मिशन इंद्रधनुष के तहत नहीं हो रहा बच्चों का टीकाकरण: खरगे
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत टीकाकरण करने में कथित विफलता के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले केंद्र पर निशाना साधा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, पीएम केवल घमंड की परवाह करते हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने इसे मुख्य पाप करार देते हुए दावा किया कि 2023 में 16 लाख बच्चों को डिप्थीरिया, टेटनस और पर्टुसिस (डीटीपी) और खसरे के टीके नहीं दिए गए थे।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सीओवीआईडी महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों की सहायता के लिए लगभग आधे आवेदन पीएम केयर्स फंड द्वारा बिना कोई कारण बताए खारिज कर दिए गए। मिशन इंद्रधनुष केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नेतृत्व में एक प्रमुख नियमित टीकाकरण अभियान है। 2014 में शुरू की गई योजना यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है कि नियमित टीकाकरण सेवाएं उन बच्चों और गर्भवती महिलाओं तक पहुंचें जो पहले टीकाकरण से चूक गए थे या टीकाकरण कार्यक्रम से बाहर हो गए थे। एक्स पर एक पोस्ट में खडग़े ने कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस पार्टी द्वारा रखी गई टीकाकरण में भारत की मजबूत नींव को बर्बाद कर रही है।
मिशन इंद्रधनुष केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नेतृत्व में एक प्रमुख नियमित टीकाकरण अभियान है। 2014 में शुरू की गई योजना यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है कि नियमित टीकाकरण सेवाएं उन बच्चों और गर्भवती महिलाओं तक पहुंचें जो पहले टीकाकरण से चूक गए थे या टीकाकरण कार्यक्रम से बाहर हो गए थे। एक्स पर एक पोस्ट में खडग़े ने कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस पार्टी द्वारा रखी गई टीकाकरण में भारत की मजबूत नींव को बर्बाद कर रही है।
खडग़े ने कहा कि मोदी सरकार ने लाखों बच्चों का टीकाकरण न करके बहुत बड़ा पाप किया है। टीकाकरण की उपेक्षा का अर्थ है बहुमूल्य जीवन की हानि। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा टीकाकरण में भारत की मजबूत नींव का लाभ मोदी सरकार द्वारा बेशर्मी से बर्बाद कर दिया गया है, क्योंकि 16 लाख बच्चों को 2023 में डिप्थीरिया, टेटनस, और पर्टुसिस (डीटीपी) और खसरे के टीके नहीं दिए गए हैं। 2022 में प्राप्त लाभ को नष्ट करना।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, मीडिया रिपोर्टों से उजागर हुए कोविड अनाथ बच्चों के प्रति रैंक की उदासीनता और घोर तिरस्कार से पता चलता है कि ऐसे बच्चों की सहायता के लिए लगभग 50त्न आवेदन क्करूष्ट्रक्रश्वस् फंड द्वारा बिना कोई कारण बताए खारिज कर दिए गए थे! नरेंद्र मोदी जी, अगर हमारे बच्चों की देखभाल नहीं की जाएगी तो हम ‘विक्सित भारत’ कैसे सुनिश्चित करेंगे? हकीकत में पीएम को सिर्फ घमंड की परवाह है!