सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा, एफआईआर से पहले जांच की जरूरत
यौन उत्पीडऩ मामला
नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर में आज चौथे दिन भी भारतीय पहलवान खिलाड़ी अनशन कर रहे हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को शुक्रवार तक जवाब दाखिल करने को कहा है। आज रेसलरों की याचिका के मामले मे दिल्ली पुलिस की तरफ से सालिसिटर जनरल तुषार मेहता पेश हुए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि उसे (दिल्ली पुलिस) मुकदमा दर्ज करने मे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन एफआईआर से पहले प्रांरभिक जांच की भी जरूरत है। रेसलरों की तरफ सिब्बल ने कहा कि वो इसपर अलग से हलफनामा दाखिल करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जबतक हमारे पास कोई पुख्ता मैटेरियल ना हो तब तक हम भी कुछ नहीं करते। ये ऐसा मामला है जिसमे एक नाबालिग भी पीडि़त है। आप शुक्रवार तक अपना जवाब दाखिल कीजिए। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा महिला पहलवानों की याचिका पर ये तथ्य ध्यान रखा जाए कि इस मामले में एफआईआर से पहले जांच की जरूरत है। फिलहाल शुक्रवार को दिल्ली पुलिस अपना जवाब दाखिल करेगी। उसी दिन सुप्रीम कोर्ट आगे की सुनवाई करेगा।
दूसरी तरफ इस मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। पहलवानों को राजनीतिक पार्टियों के समर्थन पर बजरंग पूनिया ने कहा है कि मंच खुला है और देश का कोई भी नागरिक समर्थन कर सकता है। बृजभूषण सिंह पर बजरंग पूनिया ने कहा है कि यदि वो निर्दोष हैं तो साबित करें। उनका टेस्ट कराया जाना चाहिये। यदि हम कुछ गलत कर रहे हैं तो हमारे खिलाफ कार्रवाई हो। पूनिया ने कहा कि हम सजा के लिये तैयार हैं। खिलाडिय़ों ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। हमें इंसाफ मिलेगा।
हलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि शिकायतकर्ताओं पर दबाव बनाया जा रहा है। कई लड़कियां तो अब सामने भी नहीं आ रही। जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे कुश्ती खिलाडिय़ों के समर्थन में आम आदमी पार्टी का डेलिगेशन जंतर मंतर पहुंचा। आप नेता रीना गुप्ता की अगुवाई में पहलवानों को समर्थन दिया। अभी तक कांग्रेस, ष्टक्करू और आम आदमी पार्टी ने जंतर मंतर पहुंचकर खिलाडिय़ों का समर्थन किया है।