कर्नाटक पर कांग्रेस का फोकस, भ्रष्टाचार पर भाजपा को घेर रहीं हैं प्रियंका गांधी
- महिलाओं को अपने पाले में लाने की मुहिम की तेज
- राज्य के दौरे पर है कांग्रेस महासचिव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 2023 में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए जहां सभी दल अपने-अपने कील-कांटे दुरुस्त करने में जुट गए है, वहीं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने भी अपने हथियार चमकाने शुरू कर दिए हैं। इसी को नजर में रखकर महासचिव प्रियंका गांधी दक्षिणी राज्य कर्नाटक में डेरा डाल चुकी हैं। प्रियंका गांधी ने वहां एक सम्मेलन में वादा किया कि अगर राज्य में कांग्रेस को सत्ता मिली तो घर की प्रत्येक महिला मुखिया को 2,000 रुपये प्रति महीने दिए जाएंगे। राज्य में इस साल मई के आसपास विधानसभा चुनाव होने हैं। हिमाचल प्रदेश में सत्ता दिलाकर प्रियंका गंाधी के हौसले बुलंद है। वहीं कर्नाटक कांग्रेस के लिए अहम इसलिए भी है क्योंकि वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का वह गृह राज्य है। प्रियंका जहां राज्यों में दौरे कर रही है वहीं अपने भाई राहुल गाँधी के भारत जोड़ो यात्रा में जगह-जगह शामिल हो उनको भी मजबूत करने मे जुटी हैं। वह कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश में तो लगी ही हुईं हैं,साथ ही भाजपा सरकार की कमियों को उजागर कर जनता को भी कांग्रेस के पक्ष में खड़ा करने की जुगत में लगी हैं।
उन्होंने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) द्वारा आयोजित किए गए ‘ना नायाकी’ कार्यक्रम में वहां की महिलाओं से वादा किया कि सत्ता में आने के बाद ‘गृहलक्ष्मी योजना’ के तहत गृहणी के खाते में हर साल सीधे 24,000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। गौरतलब है कि इससे कुछ ही दिन पहले पार्टी ने राज्य में प्रत्येक परिवार को 200 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली देने का भी वादा किया था। कांग्रेस ने कहा कि ‘गृहलक्ष्मी योजना’ का मकसद घरेलू गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों और महंगाई की बोझ से दबी गृहणियों की सहायता करना है। कांग्रेस ने कहा कि पार्टी चाहती है कि राज्य में महिलाएं सशक्त हों और अपने पैरों पर खड़े हों। पार्टी ने कहा कि कर्नाटक की हर महिला को कांग्रेस आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। इसी के तहत प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि इस बार चुनाव में राज्य की महिलाओं के लिए अलग से चुनावी घोषणापत्र भी जारी किया जाएगा।
कर्नाटक के हालात बदतर
कर्नाटक की राज्य सरकार को भी जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि राज्य में मौजूदा भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के मामले में चरम पर है। प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे पता चला है कि कर्नाटक में हालात बहुत खराब हैं। यहां की सरकार में मंत्री हर काम में 40 फीसदी दलाली ले रहे हैं। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में जनता के 1.5 लाख करोड़ रुपये हड़प लिए गए। उन्होंने कहा कि आप सोचें, बेंगलुरु में आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से कोई विकास कार्य हुआ है जिसमें से 3,200 करोड़ रुपये दलाली में चले जाते हैं। प्रियंका गांधी ने पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती में कथित घोटाले का उदाहरण दिया और कहा कि राज्य में बिना रिश्वतखोरी के कोई गाड़ी आगे नहीं बढ़ती। उन्होंने सवाल किया, आप अपने बच्चों को इसलिए पढ़ाते हैं कि उन्हें नौकरियां मिले, लेकिन यहां तो पुलिस के पद भी बेचे जा रहे हैं। क्या आप सत्ता में बैठे लोगों से यही उम्मीद करते हैं? उन्होंने कहा कि आज हालत यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, आवास, तबादले से लेकर लगभग हर सरकारी काम के लिए पैसा देना पड़ता है।
भाजपा के येदियुरप्पा फिर सक्रिय
कर्नाटक मेें बीजेपी भी सत्ता को बरकरार रखने के लिए सक्रिय हो गई है। इसी के तहत पीएम मोदी राज्य के हुबली जिले में रोड शो कर चुके हें। वहीं दिल्ली में कार्यकारिणी बैठक से अलग उन्होंने कर्नाटक के दिग्गज नेता येदियुरप्पा से मुलाकात की है। बीजेपी के दक्षिण में स्थापित करने वाले येदियुरप्पा का लिंगायत समुदाय पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। अभी तक कर्नाटक का ये दिग्गज नेता काफी लो प्रोफाइल रह रहे थे। लेकिन जैसे ही राज्य में चुनाव का वक्त नजदीक आया है येदियुरप्पा फिर से एक्टिव हो गए हैं। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद राज्य के चार बार के सीएम रह चुके येदियुरप्पा के भविष्य को लेकर भी अटकलें शुरू हो गई हैं। येदियुरप्पा के बाद सीएम बनाए गए बोम्मई का कार्यकाल काफी उथल-पुथल भरा रहा है। विपक्षी दल बोम्मई पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं और पेसीएम अभियान तक शुरू कर दिया। हालांकि, तमाम आरोपों के बाद भी बीजेपी ने कहा कि राज्य के नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा। बीजेपी के मुख्य रणनीतिकार अमित शाह ने कर्नाटक ईकाई को राज्य की कुल 224 सदस्यीय विधानसभा में 136 सीटें जीतने का लक्ष्य सौंपा है। लेकिन यह इतना आसान भी नहीं होने वाला है। कर्नाटक में बीजेपी को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलेगी। इस राज्य में देश की सबसे पुरानी पार्टी के पास कार्यकर्ताओं का एक मजबूत आधार भी है। कर्नाटक में कांग्रेस, एचडी कुमारस्वामी वाली सरकार के पतन के बाद तीसरी बार बीजेपी सत्ता में आई थी। राज्य में होने वाले चुनावों से पहले पीएम मोदी और येदियुरप्पा की मुलाकात ने राज्य के नेताओं की धडक़नें बढ़ा दी हैं। उधर, कर्नाटक बीजेपी चीफ नलिन कुमार कटील ने भी बीजेपी महासचिव अरुण सिंह से मुलाकात की है। इन मुलाकातों का राज्य में क्या असर होगा ये तो आने वाले समय में पता चल ही जाएगा।
पीएम मोदी भी मंथन में जुटे
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी काफी एक्टिव हो गई है। राज्य में पार्टी के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के इतर हुई मुलाकात के बाद अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी और कर्नाटक के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा के बीच हुई बैठक के बाद कयासों का दौर शुरू हो गया है। दोनों नेता बैठक के इतर मिले। ये मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली। माना जा रहा है कि इस बैठक में कर्नाटक विधानसभा चुनावों को लेकर बात हुई है। काफी समय से कर्नाटक में भी सत्ताधारी बीजेपी में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा चल रही है। ऐसे में येदियुरप्पा और पीएम मोदी की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। राज्य के सीएम बासवराज बोम्मई को लेकर पार्टी के एक धड़े में नाराजगी की खबरें भी आती रही हैं। कर्नाटक के सीएम पद से हटाए जाने के बाद येदियुरप्पा को पार्टी के संसदीय दल में शामिल किया गया है।