फासीवादियों से मुकाबला कर दें शिकस्त: खरगे

  • अखिलेश को मिला कांग्रेस अध्यक्ष का पत्र

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी सदस्य मिलकर फासीवादी शक्तियों को रोकने का काम करेंगे। राहुल गांधी के नेतृत्व में निकल रही भार जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखा है। यह पत्र लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और पूर्व सांसद पीएल पुनिया सपा कार्यालय पहुंचे। ज्ञात हो कि सपा और कांग्रेस के बीच बुधवार को गठबंधन की घोषणा की गई है। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि फासीवादी शक्तियों से मुकाबला कर उन्हें शिकस्त देने के सहयोग के लिए आभार। 25 फरवरी को यात्रा अलीगढ़ और हाथरस होते हुए आगरा पहुंचेगी। इस यात्रा में शामिल होकर इंडिया गठबंधन को शक्ति दें। उन्होंने भेजे गए पत्र में यह भी कहा है कि इस यात्रा का मकसद भाजपा द्वारा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय झेल रही जनता को न्याय दिलाना है। उन्होंने अखिलेश यादव को संबोधित पत्र पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह को सौंपा। सपा की ओर से 25 को यात्रा में अखिलेश यादव के शामिल होने की बात कही गई है। वहीं सपा ने मतदान संबंधी प्रशिक्षण के लिए अपने सभी विधायकों को 24 को ही लखनऊ में तलब कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक सेंध की आशंका को देखते हुए विधायकों को तीन दिन पहले बुला लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक सभी को पार्टी अपने खर्च पर एक ही स्थान पर ठहराएगी। राज्यसभा चुनाव में सपा के तीन प्रत्याशी हैं- रामजी लाल सुमन, जया बच्चन और आलोक रंजन। दो प्रत्याशियों को जिताने के लिए सपा के पास पर्याप्त वोट हैं। अपना तीसरा प्रत्याशी जिताने के लिए सपा को 111 वोट चाहिए। 108 वोट सपा और 2 कांग्रेस के हैं। एक वोट कम है। जिसके लिए पूरी ताकत झोंकी जा रही है।

सपा ने अपने विधायकों को किया लखनऊ तलब

लखनऊ। सपा ने भाजपा के तीन सहयोगी दलों सहित पांच पार्टियों में सेंध लगाने की रणनीति बनाई है। सपा इन सभी दलों के एक-एक विधायक के पीछे अपना एक-एक विधायक लगाएगी। उन्हें तोडऩे के लिए साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपनाई जाएगी। इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 24 फरवरी को अपने सभी विधायक लखनऊ तलब कर लिए हैं। किसी तरह की टूट-फूट रोकने के लिए सभी को एक ही जगह ठहराने की तैयारी की जा रही है।जिस तरह फुटबाल में घेरने का गेम प्लान होता है कि हर खिलाड़ी के पीछे प्रतिद्दंदी टीम अपना एक खिलाड़ी लगा देती है। ठीक उसी तरह समाजवादी पार्टी ने भी भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी, अपना दल (सोनेलाल), सुभासपा के अलावा राष्ट्रीय लोकदल और राजा भैया की जनसत्तादल लोकतांत्रिक के विधायकों से बात करने के लिए अपने संगठन के लोग लगा दिए हैं। इन पांचों दलों के हर विधायक से सपा के एक-एक विधायक बात करेंगे। उनके साथ बैठकर उन्हें सपा प्रत्याशी को वोट देने की हर संभावना पर बात की जाएगी। फीडबैक के आधार पर नेतृत्व अंतिम फैसला लेगा। इन पांचों दलों में कभी न कभी सपा से जुड़े रहे विधायक भी हैं, जिनके सपा विधायकों से अच्छे संबंध हैं। निषाद पार्टी और सुभासपा में छह-छह विधायक हैं। अपना दल (सोनेलाल) में 13 विधायक हैं। राष्ट्रीय लोकदल में नौ और राजा भैया की पार्टी से दो विधायक हैं।

नई पार्टी बनाते ही भाजपा-आरएसएस पर बरसे स्वामी प्रसाद मौर्य

उपेक्षा की बात कहकर सभी पदों से और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के तालकटोरा में नई पार्टी राष्टï्रीय शोषित समाज पार्टी (आरएसएसपी) का एलान कर दिया है। इस मौके पर उन्होंने भाजपा व आरएसएस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार इस देश की संपत्तियों को बेचने का पाप कर रही है। उन्होंने कहा कि धर्म की दुहाई देकर सत्ता में बैठे ये भूखे भेडि़ए आज इंसानियत का कत्लेआम कर रहे हैं। हिंदू मुसलमानों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा और आरएसएस का जो इतिहास है, इस बात का गवाह है कि इस देश की आज़ादी में उनके परिवार और कुनबे का कोई व्यक्ति हिस्सेदार नहीं रहा है इसलिए देश से उन्हें कोई लगाव नहीं है। ये देश की पहली सरकार है जो कि देश की संपत्तियों को बेचने का पाप कर रही है। सपा में रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार अपने बयानों से चर्चा में रहे हैं। उनके बयानों के कारण सपा नेतृत्व भी कई बार परेशानी में नजर आया और उन्हें पार्टी में ही विरोध का भी सामना करना पड़ा है। बीते दिनों उन्होंने पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव और फिर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद दिल्ली में नई पार्टी का एलान कर दिया। उन्होंने विपक्षी गठबंधन इंडिया को मजबूत करने की बात कही थी।

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