हुई हैं। सभी प्रत्याशी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं पर चुनाव परिणाम तय करेगा कि इस लोकसभा का सुल्तान कौन बनेगा।

पुलिस की ज्यादती के चलते रामपुर में कम हुआ मतदान : आजम

सपा नेता आजम खां ने रामपुर संसदीय सीट पर हुए उप चुनाव में कम मतदान का कारण पुलिस की ज्यादती को बताया है। उन्होंने कहा कि उप चुनाव दोबारा से होना चाहिए। हम इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि उपचुनाव में जीत को लेकर वह आश्वस्त भी हैं। अखिलेश यादव से रिश्तों में दूरी पर उन्होंने कहा कि कोई दूरी नहीं है, हां कुछ बातों की तकलीफ जरूर है। बोले, लोकतंत्र में क्या ये होगा कि दरोगा एक शरीफ वोटर को जिसका कोई क्रिमनल रिकॉर्ड न हो उसे ठोकरों से मारे, उसका गला दबाए, जब एक ही व्यक्ति के साथ इतना अन्याय होगा तो कौन घर से निकलकर आएगा। चुनाव परिणाम पर सपा विधायक ने कहा कि हम चुनाव जीत रहे हैं, अगर मतगणना में धांधली न हो। उन्होंने बताया कि सेहत खराब होने के कारण सपा विधानमंडल की बैठक और शुक्रवार को राष्टï्रपति चुनाव को लेकर सपा की बैठक में नहीं जा सका।

पैतृक गांव सीतापुर में मनाई गई कैप्टन मनोज पांडेय की 47वीं जयंती

लखनऊ। करगिल जंग के महानायक अमर बलिदानी कैप्टन मनोज पांडेय की 47वीं जयंती सीतापुर के उनके पैतृक गांव कमलापुर के रूढ़ा में मनाई गई। 22वीं बटालियन एनसीसी सीतापुर के जवानों ने गांव में स्वच्छता अभियान चलाकर शहीद पार्क के आसपास साफ सफाई की फिर उनकी प्रतिमा पर एनसीसी निदेशालय से भेजा गया पुष्प चक्र सूबेदार मेजर मनोज कुमार ने अर्पित किया। गोरखा रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल ऋ षभ त्रिपाठी और ग्रुप कमांडर लखनऊ का भेजा गया पुष्प चक्र 22वीं बटालियन के कमान अधिकारी संजय सिंह ने उनकी प्रतिमा पर अर्पित किया। इसी क्रम में शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपी चंद्र पांडेय और बिसवां विधायक निर्मल वर्मा ने प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित किया। सीनियर अंडर आफिसर अंकुी श्रीवास्तव व अंडर आफिसर शुभम चौधरी ने सहयोग किया। कार्यक्रम में कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपीचंद पांडेय उनके छोटे भाई मनमोहन पांडेय और विधायक निर्मल वर्मा को अंग वस्त्र तथा पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया।

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