ठंड में खत्म होने की बजाय प्रयागराज में डेंगू अब भी जानलेवा
- युवा महिला अधिवक्ता समेत दो की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। डेंगू से प्रभावित हो रहे लोगों की कम संख्या से माना जा रहा था कि डेंगू का असर धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। लेकिन इसका विकराल स्वरूप फिर सामने आया। एक युवा महिला अधिवक्ता समेत दो लोगों की डेंगू से मौत हो गई। इससे साफ है कि डेंगू का डंक अब भी जानलेवा बना हुआ है जबकि कहा जाता है कि ठंड बढ़ने के साथ धीरे-धीरे डेंगू का कहर भी थम जाता है।
30 वर्षीय अधिवक्ता स्मृति कार्तिकेय का निधन पीजीआइ लखनऊ में हुआ। राजापुर निवासी राकेश बनौधा की बेटी स्मृति के निधन के बारे में जिसने भी सुना अवाक रह गया। जो उन्हें करीब से जानते थे उनकी आंखों से आंसू बह पड़े। दरअसल स्मृति वकालत पेशे के अलावा समाज सेवा में भी अग्रणी रहती थीं। कोरोना काल में उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद की थी जबकि एसिड हमले से जुड़े मामलों में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए उनका केस नि:शुल्क लड़ा। पिता राकेश बनौधा ने बताया कि बेटी को डेंगू होने पर कुछ दिन मेदांता अस्पताल में इलाज कराया था, हालत नहीं सुधरी तो पीजीआइ ले गए थे। ग्राम कसारी पठकौली निवासी 25 वर्षीय राजू यादव पुत्र रामसिंह, को डेंगू हो गया था। मंगलवार राजू की मौत हो गई।