राहुल-सिद्धारमैया के एनिमेटेड वीडियो पर विवाद, BJP के 3 नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज

देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। अब देश की निगाहें तीसरे फेज की वोटिंग पर तिकी हुई हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलिसला.....

4PM न्यूज़ नेटवर्क: देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। अब देश की निगाहें तीसरे फेज की वोटिंग पर तिकी हुई हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलिसला अभी भी जारी है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। दरअसल, कांग्रेस ने बीजेपी के कई बड़े नेताओं के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है। जहां कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, इसके आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और राज्य इकाई के प्रमुख बी.वाई. विजयेंद्र के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करने के लिए औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों के सदस्यों को डराना है।

जानकारी के अनुसार मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखी चिट्ठी में कांग्रेस का कहना हैं कि बीजेपी कर्नाटक के जरिए शेयर किए गए वीडियो में कथित तौर पर अनुसूचित जाति और जनजाति (एससी-एसटी) के लोगों को डराने की कोशिश की जा रही है कि वो एक खास उम्मीदवार को वोट ना करें। ऐसा एससी/एसटी समुदाय के सदस्यों के खिलाफ शत्रुता, घृणा और दुर्भावना की भावना पैदा करने के इरादे से किया गया है।

BJP पर लगाया आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप

आपको बता दें कि इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विवाद छिड़ गया है। वहीं इस चिट्ठी में आगे कहा गया है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एनिमेटेड तरीके से वीडियो में दिखाया गया है, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करता है। ऐसे में इतना ही नहीं दोनों नेताओं के सहारे ये दिखाने की कोशिश की गई है कि कांग्रेस पार्टी किसी खास धर्म के लोगों का पक्ष ले रही है और एससी/एसटी और ओबीसी समुदाय के सदस्यों का दमन कर रही है।

सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक बीजेपी ने इस वीडियो को बीते दिन शाम को पोस्ट किया है। पोस्ट करते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बवाल मच गया। दरअसल, कांग्रेस कमेटी के मीडिया एंड कम्युनिकेशन प्रमुख रमेश बाबू ने यह चिट्ठी लिखी है। उस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को लिखे पत्र में उन्होंने बीजेपी के जरिए पोस्ट किए गए वीडियो के स्क्रीनशॉट को भी शेयर किया है। इसके साथ ही ये सवाल किया कि आखिर इस तरह की वीडियो को कैसे अपलोड करने के लिए मंजूरी मिल गई। आगे कहा कि भाजपा और अमित मालवीय हमेशा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नफरत भरी पोस्ट शेयर करते हैं।

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