अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू, गौरव गोगोई बोलने उठे तो लोकसभा में जोरदार हंगामा
नई दिल्ली। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। इस दौरान राहुल गांधी की जगह गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत कर दी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया है। भाजपा सांसद पूछने लगे कि जब राहुल गांधी से चर्चा आरंभ होनी थी तो अचानक बदलाव किस लिए किए गए। गौरव गोगोई बोले, वह कहते हैं, हम अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर हैं। यह कभी भी संख्या के बारे में नहीं था बल्कि मणिपुर के लिए न्याय के बारे में था। मैं प्रस्ताव पेश करता हूं कि यह सदन सरकार में अविश्वास व्यक्त करता है। ढ्ढ।हृ।ष्ठ।ढ्ढ।्र। मणिपुर के लिए यह प्रस्ताव लाया है। मणिपुर न्याय चाहता है।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पूर्व भाजपा की संसदीय बैठक की गई। इस दौरान बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष का सेमिफाइनल का मन था। कल सेमिफाइनल का रिजल्ट आ गया। कुछ लोगों को बहुत घमंड है। इसके साथ उन्होंने विपक्ष के महागठबंधन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि ये घमंडिया गठबंधन है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर 2 दिनों में कुल 12 घंटे का समय अलॉट किया गया है। इसमें 29 मिनट ङ्घस्क्रष्टक्क, 24 मिनट शिवसेना, 21 मिनट जेडीयू, 12 मिनट बीएसपी, 8 मिनट एलजेएसपी को दिया है।
वहीं एनडीए समर्थक दलों और निर्दलीय सांसदों को 17 मिनट का समय मिलेगा। इसमें आईडीएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीपी, एसकेएम जैसे दल शामिल हैं। सपा, एनसीपी, सीपीआई, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी जैसे दलों को मिलाकर 52 मिनट का वक्त दिया गया है।
राज्यसभा के सभापति ने टीएमसी के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को मौजूदा और बाकी बचे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है। सदन में असंसदीय व्यवहार के कारण उन्हें निलंबित किया गया है। पीयूष गोयल ने इसका प्रस्ताव रखा था। गौरतलब है ?कि संसद में चल रहे मानसून सत्र का आखिरी सप्ताह आ गया है। बीते कई सत्र हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। लोकसभा में आज विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा होगी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की जगह पर राहुल गांधी से चर्चा शुरुआत हो सकती है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अंतर-सेवा संगठन (कमांड, नियंत्रण और अनुशासन) विधेयक 2023 को राज्यसभा में सामने रखेंगे। ये बिल लोकसभा में पारित हो चुका है। अविश्वास प्रस्ताव पर 8, 9 और 10 अगस्त तक चर्चा होने की संभावना है। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को चर्चा जवाब देने वाले हैं।