बिहार में चिराग ने दिखाई आंख, नीतीश अचानक दिल्ली पहुंचे, मचा बवाल!

लोकसभा चुनाव के बाद से अल्पमत में आए मोदी को अब उनके सहयोगी भी आंख दिखा रहें है.... कभी मोदी की प्रसंसा करने वाले नेता अब मोदी को चुनौती दे रहें है....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव के बाद से अल्पमत में आए मोदी को अब उनके सहयोगी भी आंख दिखा रहें है…. कभी मोदी की प्रसंसा करने वाले नेता अब मोदी को चुनौती दे रहें है…. इसी कड़ी में चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बड़ा बयान दिया है…. और उन्होंने कहा कि यह अब साफ है कि नरेंद्र मोदी…. और एनडीए सरकार की लोकप्रियता कम हो गई है…. और एनडीए सरकार का आगे का सफर जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड सहित 9 राज्यों के चुनावों पर निर्भर करेगा…. बता दें कि इससे पहले प्रशांत किशोर मोदी औ बीजेपी को लेकर तारीफ भऱी बाते किय़ा करते थे… और जनता को सरकार के कामों को गिनाने का काम करते थे… कई बार प्रशांत किशोर पर भाजपा का बी टीम होने का भी आरोप लगा है… बीजेपी ने मोदी के मार्गदर्शन में लोकसभा चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया… जिसके बाद बैसाखी के सहारे सरकार तो बन गई… लेकिन मोदी की कमजोरी का फायदा सभी दल उठाने में जुट गए… वही कभी बीजेपी के लिए काम करने वाले प्रशांत किशोर ने भी अब तो आंख दिखाना शुरू कर दिया है….

बता दें कि प्रशांत किशोर ने मोदी के भविष्य को लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर दी है… जिससे बीजेपी अमले में खलबली मची हुई है… आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि पीएम मोदी….. और एनडीए सरकार की लोकप्रियता में कमी आई है…. एनडीए सरकार का आगे का सफर 2 से 2.5 साल में होने वाले 9 राज्यों के चुनाव पर बहुत हद तक निर्भर करेगा….. प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर राज्यों में नतीजे बीजेपी के खिलाफ रहे तो सरकार की स्थिरता पर सवाल जरूर उठेंगे…. लेकिन अगर बीजेपी इन राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करती है तो उसकी सत्ता बनी रहेगी…. वहीं प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी की यह मजबूरी है कि वो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से नहीं हटा सकते हैं….. और उन्होंने कहा कि बीजेपी जानती है कि नीतीश के मुख्यमंत्री रहते वे बिहार में चुनाव नहीं जीत सकते….. लेकिन वे बिहार में कुछ नहीं कर सकते क्योंकि दिल्ली में सरकार चलाने के लिए उन्हें नीतीश की मदद की जरूरत है….

बता दें कि मोदी को पता है कि बिहार में बिना नीतीश के बीजेपी की जीत संभव नहीं है… वहीं नीतीश की मांगों को भी पूरा करना मोदी की मजबूरी है… और बैसाखी के सहारे आते ही सभी सहयोगी दल आंख दिखाने लगे है…. और अपने सहयोगियों की बातों को पूरा करना मोदी की मजबूरी बन गई है…. जिसका फायदा सभी सहयोगी दल भरपूर उठ रहे हैं… बता दें कि चुनाव रणनीतिकार से सियासत के मैदान में आए प्रशांत किशोर अब अपनी पार्टी लॉन्च करने की तैयारी में हैं…. प्रशांत किशोर पिछले दो साल से जन सुराज पदयात्रा पर हैं…. और अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर जन सुराज पार्टी की सियासत में एंट्री का औपचारिक ऐलान करने वाले हैं…. जन सुराज बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है….. हाल ही में बिहार की राजनीति में अपना सिक्का आजमाने उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बड़ा ऐलान किया था… और उन्होंने कहा कि अगर उनकी नई राजनीतिक पार्टी सत्ता में आती है…. तो वह एक घंटे के भीतर ही बिहार में शराबबंदी को समाप्त कर देंगे….

इससे पहले प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि हमारी पार्टी विधानसभा चुनाव में 40 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देगी…. और उन्होंने कहा था कि शराबबंदी का फैसला नीतीश कुमार की तरफ से एक ढकोसला है…. प्रशांत किशोर ने मौजूदा शराबबंदी की आलोचना की…. और दावा किया कि यह अप्रभावी साबित हुई है…. और उन्होंने कहा कि शराबबंदी के कारण अवैध घरेलू शराब वितरण बढ़ गया है…. और राज्य को 20,000 करोड़ रुपये के संभावित उत्पाद शुल्क राजस्व से वंचित कर दिया है….. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में एक कमजोर पीएम हैं….. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की ताकत और लोकप्रियता गिरी है…. मैंने चुनाव से पहले ही कहा था वो जितनी भी सीटें ले आएं…. अपने तीसरे कार्यकाल में वो कमजोर साबित होंगे…. क्योंकि 10 साल में लोगों ने उनके काम देखे हैं…. बिहार के लोगों ने 2014 में बीजेपी को 30 से ज्यादा सीटें दीं….. 2019 में 39 सीटें दीं….. इस बार भी उन्होंने 30 से ज्यादा सीटें जीतीं…… लेकिन बिहार के लोगों की जिंदगी में क्या बदलाव आए…. वहीं उन्होंने कहा कि अगर कुछ नहीं बदला है तो निश्चित तौर से 2014 और 2019 के बाद पीएम मोदी के समर्थकों का मोहभंग हुआ होगा…. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और ताकत दोनों ही गिरे हैं…..

आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को लेकर भी बड़ा दावा किया…. और उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हालात में थोड़ा सुधार हुआ है…. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पिछले दो साल में काफी मेहनत की है…. राहुल गांधी ने मोदी की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा निकालकर देश की जनता को अलग संदेश दिया… और मोदी की नकारात्मक राजनीति का पर्दाफाश करके रख दिया…. जिसका बड़ा फायदा लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को मिला और कांग्रेस देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी… और मोदी को परेशान कर दिया… मोदी की नीतियों का पोस्टमार्टम करने का काम किया और राहुल गांधी लगातार कर भी रहे है….

वहीं चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर  ने एक बार फिर बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया है….. पीके ने दावा किया है कि आने वाले समय में न तो जनता दल यूनाइटेड बचेगा…. और न ही नीतीश कुमार का कोई राजनीतिक वजूद रहेगा…. और उन्होंने बिहार में अधिकारियों के राज और नीतीश कुमार की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए हैं…. प्रशांत किशोर ने कहा है कि जेडीयू जब दल ही नहीं रहेगा तो उसका उत्तराधिकारी क्या होगा…. पीके ने आगे कहा कि जनता ने जनादेश दिया नहीं है…. सरकारी नौकरी की वजह से जो आपको पावर मिलता है वो है नहीं…. आप सरकारी नौकर थे….. नीतीश कुमार ने सलाहकार बना दिया…. इनका न जनता से सरोकार है न सरकारी व्यवस्था से सरोकार है…. इसलिए बिहार में अधिकारियों का बोलबाला दिख रहा है….. जो अधिकारी चाहेगा वही होगा….

पीके ने कहा कि नीतीश कुमार का जो दल है मैं उसमें रहा हूं… नीतीश कुमार के साथ काम भी किया है…. तो उस दल की पूरी पूंजी नीतीश कुमार हैं…. जब वही (पूंजी) खत्म हो गई तो ब्याज से कैसे काम चलेगा…. उस दल का कोई भविष्य नहीं है…. प्रशांत किशोर कहा कि आप बिहार में किसी व्यक्ति से बात करिए वो कहेगा बिहार में अधिकारियों का राज है…. अधिकारियों का जंगलराज है…. ऐसे में लोगों को विचार करने की जरूरत है कि ये अधिकारियों का आखिर जंगलराज हुआ कैसे…. नीतीश कुमार तो पहले भी मुख्यमंत्री थे…. हुआ ये कि नीतीश कुमार पिछले कुछ सालों से विधायकों, मंत्रियों, पंचायती राज से जुड़े हुए… लोगों के बजाय, अपने कार्यकर्ताओं के बजाय पूरी व्यवस्था को अपने चंद दो-चार सलाहकारों के हवाले कर दिया है….

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जैसे विदेशी राजनयिकों की कतार दिखती है……. दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर बिहार में राजनीतिक दल की प्राण-प्रतिष्ठा कर रहे प्रशांत किशोर के कार्यक्रम में उसी तरह विदेशी मेहमानों का जमावड़ा रहेगा…. हां, 10 से 12 देशों के लोग रहेंगे प्रशांत किशोर के मंच पर…. बिहार की दशा-दिशा बदलने के नाम पर राजनीतिक दल का गठन कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, यानी पीके ने ऐसी भी तैयारी रखी है….. वहीं इस कार्यक्रम में प्रशांत किशोर की पार्टी का नामकरण भी होगा…. ‘जन सुराज’ नाम कायम रखने पर ज्यादा लोगों की सहमति है…. लेकिन अंतिम फैसला लेकर कल खुद पीके मंच से एलान करेंगे…. इसके साथ ही वह पार्टी अध्यक्ष के नाम का भी एलान करेंगे….

प्रशांत किशोर चुनावी रणनीतिकार के अलावा बड़े इवेंट मैनेजर के रूप में भी अपने इस कार्यक्रम की तैयारी करा रहे हैं…. पूरे बिहार में पीले रंग में रंगी जन सुराज की गाड़ी घूमकर माहौल बना रही है…. तो राजधानी पटना में इसे मेगा इवेंट बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है…. पटना के गांधी मैदान में जगह नहीं मिली तो वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में पीके की पार्टी का पहला कार्यक्रम हो रहा है…. यह पटना एयरपोर्ट के बगल में है…. और यहां आम आबादी अमूमन कम जाती है…. इसे देखते हुए लोगों को उस तरफ मोड़ने के लिए कई तरह की तकनीकी तैयारी भी रखी गई है…. पीके की पार्टी गठन के इस कार्यक्रम में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी सहित 10 देशों से मेहमानों को बुलाया गया है…. वह यहां बिहार और बिहारी की ताकत देखेंगे…. दूसरी तरफ उन्हें बुलाकर इस इवेंट को वैश्विक बनाने की तैयारी की गई है….

आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती पर अपनी पार्टी के गठन की घोषणा की…. तभी से बिहार की राजनीति के दिग्गजों ने उन्हें कमतर बताना तेज कर दिया…. अब प्रचार हो रहा है कि वह अपनी पत्नी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने जा रहे हैं…. यह हल्ला इसलिए है, क्योंकि खुद पीके अध्यक्ष नहीं बनने की बात कह रहे हैं…. परिवारवाद के आरोप से बचने के लिए पीके अपनी पत्नी को शायद ही यह जिम्मेदारी दें…. ऐसे में अध्यक्ष कौन बनेगा…. इसपर गहन मंथन जन सुराज के मौजूदा सक्रिय टीम में भी हो रहा है…. यह घोषणा भी कल खुद पीके ही करेंगे….

आपको बता दें कि पीके ने जन सुरक्षा स्थापना अधिवेशन के जरिए राजनीतिक दलों को भी इवेंट मैनेजमेंट की सीख दी है…. वहीं बुधवार को कार्यक्रम के बाद इसकी सफलता पर बहस होगी…. लेकिन फिलहाल तैयारी देखने लायक है….. बाकायदा सभी जिलों से आ रही गाड़ियों को रूट मैप दिया गया है…. ऐसा रूट मैप जो उनके जिले से पटना पहुंचने…. और पार्किंग स्थल होकर सभा स्थल पहुंचने तक की जानकारी दे रहा है…. भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, बांका, लखीसराय, जमुई, शेखपुरा और मुंगेर की गाड़ियों को चितकोहरा साईं मंदिर मैदान में रुकने का निर्देश दिया गया है….. यहीं इन गाड़ियों में आए लोगों के खान-पान की भी व्यवस्था रखी गई है…. गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद की गाड़ियां अनीसाबाद के राम लिखन सिंह यादव कॉलेज में ठहराई जाएंगी…. जबकि इनमें आए लोगों को खाने के लिए साईं मंदिर मैदान में जाना होगा….. नवादा, नालंदा, बेगूसराय, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया की गाड़ियां गर्दनीबाग स्थित पटना हाई स्कूल में ठहराई जाएंगी…. और इनमें आए लोगों के खान-पान की व्यवस्था भी यहीं होगी…. इन सभी जगहों से लोग पैदल सभा स्थल तक जाएंगे और रास्ते में मार्ग-प्रदर्शक भी होंगे….

 

 

 

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