केंद्र का फैसला बागवानों के साथ अन्याय: प्रियंका

बोलीं-सेब पर आयात शुल्क घटाना अनुचित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पंडोह (मंडी)। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार बागवानों के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका से आयात होने वाले सेब पर आयात शुल्क 35 से घटाकर 15 प्रतिशत करने का निर्णय मोदी सरकार ने लिया है। यह प्रदेश के बागवानों के साथ अन्याय है। अब अमेरिका का सेब सस्ता मिलेगा और हिमाचल का सेब महंगा हो जाएगा। इससे यहां के सेब की खरीद भी कम हो जाएगी।
प्रियंका ने केंद्र सरकार से इस शुल्क को दोबारा बढ़ााने की मांग उठाई है। वह मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले आपदा प्रभावित देवरी गांव का दौरा करने बाद पत्रकारों से प्रश्नों का जवाब दे रही थीं। प्रियंका ने कहा कि हिमाचल में उनका घर है और वह यहां अपनों का दुख बांटने आईं हैं। उधर, कांग्रेस की राष्टï्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 10 हजार करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है, जहां जीडीपी का लगभग 14 प्रतिशत सेब बागानों से आता है।
आज वहां के लोगों को मदद की जरूरत है, लेकिन पीएम मोदी वाशिंगटन सेब पर आयात शुल्क कम करके पांच लाख से अधिक बागवानों के साथ अन्याय कर रहे हैं। जब पीएम मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे तो कहते थे कि हिमाचल उनका दूसरा घर है और वाशिंगटन सेब पर 100 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया जाएगा। लेकिन जब वे पीएम बने तो रिपोर्टों के मुताबिक जी20 के दौरान केंद्र सरकार ने फैसला लिया कि वाशिंगटन के सेब पर केवल 15 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया जाएगा, जो कभी 70 प्रतिशत था।

हिमाचल में राष्टï्रीय आपदा घोषित हो

प्रदेश सरकार प्रभावितों की हरसंभव मदद कर रही है। सडक़ों, हाईवे और फोरलेन का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करना केंद्र सरकार का दायित्व है। केंद्र सरकार भी प्रदेश को आर्थिक मदद मुहैया करवाए और इस आपदा को राष्टï्रीय आपदा घोषित करे। इससे काफी राहत मिलेगी। कई चीजें जिन्हें केंद्र सरकार कर सकती है और आपदा की घड़ी में केंद्र सरकार को आगे आना चाहिए। इसके लिए अपील भी की गई है। प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री से आग्रह है कि आपदा के समय प्रदेश के साथ राजनीति न करें। उनके साथ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री एवं जिलाध्यक्ष प्रकाश चौधरी और अन्य मौजूद रहे।

अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क घटाने से महबूबा और फारूख भी नाराज

नेशनल कांफे्रंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी इस फैसले की अलोचना की है। फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव के बारे में नहीं सोचा। अमेरिका को खुश करने के लिए केंद्र सरकार स्थानीय उत्पादकों को नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा, मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे यहां पहले से मौजूद गरीबी और बढ़ जाए और हम एक और संकट में फंस जाएं। अगर उन्होंने लोगों के लिए इसे आसान नहीं बनाया तो हम सडक़ पर उतरेंगे और विरोध करेंगे। महबूबा मुफ्ती ने हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में प्रचुर मात्रा में अच्छी गुणवत्ता वाले सेब उत्पादित होते हैं। सरकार अब भी सेब का आयात क्यों करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार का मेक इन इंडिया एक मजाक प्रतीत होता है। आयात शुल्क घटाए जाने से कश्मीर की बागवानी पर बुरा असर पड़ेगा।

प्रियंका गांधी को दो महीने बाद हिमाचल की याद आई : बलवीर

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक बलवीर वर्मा और विवेक शर्मा ने कहा है कि शुक्र है कि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता हिमाचल की सुध लेने तो आए। उन्होंने कहा कि भारी बरसात से हिमाचल प्रदेश में बड़ा नुकसान हुआ है। दो महीने बाद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी को समय तो मिला कि वह हिमाचल आएं, इसके लिए उनका वह धन्यवाद करते हैं, पर लगता है कि अभी तक कांग्रेस पार्टी के नेता सनातन धर्म पर हमला करने में व्यस्त थे, इसलिए उनको समय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सत्ता पाने के लिए अनेक घोषणाएं कीं। हिमाचल प्रदेश में 22 लाख बहनें 1,500 रुपये प्रति महीना की गारंटी का इंतजार कर रही हैं।

अपने दायित्व से भाग रही सुक्खू सरकार : जयराम

हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार को बने नौ महीने हो गए हैं। पहले कांग्रेस सरकार ने छह महीने बजट रोना रोते हुए निकाल दिए। अब आपदा के दौर में केंद्र पर ठीकरा फोड़ बचने की कोशिश कर रही है। यह बात नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी में पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस की बस नहीं तो सरकार चलाने का दावा न करे। सरकार आपदा के शोर में अपनी कमजोरी छिपाने के लिए केंद्र पर ठीकरा फोड़ रही है। जयराम ने कहा कि केंद्र सरकार आपदा के दौर में प्रदेश की हरसंभव मदद कर रही है। प्रदेश सरकार का यह कहना कि केंद्र से सहयोग नहीं मिल रहा है गलत बात है। केंद्र सरकार ने आपदा राहत के लिए प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपये भेजे हैं। वहीं राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम के साथ वायु सेना के हेलिकाप्टर राहत सामग्री पहुंचाने के लिए दिन-रात जुटे रहे। जयराम ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से केंद्र पर निर्भर होकर रह गई है।
ल्झ्क्ष्क्ष्क्ष्तंक्ष्क्ष्क्ष्थझ्क्ष्क्ष्क्ष्अ, जयराम ने कहा कि सीएम रिस्टोरेशन के काम को करने के बजाय अभी भी संस्थानों को बंद करने में लगे हैं। सरकार पटेल यूनिवर्सिटी के दायरे को आधारभूत ढांचा न होने का हवाला देकर बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

 

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