महाराष्ट्र और झारखंड में शाम को थम जाएगा प्रचार
महायुति व महाविकास अघाड़ी में है कड़ी टक्कर, खरगे, पवार व उद्धव ने भाजपा को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय व झारखंड विधानसभा के दूसरे चरण की सीटों पर चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होने हैं। इसके लिए आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। शाम 5 बजे तक नेताओं भाषण थम जाएंगे। पर उससे पहले महायुति व महाअघाडि़ में एकदूसरे पर वार-पलटवार जारी है।
राज्य के बड़े नेता शरदपवार, उद्धव ठाकरे व देवेन्द्र फणनवीस समेत सभी पक्ष व विपक्ष के नेता जनता के अपनी बात रख रहे हैं। अब जब मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी तब पता चलेगा कि महाराष्टï्र की जनता ने किसकी बात पर विश्वास रखा और इसको खारिज किया।
राजनीतिक रू प से सबसे खतरनाक भाजपा और आरएसएस : खरगे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की तुलना जहर से की और उन्हें भारत में राजनीतिक रूप से सबसे खतरनाक करार दिया। खरगे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त होने से ठीक एक दिन पहले सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जहरीले सांप को मारने का उदाहरण दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, अगर भारत में राजनीतिक रूप से सबसे खतरनाक कोई चीज है तो वह भाजपा और आरएसएस हैं। वे जहर की तरह हैं। अगर सांप काटता है तो वह व्यक्ति (जिसे काटा गया है) मर जाता है… ऐसे जहरीले सांप को मार देना चाहिए। खरगे ने कांग्रेस के बागी और सांगली से निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल का नाम लिए बगैर उन पर पार्टी को धोखा देने और अपने रिश्तेदार का समर्थन करने का आरोप लगाया। पाटिल की रिश्तेदार 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।
नरेन्द्र मोदी की सत्ता की भूख अभी शांत नहीं हुई
कांग्रेस अध्यक्ष ने क हा कि यह विधानसभा क ा चुनाव है, देश का प्रधानमंत्री चुनने क ा नहीं। उन्होंने क हा कि उनकी (मोदी की) सत्ता क ी भूख अभी शांत नहीं हुई है। उन्होंने मोदी पर जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर क ा दौरा न क रने और इसके बजाय विदेश यात्रा करने क ा आरोप लगाया।
पार्टी से पाने वालों को पार्टी से धोखा नहीं करना चाहिए
खरगे (83) ने कहा कि उनकी उम्र उन्हें कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन करने और लोगों से मिलने से नहीं रोके गी। उन्होंने विशाल पाटिल पर कटाक्ष करते हुए कहा, ऐसे नेता हैं जिन्हें पार्टी ने पद दिए और उन्होंने उनसे लाभ उठाया। हम किसी की आलोचना नहीं कर रहे हैं, लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी आपको सबकुछ दे रही है तो आपको उसे धोखा नहीं देना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी नहीं चाहती कि (पूर्व मुख्यमंत्री) दिवंगत वसंतदादा पाटिल के परिवार में क ोई दरार आए, जो सांगली से थे।
इस्तेमाल करके फें क देना शिंदे की नीति : उद्धव
शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पालघर के विधायक श्रीनिवास वंगा के साथ किए गए व्यवहार का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना पर इस्तेमाल करके फेंकने की नीति अपनाने का आरोप लगाया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद दिवंगत चिंतामन वंगा के बेटे श्रीनिवास वंगा को शिंदे गुट ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया। श्रीनिवास ने 2019 का चुनाव (अविभाजित) शिवसेना के टिकट पर जीता था और जून 2022 में पार्टी के विभाजन के बाद शिंदे गुट में शामिल हो गए थे। उद्धव यहां बोईसर में महा विकास आघाडी (एमवीए) के उम्मीदवार विश्वास वाल्वी (बोईसर) और जएंद्र डुबला (पालघर) के समर्थन में रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, सत्तारूढ़ पार्टी की इस्तेमाल करके फेंकने की नीति है। वंगा परिवार का अपमान किया गया है।
विश्वासघात करने वालों को जनता दे सबक : शरद पवार
राष्ट्रवादी क ांग्रेस पार्टी (एसपी) सुप्रीमो शरद पवार ने 20 नवंबर हो होने जा रहे विधानसभा चुनाव में, मतदाताओं से अजित पवार के नेतृत्व में बगावत करने वालों को न केवल हराने बल्कि बुरी तरह से हराने की अपील की। शरद पवार ने सोलापुर जिले के माढा में जनसभा को संबोधित करते हुए दल-बदल की एक घटना को याद किया, जिसके कारण लगभग पांच दशक पहले उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खोना पड़ा था और उनके दृढ़ संकल्प के कारण उन सभी लोगों की हार हुई जिन्होंने उनके साथ विश्वासघात किया था। उन्होंने कहा, 1980 के चुनाव में, हमारी पार्टी से 58 लोग चुनाव जीते और मैं विपक्ष का नेता बना। मैं विदेश गया था और जब वापस आया तो मुझे एहसास हुआ कि मुख्यमंत्री एआर अंतुले साहब ने कोई चमत्कार कर दिया है और 58 में से 52 विधायकों ने पाला बदल लिया है। मैंने विपक्ष के नेता का पद खो दिया। जनसभा को संबोधित करते हुए राकांपा(एसपी) प्रमुख ने कहा, मैंने (उस समय) कुछ नहीं किया। मैंने सिर्फ राज्य भर में लोगों से संपर्क करना शुरू किया और तीन साल तक कड़ी मेहनत की ।
टला हादसा
राजभवन के सामने बन रहे गेट पर वेल्डिंग के काम के दौरान आग लग गयी जिसे समय रहते फायरब्रिगेड के कर्मियों ने बुझा दिया, जिससे किसी जनधन का नुकसान होने से बच गया।
केंद्र सरकार को ’सुप्रीम‘ चेतावनी
शीर्ष कोर्ट का राष्ट्रपति से दो सप्ताह के भीतर विचार करने का अनुरोध
कहा- पूर्व सीएम बेअंत सिंह के हत्यारे की दया याचिका पर फैसला लें
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने भारत के राष्ट्रपति के सचिव को पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के मामले में मौत की सजा पाए दोषी बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष विचार के लिए रखने का निर्देश दिया। यह तब हुआ जब सुनवाई में केंद्र की ओर से कोई भी उपस्थित नहीं हुआ।
शीर्ष अदालत ने याचिका पर राष्ट्रपति से दो सप्ताह के भीतर विचार करने का अनुरोध किया है। इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से राजोआना की दया याचिका पर कार्रवाई करने को कहा था, जो 29 साल से जेल में है। अदालत ने यह देखते हुए कि सरकार को दया याचिकाओं पर विचार करते समय करुणा दिखानी चाहिए, पहले केंद्र को राजोआना की दया याचिका पर शीघ्र निर्णय लेने का निर्देश दिया था। राजोआना को 2007 में एक ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन अन्य दोषियों के विपरीत, उसने उच्च न्यायालय या सुप्रीम कोर्ट में अपनी सजा को चुनौती नहीं देने का फैसला किया। एक संगठन द्वारा दायर उसकी मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की याचिका पर लगभग 12 वर्षों से फैसले का इंतजार किया जा रहा है। 27 सितंबर, 2019 को गृह मंत्रालय ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गुरु नानक की 550वीं जयंती मनाने के लिए कुछ कैदियों को विशेष छूट और रिहाई का सुझाव दिया, जिसमें राजोआना का नाम भी शामिल था। हालाँकि, उनके सह-अभियुक्तों की अपील सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के कारण उनका नाम आगे नहीं बढ़ाया गया।
कैलाश गहलोत ने पकड़ा भाजपा का साथ
दिल्ली में गरमाई सियासत, कांग्रेस व बीेजेपी ने आप को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद से दिल्ली सियासत में गर्माहट आ गई है। अगले साल होने वाले विस चुनाव से पहले गहलोत का इस्तीफा एक बड़ी घटना है। इसको लेकर भाजपा, कांग्रेस के निशाने पर आम आदमी पार्टी आ गई है।
हालांकि आप भी भाजपा पर पलटवार है। वहीं दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप नेता कैलाश गहलोत आप से इस्तीफा देने के एक दिन बाद सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। वह केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, जय पांडा, दुष्यंत गौतम, हर्ष मल्होत्रा और अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। पूरे मामले को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। केजरीवाल ने कहा कि वह स्वतंत्र हैं, वह जहां चाहें जा सकते हैं।
एजेंसियों के दबाव में गहलोत ने दिया इस्तीफा : संजय सिंह
आप ने भाजपा पर उसके नेताओं पर दबाव बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आरोप लगाया कि गहलोत का इस्तीफा गंदी राजनीति और ईडी तथा सीबीआई द्वारा छापेमारी और जांच के लक्षित अभियान का परिणाम है। गहलोत ने आप छोड़ दी और दिल्ली मंत्रिमंडल से भी इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने पार्टी के सामने हाल ही में आए विवादों और जनता से किए गए अधूरे वादों का हवाला दिया। दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले गहलोत के इस्तीफे से आप और भाजपा के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। सिंह ने कहा कि ईडी और सीबीआई के छापों के जरिए कैलाश गहलोत पर दबाव बनाया गया और अब वह (गहलोत) भाजपा की पटकथा के मुताबिक बोल रहे हैं।
आम आदमी पार्टी अपने उद्देश्यों से भटकी : देवेंद्र
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर कहा, कैलाश गहलोत के इस्तीफे से एक बात तो साबित हो गई है कि आम आदमी पार्टी जिस उद्देश्य से बनी थी, उससे जरूर भटक गई है। और वे अपनी प्राथमिकताओं से भटक गए हैं। केजरीवाल ने भ्रष्टाचार का शीशमहल बनाया था, इसकी पुष्टि कैलाश गहलोत ने भी की है।
यादव ने आगे कहा, हम लगातार ये सवाल उठाते रहे हैं कि आम आदमी पार्टी जो अन्ना के आंदोलन से निकली थी, जो भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करती थी, जो लोकपाल बिल लाने की बात करती थी, आज उससे भटकती नजर आ रही है। आज उसके ज्यादातर मंत्री या तो जेल चले गए हैं या कुछ लोगों ने बेल ले ली है। उनके कई नेता इसी वजह से पार्टी छोडक़र चले गए। आज दुख होता है कि केजरीवाल जो कहते थे कि हम 2-3 कमरों के मकान में रह लेंगे, छोटी गाड़ी चलाएंगे, आज उन्होंने भ्रष्टाचार का शीशमहल बना लिया है।
कैलाश ने केजरीवाल को दिखाया आर्ईना : सचदेवा
कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि उन्होंने बहुत साहसी कदम उठाया है और हम इसकी सराहना करते हैं। केजरीवाल पर निशाना साधते हुए सचदेवा ने कहा, कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल को आईना दिखाया है और उनसे कहा है कि वह अरविंद केजरीवाल और उनके लुटेरा गिरोह का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। वहीं भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का चाल-चलन है, दिल्ली के लोगों के जीवन को उन्होंने जिस तरह से नारकीय बनाया है।
हो सकता है कि उनके साथ रहने वाले बहुत सारे लोगों के विचार अब उनसे मेल ना खाते हों। इसका मतलब ये है कि कैलाश गहलोत कहीं न कहीं अरविंद केजरीवाल के उस पाप में खुद को नहीं रखना चाहते। मुझे लगता है कि अरविंद केजरीवाल के साथ कोई भी जिसके अंदर थोड़ी भी अच्छाई बची होगी वो अब रहना नहीं चाहेगा।