लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का भाजपा पर पलटवार !
4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं, चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सभी दल सियासी मैदान में उतर चुके हैं। सियासी पारा बढ़ाने के लिए नेता एक दूसरे पर जुबानी वार कर रहे हैं। तरह तरह की योजनाओं को जनता तक लेकर सभी दलों के नेता पहुंच रहे हैं। ये चुनाव काफी अहम इस लिए भी माना है रहा है क्योंकि इस बार के चुनाव में आर या पार की लड़ाई है। एक तरफ भाजपा इस बार 400 पार का नारा दे रही है वहीं कांग्रेस और इंडिया गठबंधन भी लगातार जनता के बीच जगह बनाने के लिए प्रयास कर रही है। इसी को देखते हुए प्रचार-प्रसार भी बढ़ा दिया गया है, दो बार से लगातार प्रधानमंत्री रहे नरेंद मोदी इस बार भी सत्ता को पाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं प्रचार में किसी तरह की कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे।
इस बार के लोकसभा चुनाव को साधने के लिए भाजपा हर तरह का प्रयास कर रही है, नरेंद्र मोदी समेत अन्य नेता लोगों के बीच पहुँच रहे हैं, लेकिन क्या इस बार का चुनाव भी जाति मजहब के नाम पर ही होगा यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है, इस देश में किस तरह से भ्रष्टाचार फैला हुआ है, बेरोजगारी चरम पर है, युवा सड़कों पर हैं, लेकिन मोदी सरकार इस बार भी पुराने चुनावी वादों की तरह इस बार भी वही मुफ्त का राशन और जाति मजहब बांट रही है। अभी हाल ही में चुनावी चंदे के रूप में इतना बड़ा घोटाला सामने आया लेकिन उसपर भाजपा की बोलती बंद है। यहां तक कि गोदी मीडिया भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। ऐसा हो भी क्यों न भाजपा सरासर इस मामले में फंसती जो दिखाई दे रही है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी हैं कि इसपर खुल कर बात करने ऐसे भी कतरा रहे हैं। खैर उनके इस आचरण का जवाब तो जनता इस बार के चुनाव में दे ही देगी लेकिन, इन दिनों जो चर्चा में है।
दरअसल कांग्रेस द्वारा जारी किया गया न्याय पत्र खूब सुर्खियां बटोर रहा है, इन सब के बीच बयानबाजी भी खूब जोरों पर हो रही है। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी भी भाजपा को घेरने में कोइ कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल ने एक जनसभा के दौरान पीएम मोदी को घेरते हुए जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है. चुनावी बांड योजना की लिस्ट सामने आने के बाद पता चलता है कि एक कंपनी को सीबीआई द्वारा धमकी दी जाती है और फिर कंपनी करोड़ों रुपये भाजपा को सौंप देती है. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद कंपनी को करोड़ों रुपये परियोजनाएं मिलती हैं. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी में एक फैसले में चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक करार दिया था.राहुल गांधी ने हैदराबाद में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है.
हमारी लड़ाई देश का संविधान और लोकतंत्र बचाना है. पीएम तीन-चार प्रतिशत लोगों के लिए काम करते हैं. उनके पास पैसा, खुफिया एजेंसियां, ईडी हैं. लेकिन हमारे पास सच्चाई और लोगों का प्यार है. उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग में प्रधानमंत्री के लोग बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा, जिसे पहले प्रवर्तन निदेशालय कहा जाता था, वह आज रंगदारी निदेशालय बन गया है. भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी वॉशिंग मशीन चला रही है. देश के सबसे भ्रष्ट मंत्री और सबसे भ्रष्ट नेता पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं. चुनाव आयोग में भी नरेंद्र मोदी के लोग हैं. कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं, लेकिन कांग्रेस-भाजपा से नहीं डरती. भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है, लेकिन कांग्रेस ऐसा कभी नहीं होने देगी।
इतना ही नहीं इस रैली के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट भी साझा किया है और लिखा, पीएम नरेंद्र मोदी अरबपतियों की ताकत है, हमारे साथ किसान-मजदूर का विश्वास है. उनके पास झूठ और फर्जी प्रचार है, हमारे पास 5 न्याय का संकल्प. उनके पास इलेक्टोरल बॉन्ड की ताकत है, हमारे पास देशवासियों से मिला योगदान. उनके पास ED है, CBI है, IT है, हमारे पास सच और जनता का प्यार. और इतिहास गवाह है कि आखिर में जीत हमेशा सच और मोहब्बत की होती है. नरेंद्र मोदी हार रहे हैं, INDIA जीत रहा है। खैर आपको बता दें कि यह सिलसिला चलता ही जा रहा है। कांग्रेस की सक्रिय नेता सुप्रिया नेता भी अक्सर भाजपा को घेरती हुई नजर आई हैं, अब उन्होंने एक बार फिर से भाजपा को निशाने पर लिया है और कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
उन्होने कहा कि 10 साल सरकार चलाने के बाद जब देश चुनाव के मुहाने पर खड़ा है तो PM मोदी अपनी घिसी-पिटी स्क्रिप्ट पर आ गए हैं। वहीं आपको बता दें कि कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी होने के बाद से ही भाजपा के खेमें में खलबली मची हुई है। इसे लेरक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम मोदी ने कहा कि ‘इसको देखकर पता ही नहीं चलता कि यह कांग्रेस का घोषणापत्र है या फिर मुस्लिम लीग का.’ कांग्रेस ने इसमें जिस तरह तुष्टिकरण की है और आरक्षण पर वादा किया, उसका स्पष्टीकरण देना पडे़गा. दोनों नेताओं के द्वारा की गई बयानबाजी पर, कांग्रेस सोशल मीडिया टीम की हेड और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने जवाब दिया है.
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यही दिल का प्रेम है, इश्क और मुश्क छुपाए नहीं, छुपते हैं. नरेंद्र मोदी और उनके पुरखों का मुस्लिम लीग से ऐसा इश्क है, जो छुपता नहीं है. 1942 में जब मौलाना आजाद कांग्रेस के अध्यक्ष थे, महात्मा गांधी के आह्वान पर ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ चल रहा था और सारा देश सड़कों पर था, करो या मरो का नारा था, ऐसे वक्त में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल में, नरेंद्र मोदी के पुरखे सिंध और नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रॉविंस में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे. खैर चुनाव को नजदीक आता देख जिस तरह से पार्टियों के नेता एक्टिव है ऐसे में एक बात तो तय है कि इस बार के चुनाव में कांटे की टक्कर होने वाली है अब देखना ये होगा कि इसकी योजनाओं पर जनता ज्यादा भरोषा जताती है। ये तो खैर आने वाले चुनावी नतीजों से ही पता चल पाएगा।