सरकारी सिस्टम पर साइबर अटैक, CM हेल्पलाइन समेत 186 वेबसाइट्स हैक, काम-काज हुए ठप

साइबर क्राइम के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहें हैं। इस दौरान उत्तराखंड में शुक्रवार (04 अक्टूबर) को एक बड़े साइबर हमले ने...

4PM न्यूज नेटवर्क: साइबर क्राइम के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहें हैं। इस दौरान उत्तराखंड में शुक्रवार (04 अक्टूबर) को एक बड़े साइबर हमले ने राज्य के सरकारी सिस्टम को हिलाकर रख दिया। इनमें बड़ी बड़ी वेबसाइट्स जैसे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं भी शामिल थीं। जानकारी के अनुसार इस साइबर हमले के चलते सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालयों का कामकाज भी पूरी तरह से रुक गया। जिसकी वजह से प्रशासन को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

वेबसाइटें और सेवाएं पूरी तरह से हुईं बंद

आपको बता दें कि राज्य की कई महत्वपूर्ण वेबसाइटें और सेवाएं पूरी तरह से बंद हो गईं। इनमें सीएम हेल्पलाइन, भूमि रजिस्ट्री और ई-ऑफिस जैसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म शामिल हैं। आईटीडीए के अनुसार अभी तक इससे काेई नुकसान नहीं हुआ है। फिलहाल राज्य का डाटा सेंटर बंद हैं और वेबसाइटों की स्कैंनिंग की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ समय में साइबर हमलों ने न सिर्फ आम नागरिकों को बल्कि सरकारी सिस्टम को भी अपना निशाना बनाया है। इसका एक उदाहरण सुप्रीम कोर्ट के यूट्यूब चैनल को हैक करने का लिया जा सकता है।

वहीं इस साइबर हमले की गंभीरता का पता इससे लगाया जा सकता है कि यूके स्वान (UK SWAN), जो राज्य के सरकारी इंटरनेट नेटवर्क की रीढ़ है, और मुख्य स्टेट डेटा सेंटर भी हैकरों द्वारा हैक कर लिए गए। जानकारी के अनुसार यूके स्वान के ठप होने से सभी सरकारी विभागों की इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हो गईं, जिससे ऑनलाइन कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया। वहीं जैसे-जैसे सरकारी वेबसाइट्स एक-एक करके बंद होती गईं, सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालयों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (ITDA) में विशेषज्ञों की टीम साइबर हमले से बाहर निकलने का हर संभव प्रयास कर रही है। आईटीडीए निदेशक नितिका खंडेलवाल ने कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन और सिक्योरिटी को देखते हुए इस पर और कार्य करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि सब कुछ रिकवर किया जा चुका है। कहीं से भी किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरे सिक्योरिटी सिस्टम को चेक करने के बाद ही सभी वेबसाइटों को पूरी तरह से सुचारु किया जाएगा। डेटा सेंटर बंद कर दिया गया है। सभी 186 वेबसाइटाें काे एक-एक कर स्कैन किया जाएगा। इसके उपरांत ही वेबसाइट्स खाेले जाएंगे।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • शुक्रवार की सुबह तक राज्य के सभी सरकारी सर्वर और वेबसाइट्स पूरी तरह ठप हो चुके थे।
  • इसका सबसे ज्यादा असर महत्वपूर्ण सेवाओं जैसे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और भूमि रजिस्ट्रेशन की सेवाओं पर पड़ा।
  • वहीं ई-ऑफिस प्रणाली के काम न करने से कई जिलों में लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।

 

 

 

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