सदन में सीएम योगी और अखिलेश की लड़ाई तू तड़ाक पर उतरी, मचा हंगामा
- सीएम ने मुलायम सिंह पर किया कटाक्ष तो भडक़ गये अखिलेश
- सीएम पर हमला करते हुए पूछा चिनमयानंद किसके थे गुरू
- पहली बार योगी और अखिलेश में हुई इतनी तीखी बहस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा में प्रयागराज में एक गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या का मामला गूंजा। मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ने इस मामले को जोरदार तरीके से उठाते हुए योगी सरक ार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। दोनों नेताओं बात इतनी बढ़ी की तू-तड़ाक पर आ गई। शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने प्रयाग राज हत्याकांड का मामला उठाया और कहा कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। अखिलेश की मांग पर योगी भडक़ गए। उन्होंने कहा सपा सरकार के समय में माफिया हावी थे। योगी ने मुलायम सिंह यादव पर भी टिपप्णी की।
‘सरकार पूरी तरह से विफल हुई’
इस पर अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी की भाषा पर सवाल उठाए। इस पर सदन में कुछ देर के लिए हंगामा हो गया। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के दखल के बाद सदन की कार्यवाही फिर से चलने लगी। मुख्यमंत्री विधानसभा में राज्यसभा के अभिभाषण पर सदन को संबोधित करने वाले थे पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की गोली मारकर हत्या का मुद्दा उठाया। इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था उत्तर प्रदेश में इस तरह से गोली चलना, बम चलना और गैंगवार की तरह दिखना, ये सरकार पूरी तरह से विफल हुई है। ये रामराज्य है, जहां खुलेआम बंदुकें चल रही हैं? पुलिस पूरी तरह से विफल है और इसकी जिम्मेदार भाजपा है।
किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टïी में मिला देंगे। उन्होंने कहा कि सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा माफियाओं की पोषक है। राजूपाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है उसे सपा ने विधायक बनाकर प्रश्रय दिया। अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए योगी ने कहा कि आप खुद माफियाओं का पोषण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव द्वारा भाजपा की पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी पर सवाल उठाने पर कहा कि पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण जनता का आदेश है। जनता ने भाजपा के पक्ष में लगातार लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के साथ ही यूपी विधानसभा चुनाव 2017 और 2022 में जनादेश दिया है। यह पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण है।
भाजपा सरकार के तहत ऐसी है सुरक्षा: अखिलेश
प्रयागराज में दिनदहाड़े हुए शूटआउट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरा है। अखिलेश ने ट्वीट करके कहा है कि ये है उप्र में एनकाउंटर सरकार की झूठी छवि का सच्चा एनकाउंटर, जहां इलाहाबाद में सरेआम एक हत्याकांड के गवाह सहित दो पुलिसकर्मियों को बम-गोली से भून दिया गया। उप्र की भाजपा सरकार के तहत ऐसी सुरक्षा व क़ानून-व्यवस्था में आम जनता भयभीत है।
ये है यूपी में कानून व्यवस्था का हाल
- 47 सेकेंड में आए बदमाश बम-गोलियों से गवाह को मार डाला
- प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। मात्र 47 सेकेंड में बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली चलाई और गवाह को मौत घाट उतार दिया। इस हत्याकांड ने उप्र के कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। शुक्रवार को प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इस हत्याकांड से संबंधित एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि 4 बजकर 56 मिनट 28 सेकंड पर बदमाशों ने पहले गोली दागी और 4 बजकर 57 मिनट और 15 सेकेंड पर बदमाश वारदात को अंजाम दे चुके थे। यानी इस वारदात में बदमासों ने मात्र 47 सेकेंड में अंजाम दिया। इतना ही नहीं बदमाश, उमेश पाल की गाड़ी के पीछे कचहरी से ही लग गए थे।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि उमेश 4 बजकर 56 मिनट और 24 सेकेंड पर अपनी सफेद रंग की क्रेटा कार से घर के बाहर पहुंचे। वह पिछली सीट पर बैठे थे, जैसे ही वे गाड़ी से बाहर निकले तो एक बाइक सवार बदमाश वहां आ पहुंचा और उसने पिस्टल तान दी। वह कुछ समझ पाते, उससे पहले बदमाश ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। पहली गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर गए। तभी दूसरा बदमाश भी आ धमका। इसके बाद उसने भी गोलियां चलानी शुरू कर दी, इस दौरान एक गनर को भी गोली लग गई। गोली लगते ही वह भी जमीन पर गिर गए।
कचहरी से ही पीछे लग गए थे बदमाश
इस वारदात को जिस तरह योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है. उसे देखकर ऐसा लगता है कि बदमाशों ने इस वारदात को पूरी योजना बनाकर अंजाम दिया है। जिस तरह से उमेश पाल के कार से उतरते ही बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया, इसे देखकर कहा जा रहा है कि बदमाश कचहरी से ही उनका पीछा कर रहे थे और जैसे ही वे कार से उतरे बदमाशों ने अपनी प्लानिंग के मुताबिक वारदात को अंजाम दे दिया।
इलाज के दौरान हुई उमेश व गनर की मौत
बदमाशों के हमले में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उमेश पाल और एक गनर ने दम तोड़ दिया, जबकि, दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अतीक, पत्नी शाइस्ता परवीन बेटों और भाई अशरफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज
प्रयागराज। विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद दूसरे दिन यानी शनिवार को एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। सुलेम सराय में उमेश पाल के घर के आसपास और पोस्टमार्टम हाउस में बवाल की आशंका से पुलिस अलर्ट है। पुलिस टीम ने रात भर छापेमारी करके 20 से ज्यादा लोगों को पकड़ा है, इनसे अलग-अलग स्थानों पर रखकर पूछताछ की जा रही है। उमेश की हत्या मामले में उनकी पत्नी जया पाल ने जेल में बंद अतीक अहमद, पत्नी शाइस्ता परवीन, बरेली जेल में बंद भाई पूर्व विधायक अशरफ, अतीक के बेटों, मो.मुस्लिम और अतीक के अन्य सहयोगियों के खिलाफ साजिश, हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में धूमनगंज थाने में एफआइआर लिखाई है। अतीक के दो बेटों को रात में ही हिरासत में ले लिया था। बाकी दो बड़े बेटे उमर और अली पहले से जेल में बंद है।