मणिपुर मुद्दे पर कांग्रेस ने एक बार फिर पीएम मोदी पर उठाए सवाल

जयराम रमेश ने पूछा- 15 महीने पहले आई सरकार की प्राथमिकता क्या है?

आखिर क्यों इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हैं प्रधानमंत्री

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मणिपुर में लगभग पिछले छह महीने से हिंसा जारी है और प्रदेश का माहौल लगातार तनावपूर्ण बना हुआ है। बीच में कुछ दिनों के लिए हालात कुछ सामान्य हुए थे लेकिन फिर मणिपुर के हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। सबसे बड़ी बात कि प्रदेश के हालात इतने बिगडऩे के बाद भी देश के प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक एक भी बार राज्य का दौरा तक नहीं किया। यही वजह है कि कांग्रेस लगातार पीएम मोदी पर सवाल उठा रही है। अब एक बार फिर कांग्रेस ने मणिपुर की हालत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया है।
कांग्रेस न आरोप लगाया कि इससे पहले कभी किसी प्रधानमंत्री ने एक राज्य या उसके लोगों को इस तरह नहीं छोड़ा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 15 महीने पहले भाजपा के सत्ता में आने के बाद मणिपुर में ऐसी स्थिति का आना उसकी नीतियों और प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं को दिखाता है।

डबल इंजन सरकार की विभाजनकारी राजनीति के कारण भडक़ी हिंसा

भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पांच महीने पहले, तीन मई की शाम को तथाकथित डबल इंजन सरकार की विभाजनकारी राजनीति के कारण मणिपुर में हिंसा भडक़ी थी। उन्होंने कहा कि लगभग एक महीने बाद, कर्नाटक चुनाव में अपनी जिम्मेदारियों को निभाकर और ऐसे अन्य जरूरी कार्यों से मुक्त होकर गृह मंत्री ने राज्य का दौरा करना उचित समझा। हालांकि, उनके दौरे से कोई सुधार नहीं हुआ बल्कि चीजें बद से बदतर हो गईं। जयराम रमेश ने कहा कि सामाजिक सद्भाव पूरी तरह से बिगड़ चुका है। हर दूसरे दिन हिंसक अपराधों की भयावह खबरें सामने आती हैं। हजारों लोग अब भी राहत शिविरों में रह रहे हैं। सशस्त्र बलों और राज्य पुलिस के बीच झड़प होना आम बात हो गई है।

इससे पहले किसी पीएम ने किसी राज्य को ऐसे नहीं छोड़ा

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि फिर भी प्रधानमंत्री इस मामले में पूरी तरह चुप हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में हालात बिगडऩे के काफी दिनों बाद उन्होंने सिर्फ दिखावे के लिए 10 अगस्त को लोकसभा में 133 मिनट के भाषण में पांच मिनट से भी कम समय के लिए राज्य पर एक टिप्पणी करके औपचारिकता निभा दी। उन्होंने कहा कि भाजपा के अधिकांश विधायक मुख्यमंत्री को पद से हटाना चाहते हैं। इसके बावजूद वह अपने पद पर बेशर्मी से बने हुए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री पर सवालों की बौछार की। सवाल पूछते हुए रमेश ने पूछा कि पहला, प्रधानमंत्री ने आखिरी बार मणिपुर का दौरा कब किया था? प्रधानमंत्री ने आखिरी बार मणिपुर के भाजपा मुख्यमंत्री से कब बात की थी? आखिरी बार प्रधानमंत्री ने मणिपुर के भाजपा विधायकों से कब मुलाकात की थी? पिछली बार प्रधानमंत्री ने मणिपुर के अपने कैबिनेट सहयोगी के साथ राज्य पर चर्चा कब की थी? कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे पहले कभी किसी प्रधानमंत्री ने किसी राज्य और उसके लोगों को इस तरह से नहीं छोड़ा, जैसा अब किया जा रहा है। रमेश ने आरोप लगाया कि मणिपुर में भाजपा को भारी जनादेश मिलने के करीब 15 महीने बाद ही राज्य में ऐसी भयावह स्थिति में खड़ी हो गई है। ये उसकी नीतियों और प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं पर सबसे बड़ा कलंक है।

अभिषेक बनर्जी को ईडी का नया समन नौ अक्टूबर को बुलाया

शिक्षक भर्ती घोटाले में लगातार पूछताछ कर रहा है प्रवर्तन निदेशालय

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ईडी लगातार अभिषेक के पीछे पड़ी है। अब प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी को एक नया समन भेज दिया है। इस समन में अभिषेक से 9 अक्टूबर को जांच में शामिल होने के लिए बोला गया है।
गौरतलब है कि टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में तीन अक्टूबर को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन जारी किया गया था। हालांकि, सरकारी योजनाओं के भुगतान को दिल्ली में पार्टी के विरोध-प्रदर्शन की वजह से अभिषेक ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। इसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें बुधवार को नया समन जारी किया। इससे पहले 13 सितंबर को साल्टलेक में ईडी कार्यालय में अभिषेक से नौ घंटे तक लंबी पूछताछ की गई थी। ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि उन्हें ईडी ने विपक्षी दलों की बैठक में जाने से रोकने के लिए यह दिन चुना। अभिषेक ने आरोप लगाया था कि ईडी और सीबीआई पिक एंड चूज के आधार पर मामलों को आगे बढ़ा रही हैं।

सिक्किम में बादल फटने से मची तबाही

23 जवान लापता, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने से 15-20 फीट तक बढ़ा जल स्तर
राहत-बचाव कार्य जारी लोगों को किया गया अलर्ट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सिक्किम। पिछले कुछ दिनों से प्रकृति लगातार ऐसी तबाही मचा रही है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में आए दिन बड़े हादसे हो रहे हैं। हिमाचल के बाद अब नॉर्थ ईस्ट भी प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। नॉर्थ ईस्ट के राज्य सिक्किम में बादल फटने से तबाही मच गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इससे सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो गए हैं। 23 जवानों के लापता होने की सूचना है और कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबे होने की खबर है। तलाशी अभियान जारी है। वहीं बचाव कार्य जारी है और एनडीआरएफ की टीम लगातार अपना काम कर रही है।

तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़

रक्षा पीआरओ के मुताबिक, उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। अधिक जानकारी जुटाने के प्रयास जारी हैं। फिलहाल 23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबे होने की खबर है। रक्षा पीआरओ के मुताबिक, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसके कारण सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हुए।

कार और ट्रक में भिड़ंत, आठ की मौत

वाराणसी में दर्शन के बाद वापस लौट रहे थे लोग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। वाराणसी में आज एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिससे पूरे इलाके में हाहाकार मच गया। वाराणसी के सुरही गांव में कार और ट्रक की भिड़ंत में आठ लोगों की मौत हो गई है। सभी मृतकों की पहचान पीलीभीत निवासी के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सभी वाराणसी दर्शन-पूजन के लिए आए थे और वापस घर लौट रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर सुरही गांव में तेज रफ्तार अर्टिगा कार आगे चल रहे ट्रक के पीछे जा घुसी। कार सवार लोग काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन कर वापस लौट रहे थे। घटना सुबह करीब चार बजे की बताई जा रही है। हादसे में सिर्फ एक आठ साल का बच्चा बचा है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी मृतक ग्राम मुजफ्फरनगर डाकखाना दूधियाखुर्द थाना पूरनपुर जिला पीलीभीत के रहने वाले हैं। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटनास्थल पर मौजूज व्यक्ति ने घटना के बारे में बताया। उन्होंने बताया- हम सोए थे सुबह करीब चार बजे तेज आवाज हुई। हम देखने गए तो एक कार क्षतिग्रस्त थी उसमें चार लोगों की मौत हो चुकी थी।

ट्रक ने बस में मारी टक्कर, 2 की मौत

अयोध्या। लखनऊ-अयोध्या एनएच-27 पर आज सुबह हुए भीषण सडक़ दुर्घटना मंक बिहार के दो यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 9 यात्री घायल हो गए। सात यात्रियों को दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज व दो यात्रियों को अयोध्या के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल, हरियाणा के गुरुग्राम से यात्रियों से भरी एक बस बिहार के मधुबनी जा रही थी और जैसे ही भोर में अयोध्या पहुंची तभी किन्हीं कारणों से बस कोतवाली नगर के नाका ओवर ब्रिज पर रुक गई और पीछे से आ रही ट्रक ने टक्कर मार दी। मरने वाले यात्री बिहार के मधुबनी व सुपौल के रहने वाले हैं।

सीएम योगी ने जताया दुख

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर घटना पर दुख जताते हुए सीएम ऑफिस की ओर से लिखा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद वाराणसी में सडक़ दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। सीएम ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देशित किया है। महाराज बाबा विश्वनाथ से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

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