चीन ने रचा मेडिकल इतिहास, रिमोट सर्जरी में हासिल किया मेडिकल टेक्नोलॉजी का नया मुकाम
चीन ने एक बार फिर मेडिकल टेक्नोलॅाजी के क्षेत्र में दुनिया को चौंका दिया है। हाल ही में की गई एक ऐतिहासिक सर्जरी ने यह साबित कर दिया है कि चिकित्सा विज्ञान अब भौगोलिक सीमाओं से कहीं आगे बढ़ चुका है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः चीन ने एक बार फिर मेडिकल टेक्नोलॅाजी के क्षेत्र में दुनिया को चौंका दिया है। हाल ही में की गई एक ऐतिहासिक सर्जरी ने यह साबित कर दिया है कि चिकित्सा विज्ञान अब भौगोलिक सीमाओं से कहीं आगे बढ़ चुका है। डॉक्टरों की एक टीम ने दूर-दराज के इलाकों को जोड़ते हुए जो उपलब्धि हासिल की है, वह अब तक सिर्फ भविष्य की कल्पना लगता था।
चीन ने मेडिकल इतिहास में कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसने रिमोट सर्जरी की सभी सीमाओं को खत्म कर दिया है. इतिहास में पहली बार चीनी डॉक्टरों ने सेटेलाइट नेटवर्क के जरिए कई किलोमीटर दूर मौजूद मरीजों की रोबोटिक सर्जरी की है. डॉक्टरों की टीम ने बीजिंग में मौजूद दो मरीजों की सर्जरी की है. इस टीम का नेतृत्व प्रोफेसर Rong Liu ने किया है. एक 68 साल के लीवर कैंसर के मरीज का ऑपरेशन किया गया. जबकि 56 साल के दूसरे मरीज के लीवर ट्यूमर को निकाला गया. इस सर्जरी में करीब 2 घंटे का वक्त लगा है. 24 घंटे के अंदर दोनों मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब चीन के डॉक्टरों ने कई किलोमीटर दूर बैठकर रिमोट सर्जरी की है. इससे पहली भी चीन के डॉक्टर ऐसा कर चुके हैं, लेकिन अबतक इसके लिए 5G नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाता था जिसकी अपनी सीमाएं थी. इसलिए रिमोट सर्जरी सिर्फ वहां हो सकती थी जहां 5G नेटवर्क मौजूद है, जिसकी वजह से ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में इसे नहीं किया जा सकता था, लेकिन अब चीन ने सेटेलाइक तकनीक के जरिए इन सभी सीमाओं को खत्म कर दिया है. चीन से सामने आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सर्जरी को Apstar-6D सैटेलाइट के जरिए किया गया है.
5000 किलोमीटर दूर से की सर्जरी
पहले सैटेलाइट के जरिए ल्हासा अस्पताल को शिआन सेटेलाइट मेन स्टेशन को जोड़ा गया. इसके बाद यहां से क्लाउड सर्वर के जरिए बीजिंग अस्पताल तक सिग्नल भेजे गए. ये दूरी करीब 5000 किलोमीटर बैठती है. चीन के इस हैरतअंगेज कारनामे को मेडिकल इतिहास में नई क्रांति मानी जाती है. इससे दूरदराज और पिछड़े क्षेत्रों में भी रिमोट सर्जरी को अंजाम दिया जा सकेगा. इस तकनीक में सबसे खास बात यह थी कि इसमें Apstar-6D सैटेलाइट का उपयोग किया गया. इस पूरे प्रोसेस में लगभग 5000 किलोमीटर की दूरी तय की गई.
ग्रामीण इलाकों में भी सर्जरी संभव
चीन का यह प्रयोग मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई क्रांति की तरह देखा जा रहा है. इससे न केवल इलाज की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि विशेषज्ञ डॉक्टर अब हजारों किलोमीटर दूर बैठे मरीजों की जान बचा सकेंगे. आने वाले वर्षों में यह तकनीक पूरी दुनिया के हेल्थकेयर सिस्टम को नया आकार दे सकती है. इस तकनीक ने यह साबित कर दिया है कि मरीज का इलाज करने के लिए अब उस जगह मौजूद होने की जरूरत नहीं है. दूरी से भी आसानी से मरीज का इलाज किया जा सकता है.