यूपी : सियासी जमीन मजबूत करने में जुटी कांग्रेस, अब महंगाई को बनाया हथियार
महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों पर महाअभियान चलाने की तैयारी
भाजपा हटाओ के नारे के साथ शुरू होगा जन जागरूकता अभियान
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पूरे प्रदेश में करेंगी बड़ी रैलियां
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सियासी वनवास खत्म करने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। विधान सभा चुनाव में फतह हासिल करने के लिए कांग्रेस पूरे प्रदेश में महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों पर महाअभियान चलाने जा रही है। इस दौरान लोगों को पार्टी से जोडऩे की कवायद भी की जाएगी।
यूपी में चुनावी सफलता हासिल करने के लिए कांग्रेस ने सघन रणनीति तैयार की है। इसके अंतर्गत पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश में महंगाई के खिलाफ 32240 किलोमीटर की पदयात्रा आयोजित करेगी। ये पदयात्राएं सभी 403 विधान सभाओं में आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा बड़ी जगहों पर बड़े कार्यक्रम और रैलियां आयोजित की जाएंगी। छोटे स्थानों पर 5000 नुक्कड़ सभाएं आयोजित होंगी। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन 14 नवंबर से भाजपा हटाओ, महंगाई भगाओ नारे के साथ पदयात्राओं की शुरूआत की जाएगी। ये यात्राएं अगले 10 दिन यानी 24 नवंबर तक जारी रहेंगी।
हर विधान सभा में न्यूनतम 10 किलोमीटर की पदयात्रा निकालने की रणनीति बनाई गई है। इसके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पूरे प्रदेश में बड़ी रैलियां आयोजित करेंगी, जिसमें वे महंगाई समेत प्रदेश के हर बड़े मुद्दों को उठाएंगी। वे उत्तर प्रदेश सरकार की हर नाकामियों को उजागर करने का काम भी करेंगी जबकि पदयात्राओं और नुक्कड़सभाओं के जरिए पार्टी के अन्य कार्यकर्ता उनकी बातों को समाज के सबसे निचले स्तर तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। इन सभाओं के जरिए कांग्रेस समाज के हर व्यक्ति से संपर्क स्थापित करने की कोशिश करेगी।
कांग्रेस की प्रतिज्ञा की बांटी जाएंगी प्रतियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह ने बताया कि इन यात्राओं के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका गांधी के द्वारा ली गई उन प्रतिज्ञाओं की प्रतियां लोगों को बांटेंगे, जिनमें महिलाओं को चुनाव में ज्यादा सीटें देने और गरीबों के कल्याण की योजनाएं शामिल होंगी।
सभी बाजारों में नुक्कड़ सभाएं
यात्राओं के मार्ग में आने वाले सभी बाजारों में नुक्कड़ सभाएं आयोजित की जाएंगी। हर विधान सभा को चार टुकड़ों में बांटकर यात्राएं आयोजित की जाएंगी। हर विधान सभा में कम से कम आठ दिन यात्राएं निकाली जाएंगी। हर विधानसभा में 80 किमी की पदयात्राएं आयोजित होंगी। पूरे प्रदेश भर में 24,180 ग्रामस्तरीय बैठकें भी आयोजित की जाएंगी।