महिलाओं के बेपर्दा वायरल वीडियो का बृजेश पाठक ने लिया संज्ञान, जांच के आदेश
- दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई किए जाने की तैयारी
लखनऊ। हमीरपुर जिले में दो डॉक्टरों का झगड़ा दिखाने के लिए किसी ने महिला जिला अस्पताल के लेबर रूम का वीडियो वायरल कर दिया। शर्मसार करने वाले इस वीडियो में तीन महिलाएं प्रसव के लिए स्ट्रेचर पर बेपर्दा लेटी दिखाई दे रही हैं। वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं यह खबर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक तक पहुंच गई। उन्होंने इस घटना का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले में जांच के आदेश दिए है। मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि हमीरपुर में महिला चिकित्सकों में विवाद व अभद्रता के संबंध में महानिदेशक चिकित्सा द्वारा स्वास्थ्य अपर निदेशक चित्रकूट डॉ. नरेंद्र सिंह को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही दोषी चिकित्सकों के कठोर कार्रवाई के प्रस्ताव सहित 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। डिप्टी सीएम के आदेश पर आज टीम जांच करने दोपहर में हमीरपुर महिला जिला अस्पताल पहुंची। जहां उन्होंने सीएमओ, सीएमएस के साथ उसी लेबर रूम पर कमरे में गुप्त तरीके से जांच की। साथ ही उन्होंने कहा बाद में मीडिया को ब्रीफ किया जाएगा। गौरतलब है कि मंगलवार को सीनियर डॉ. आशा सचान व जूनियर डॉ. अंशू मिश्रा के बीच ड्यूटी को लेकर कहासुनी हुई थी। यह उसी समय का वीडियो बताया जा रहा है। इसमें डॉ. आशा सचान का चेहरा दिख रहा है। उनकी डॉ. अंशू मिश्रा से बहस हो रही है। मगर अंशू मिश्रा नहीं दिख रहीं। डॉ. आशा सचान लेबर रूम में जहां जहां जाती हैं, कैमरा उनकी तरफ घूमता है। इसी बीच स्ट्रेचर पर बेपर्दा लेटीं प्रसव पीड़ित महिलाएं भी वीडियो में कैद हो जाती हैं। इस तरह से बेपर्दा महिलाओं की ओर दो तीन बार कैमरा घुमाकर वीडियो बनाया जाता है।
नमक रोटी की खबर दुनिया को बताकर पवन चले गए
लखनऊ। पत्रकार पवन जायसवाल नहीं रहे। नमक रोटी की खबर दुनिया को बताने वाले पवन कैंसर से जंग हार गए। मिर्जापुर के रहने वाले पवन जायसवाल बीते कई महीनों से कैंसर से पीड़ित थे, आज उन्होंने अंतिम सांस ली। ज्ञात हो कि मिर्जापुर के जमालपुर में मिड-डे-मील में नमक रोटी की खबर से पवन ने सत्ता की चूले हिला दी थी। पवन की इस खबर ने उन्हें नया आयाम दिया। दुनियाभर के लोगों ने पवन की इस खबर की सराहना की। हालांकि इसी बीच अगस्त-सितंबर माह में पता चला कि उनका कैंसर एडवांस स्टेज पर है। कैंसर के चौथे स्टेज को लगातार संघर्ष के बाद पवन ने मात दे दिया (बायोप्सी रिपोर्ट के अनुसार) लेकिन पुन: फेफड़े में संक्रमण ने एक बार फिर चुनौती खड़ी कर दी। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पवन काफी समय तक वाराणसी के एपेक्स हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर रहे। आर्थिक तंगी के बीच पवन का इलाज लगातार जारी रहा। पवन के निधन पर यूपी सहित देशभर के पत्रकारों में शोक की लहर है।
परिवहन मंत्री से मिले राजभर, सियासी अटकलों का बाजार गर्म
लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से बंद कमरे में मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद एक बार फिर सियासी गलियारों में राजभर के भाजपा में वापस आने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि राजभर ने अटकलों को विराम देते हुए फिर दोहराया कि उनकी पार्टी वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ेगी। दरअसल, ओम प्रकाश राजभर अपने दोनों बेटों अरुण राजभर व अरविंद राजभर के साथ परिवहन मंत्री से मुलाकात करने पहुंचे। विधानसभा चुनाव से पहले भी दयाशंकर सिंह सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर को भाजपा के साथ लाने का प्रयास कर चुके हैं। इसलिए इस मुलाकात के बाद एक बार फिर उनकी भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गईं। हालांकि बैठक के बाद राजभर ने यह कहकर अटकलों को खारिज किया कि वह अपने क्षेत्र में बस डिपो बनवाने की मांग को लेकर परिवहन मंत्री मिलने आए थे। राजभर की केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर से भी गेस्ट हाउस में मुलाकात की चर्चा है।
वहीं, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बगावत के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि यह सपा का अंदरूनी मामला है। इससे गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। गठबंधन के जितने भी दल हैं वह एक साथ मजबूती से खड़े हैं। सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने लोकसभा चुनाव 2024 में भी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ने का ऐलान किया है। ओपी राजभर ने कहा कि 2024 के चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की निर्णायक भूमिका व भागीदारी होगी। विधानसभा चुनाव में पांच लाख वोट और मिला होता तो हम सरकार में होते। अब यूपी को चार भागों में बांट कर संगठन को मजबूत बनाएंगे। महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठाएंगे।