अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेटियों ने देश का परचम लहराया : पाठक

  • यूपी की तीन बेटियों का भारतीय जूनियर बालिका हैंडबाल टीम में चयन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मोनी चौधरी, शीतल कुमारी व आफरीन अफजल ने अपने दमदार प्रदर्शन से भारतीय जूनियर महिला हैंडबाल टीम में जगह बना ली है। यह टीम हैंडबाल फेडरेशन आफ इंडिया (आईएचएफ) की ओर से स्लोवानिया में 22 जून से तीन जुलाई तक होने वाली बालिका जूनियर हैंडबाल वर्ल्ड चैंपियनशिप में दमखम दिखाएगी। यूपी की इन खिलाड़ियों को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सम्मानित किया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इन तीनों खिलाड़ियों को आगामी चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आपने भारतीय टीम में जगह बनाई है। मुझे उम्मीद है कि आप इस चैंपियनशिप में अपने उम्दा प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगी। आपने पूर्व में भी अंतरराष्टï्रीय स्तर पर देश का परचम लहराया है और आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। उत्तर प्रदेश हैंडबाल संघ के महासचिव डॉ. आनंदेश्वर पांडेय ने कहा कि स्लोवानिया में 22 जून से तीन जुलाई तक आईएचएफ महिला जूनियर हैंडबाल वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन होगा। भारतीय महिला हैंडबाल टीम ने कजाखिस्तान में सात से 14 मार्च तक हुई 16वीं जूनियर एशियन महिला हैंडबाल चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतकर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था।

अवैध आदेश पारित करने के लिए अधिकारियों को मजबूर करना खेदजनक : हाईकोर्ट

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि राज्य के जनप्रतिनिधियों द्वारा सरकारी अधिकारियों को अवैध आदेश पारित करने के लिए मजबूर करना खेदजनक स्थिति है। कोर्ट ने कहा कि सरकारी अधिकारी भी बिना किसी आपत्ति के जनप्रतिनिधियों के गलत आदेशों का पालन करते हैं। यह तल्ख टिप्पणी न्यायमूर्ति सिद्धार्थ ने बस्ती के मदरसा दारुल उलूम अहले सुन्नत बदरुल उलूम में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत रहे बशरत उल्लाह की याचिका को स्वीकार करते हुए की है। याची की ओर से तर्क दिया गया वर्ष 2019 में मदरसे में प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्त किया गया था। उसने नियुक्ति से पहले गोंडा के दारुल उलूम अहले सुन्नत मदरसे में सहायक अध्यापक के रूप में पांच वर्ष अध्यापन कार्य किया था। जिसके अनुभव के आधार पर उसे प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्ति दी गई थी। डेढ़ साल पहले उसके खिलाफ की गई एक शिकायत के आधार पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा उसके अनुभव प्रमाण पत्र की जांच भी की गई थी। जिसमें आरोप निराधार साबित हुए। किंतु उसके बाद तत्कालीन विधायक संजय प्रताप जायसवाल एवं तत्कालीन श्रम एवं रोजगार मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र के आधार पर शासन के विशेष सचिव ने उसके अनुमोदन को रद्द कर दिया था ।

पहले ही सत्र में उठाऊंगा हवाई उड़ान का मुद्ïदा : लक्ष्मीकांत

लखनऊ। राज्यसभा के नव निर्वाचित सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मेरठ वासियों को भरोसा दिया कि हवाई उड़ान का मुददा पहले ही सत्र में उठेगा। नगर में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास एवं जाम समेत कई विषयों पर होमवर्क कर लिया गया है। राज्यसभा सदस्य ने कि उन्होंने सदन की नियमावली का अध्ययन कर लिया है। वो मेरठ के हर व्यक्ति के सभी मुददापरक मसलों में साथ हैं। डॉ. बाजपेयी ने कहा कि लंबे समय तक खेल विश्वविद्यालय का मुददा उठाया गया, जिसका निर्माण अब सरधना के सलावा में हो रहा है। कूड़ा निस्तारण, पर्यावरण संरक्षण, रिंग रोड निर्माण, नालों की सफाई एवं सीवेज निस्तारण समेत कई विषयों पर प्रभावी प्रयास होगा। कहा कि मेरठ को पश्चिम उप्र की राजधानी कहा जाता है। यह औद्योगिक शहर यूपी की उड़ान योजना में शामिल है, लेकिन जमीन की कमी व अन्य वजहों से इसमें विलंब हो रहा है, जिसे दूर करने का प्रयास होगा। उन्होंने रैपिड रेल, डेडीकेटेड फ्रेट कोरीडोर, गंगा एक्सप्रेस-वे एवं एवं आसपास से गुजरने वाले पांच हाइवे निर्माण को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों की जमकर प्रशंसा की।

बता दें कि प्रदेश की राजनीति में सबसे तेज तर्रार चेहरों में शुमार डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी 2016 में प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त हुए, जिसके बाद भाजपा ने अब उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया है। निर्वाचित होने के बाद पहली बार मेरठ पहुंचे बाजपेयी के स्वागत में रिकार्ड भीड़ उमड़ी। ढोल नगाड़ों के साथ ही जबरदस्त आतिशबाजी की गई। 2012 में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने एवं 2014 लोस चुनाव में 80 में से 71 सीटें जिताने के बाद मेरठ आने पर भी उनका जोरदार स्वागत हुआ था। लेकिन नौ जून 2022 को तमाम रिकार्ड टूट गए। काशी टोल प्लाजा से लेकर मोहनपुरी स्थित निवास तक डा. बाजपेयी का 24 स्थानों पर स्वागत हुआ। डा. बाजपेयी ने समर्थकों एवं विरोधियों को लेकर तमाम चर्चाओं को विराम देते हुए सभी को गले लगाया।

 

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