छठ पूजा इन प्रसिद्ध सूर्य मंदिरों के करें दर्शन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पूर्वी भारत में धूमधाम से मनाए जाने वाले छठ पूजा का त्योहार का मुख्य केंद्र बिहार रहा है। हालांकि समय के साथ-साथ यह पर्व पूरे देश व विदेशों तक मनाया जाने लगा है। चार दिन के इस पर्व के दौरान व्रती भगवान सूर्य को अघ्र्य देकर उनकी प्रार्थना करते हैं। छठ पूजा में सूर्य देव की उपासना की जाती है। इस वर्ष छठ पूजा आज से शुरू हो रही है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय के साथ छठ पर्व का आरंभ होता है और अगले चार दिनों तक यह पर्व मनाया जाता है। सूर्योदय को अघ्र्य और सूर्योस्त की पूजा करके छठ पूजा मनाई जाती है। इस छठ पूजा के मौके पर आप सूर्य देव के मंदिरों के दर्शन करने जा सकते हैं। भारत में कई प्रसिद्ध सूर्य मंदिर हैं, जहां आप छठ पूजा कर सकते हैं।

गुजरात का सूर्य मंदिर

अगर आप गुजरात के रहने वाले हैं तो अहमदाबाद के पास सूर्य मंदिर है। शहर से 100 किलोमीटर दूर मोढ़ेरा में बने सूर्य मंदिर में छठ पर्व के दौरान जा सकते हैं। सम्राट भीमदेव सोलंकी ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। यहां पर इसके संबंध में एक शिलालेख भी मिलता है। सोलंकी सूर्यवंशी थे, सोलंकी सूर्यवंशी थे और वे सूर्य को कुलदेवता के रूप में पूजते थे। इसलिए, उन्होंने अपने आराध्य देवता का एक भव्य सूर्य मंदिर बनाने का निश्चय किया था। यह मंदिर उस समय की शिल्पकला का एक अनोखा उदाहरण है। इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पूरे मंदिर के निर्माण में जुड़ाई के लिए कहीं भी चूने का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
मंदिरों के साथ यह बने कुंड भी 11 वीं शताब्दी की शुरुआत में बनाया गया था। निर्माण के बाद 12 वीं शताब्दी की तीसरी तिमाही में प्रवेशद्वार, मंदिर के बरामदे और मंदिर के द्वार और कर्ण के शासनकाल के दौरान कक्ष का निर्माण करवाया गया था।

गया का सूर्य मंदिर

सूर्य ब्रह्मांड में जागृत देव हैं। सूर्य की ऊर्जा से ही संसार में गति होती है। भगवान सूर्य की कृपा से साधक को आरोग्यता के साथ साथ आयु का भी वरदान मिल जाता है। पंचांग में ऐसी कई तिथियां हैं जब भगवान सूर्य के व्रत उपासना का विधान बताया गया है। वेदों से लेकर पुराणों उपनिषदों तक सूर्य की उपासना का विस्तृत वर्णन है। बिहार का गया अपने धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। गया की संबंध बौद्ध धर्म और पितृ-पक्ष से जुड़ा हुआ है। गया में दक्षिणार्क सूर्य मंदिर स्थित है। छठ पूजा के दौरान श्रद्धालु इस मंदिर में अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए आते है।

औरंगाबाद का सूर्य मंदिर

बिहार के औरंगाबाद जिले में स्थित देव सूर्य मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। मंदिर का निर्माण स्वयं देवताओं के वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा ने अपने हाथों से किया है। छठ पर्व के दौरान इस मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जहां त्रेतायुग में बना सूर्यमंदिर स्थित है। ये मंदिर अद्भुत शिल्पकला का उत्कृष्ट नमूना है। देश भर में प्रसिद्ध इस सूर्य मंदिर को लेकर कई कहानियां कही जाती हैं। इस मंदिर में भगवान सूर्य का दर्शन करने के लिए सालों भर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है।

सूर्य मंदिर, रांची

झारखंड की राजधानी रांची से 39 किलोमीटर से दूर बुंडू के पास सूर्य मंदिर है। संगमरमर से बने सूर्य मंदिर में 18 पहियों और 7 घोड़ों के रथ पर विराजमान भगवान सूर्य आकर्षण का केंद्र है। यहां पर हर साल छठ पर्व के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

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