CAA भाजपा के लिए चुनाव से पहले का राजनीतिक हथकंडा: ममता
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा और सत्ताधारी पार्टी- तृणमूल कांग्रेस का टकराव जगजाहिर है। ममता ने सिलिगुड़ी में मीडिया के सामने कहा कि हमें जो भी कहना है जनता से कहेंगे। बीजेपी कहती है कि हमें 400 सीटें मिलेंगी, लेकिन तृणमूल सब कुछ जनता पर छोड़ देती है। उन्होंने कहा कि जनता जिसे भी वोट देगी हम जनादेश स्वीकार करेंगे। ममता ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर बीजेपी जबरदस्ती चुनाव कराएगी तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
ममता ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के मामले में भी केंद्र का मुखर विरोध किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार प्रदेश में एक भी डिटेंशन कैंप बनाने की इजाजत नहीं देगी। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर से जुड़ा हुआ है।
यही कारण है कि वे इस कानून का मुखरता से विरोध कर रह हैं। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि असम की तर्ज पर वे बंगाल में डिटेंशन कैंप बनवाना नहीं चाहतीं। सीएम ममता ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा सीएए का इस्तेमाल राजनीतिक हथकंडे के रूप में कर रही है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी के भाई ने पश्चिम बंगाल में उम्मीदवारों के चयन को लेकर उनपर सवाल खड़े किए हैं। तृणमूल कांग्रेस के फैसले पर सवाल करने और पार्टी के खिलाफ बोलने के लिए बाई बाबुन बनर्जी पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि उन्होंने भाई के साथ सभी रिश्ते तोड़ने का फैसला लिया है।
ममता ने कहा कि उन्हें उनके भाई के साथ न जोड़ा जाए। बकौल ममता कि मैं और मेरा परिवार उनके साथ सभी रिश्ते तोड़ चुका है। मुझे लालची लोग पसंद नहीं हैं। मैंने सुना है कि उन्होंने क्या बयान दिए हैं। ममता ने आरोप लगाया कि बाबुन भाजपा के संपर्क में हैं।