गर्मी में बदलें खानपान
- बच्चों से बुजुर्गों तक को दें ये आहार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गर्मियों का आगाज हो गया है। ऐसे में आपको सभी की सेहत को ध्यान में रखते हुए खान-पान में भी बदलाव करने होंगे, जैसे-जैसे मौसम में परिवर्तन आता है, अपनी सेहत का ख्याल रखना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। इसलिए सभी को इस समय अपने खान-पान में जरूरी बदलाव करने चाहिए। आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। ऐसे मेेंं व्यायाम और आहार में पोषक तत्वों को शामिल करके आप अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शरीर को स्वस्थ रख सकती हैं। आमतौर पर गर्मियों के मौसम में उल्टी, दस्त और डिहाइड्रेशन जैसी कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं, इसलिए इस मौसम में हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए। ठंडे तरल पदार्थों का सेवन करना अधिक लाभकारी होता है।
हाइड्रेटेड रहने की जरूरत
गर्मियों में उच्च तापमान के कारण हमारे शरीर से पानी अधिक मात्रा में निकल जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए सही खान-पान से जल की आपूर्ति को बनाए रखना आवश्यक है। इसके लिए आप तरल पदार्थों में नींबू की शिकंजी, लस्सी, ठंडाई, नारियल पानी, आम पन्ना, बेल का शरबत आदि का सेवन करें। घर में बने ये पेय आपके शरीर में विटामिन्स का उचित स्तर बनाए रखने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा आप घर से बाहर निकलते समय पानी पीकर ही निकलें और अपने साथ पानी की एक बोतल जरूर रखें। इससे आपको डिहाइड्रेशन की कभी कोई परेशानी नहीं होगी।
फल-सब्जियों का सेवन
गर्मियों के भोजन में पोषक तत्वों की अधिक मात्रा आपको मिलनी चाहिए। इससे शरीर को सही पोषण मिलता है और आप स्वस्थ रहती हैं। गर्मियों में फल और सब्जियों की आपूर्ति बढ़ जाती है, जो विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत होती हैं। गर्मियों में हमें अधिक पानी की जरूरत होती है और फल एवं सब्जियां भी इस जरूरत की भरपूर आपूर्ति करती हैं। इसलिए अधिक फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। फलों में तरबूज, ककड़ी, केला, संतरा, आम और नारियल पानी का सेवन अच्छा रहता है। वहीं, सब्जियों में टमाटर, गाजर, शिमला मिर्च आदि शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ ही जरूरी पोषण तत्व भी प्रदान करती हैं।
वृद्धों की थाली
इस उम्र के लोगों में प्रोटीन की पूर्ति के लिए प्रोटीन स्रोतों को शामिल करें, जैसे कि स्किम्ड दूध, दही, रायता, छाछ, पनीर, अंडे और बिना छिलके वाली दालें। विटामिन, मिनरल्स और फाइबर के लिए अनेक प्रकार के सीजनल फल और हरी सब्जियां शामिल करें और अनाजों को शामिल करें, जैसे कि चावल, दलिया और अन्य अनाज। इनके लिए रात का भोजन विशेष रूप से हल्का और सुपाच्य होना चाहिए। यदि हो सके तो इस समय सप्ताह में दो-तीन बार इन्हें खिचड़ी का सेवन जरूर कराएं।
दूध से बनी चीजें
गर्मियों में ठंडा दूध और दूध से बनी चीजें, जैसे कि दही, छाछ, लस्सी का सेवन जरूर करती रहें। ये आपके शरीर को ठंडा रखने के साथ-साथ अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। गर्मियों में बच्चे, बुजुर्ग और धूप में काम करने वाले लोगों पर ज्यादा बुरा असर होता है। तेज धूप से शरीर में पानी और नमक की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन, थकावट और लो ब्लड प्रेशर जैसी परेशानियां हो जाती हैं। गर्मियों में हर उम्र वर्ग के लोगों को अपना ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि तापमान और गर्मी बढऩे से हमारा शरीर तनाव में चला जाता है, जो कि चिड़चिड़ेपन, अनिद्रा, स्किन सेंसिटिविटी और विटामिन-मिनरल की कमी को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए आपको विभिन्न उम्र वर्ग के लोगों के आहार में क्या परिवर्तन करने चाहिए, इसके बारे में पूरी तरह पता होना चाहिए।
युवा की थाली
प्रोटीन मांस, मछली, अंडे, दाल, सोया, मिल्क प्रोडक्ट, जैसे कि दही और पनीर इन्हें जरूर दें। इससे इनके शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होगी। इसके अलावा पोषण तत्वों की पूर्ति के लिए हरी-भरी पत्तेदार सब्जियां और फलों को शामिल करें। फाइबर और विटामिन के लिए अनाज, जैसे कि ब्राउन राइस, गेहूं और अन्य मोटे अनाज, जैसे कि ज्वार, बाजरा, जौ, रागी आदि को इनकी डाइट में शामिल करना सबसे ज्यादा जरूरी है।
बच्चों की थाली
बच्चों के शरीर में अधिकतम पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए उनके आहार में अनेक प्रकार के रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों को शामिल करें। छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त प्रोटीन के स्रोत दूध, दही, पनीर, अंडा और दाल आदि ही होते हैं, इसलिए उनकी डाइट में इनको जरूर शामिल करें। साथ ही उन्हें ड्राई फ्रूट्स भी जरूर खिलाती रहें, जिससे उन्हें भरपूर मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मिल सकें। बच्चों को सेहतमंद अनाज, जैसे कि दलिया, चावल, रोटी और खासतौर से मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थों का भी सेवन छोटी उम्र से ही कराएं, क्योंकि बढ़ती उम्र में शरीर को पर्याप्त पोषक तत्वों का मिलना जरूरी माना जाता है।