चैत्र नवरात्रि कब 29 या 30? इस बार मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना बेहद शुभ

4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिंदू धर्म के अनुसार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है। नवरात्रि का बहुत ही खास महत्व है। चैत्र नवरात्रि का पर्व हमें शक्ति, समृद्धि, और मानसिक शांति की ओर आगे बढ़ाता है। देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के माध्यम से जीवन में सकारात्मक बदलाव और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। इस नवरात्रि में भक्ति, साधना और परिवार के साथ समय बिताने से प्रेम और दया के साथ-साथ सुख और समृद्धि का अहसास भी होता है।
आपको बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू हो रही है। यह त्योहार हिंदू धर्म में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पहली तारीख से होती है। इस दौरान व्रत रखने और पूजा करने से मां दुर्गा सभी इच्छाएं पूरी करती हैं।
चैत्र नवरात्रि 30 मार्च-6 अप्रैल तक रहेगी, जिसमें 8 दिन देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होगी। महाष्टमी 5 अप्रैल को मनाई जाएगी, इस दिन हवन, कलश स्थापना और कन्या पूजन किया जाएगा। इस बार नवरात्रि का पहला दिन रविवार है, इसलिए मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आने वाली है। मान्यता के अनुसार, मां भगवती का हाथी पर सवार होकर आना बहुत ही शुभ होता है। यह अपार धन लाभ का संकेत भी माना जाता है।
जहां हर बार नवरात्रि का व्रत पूरे 9 दिन किया जाता है, लेकिन इस बार नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 8 दिन के ही होने वाले हैं। पंचांग के अनुसार, इस बार पंचमी तिथि का क्षय होने की वजह से 8 दिन ही नवरात्रि का व्रत किया जाएगा. ऐसे में सवाल ये है कन्या पूजन किस दिन किया जाएगा।
जानिए कन्या पूजन विधि
- नवरात्रि में कन्या पूजन के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- इसके बाद हलवा, पूरी और चने का प्रसाद तैयार कर लें।
- फिर 9 छोटी कन्याओं और एक छोटे लड़के को बुलाएं।
- सबसे पहले सभी पैर धोकर उन्हें साफ-सुथरे आसन पर बिठाएं.
- इसके बाद घी का दीपक जलाकर सभी की आरती करें।
- अब सभी कन्याओं को प्रसाद खिलाएं और सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा या उपहार दें और पैर छूकर आशीर्वाद लें।