नौकरी नहीं, 3 बच्चे पैदा करो’, RSS की सोच पर भड़के ओवैसी ने लगा दी लंका

ओवैसी ने आरएसएस की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार देने के बजाय बच्चे पैदा करने का दबाव बनाया जा रहा है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: संघ प्रमुख मोहन भागवत की तीन बच्चे पैदा करने की अपील पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और बेरोजगारी का मुद्दा उठाया. ओवैसी ने आरएसएस की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार देने के बजाय बच्चे पैदा करने का दबाव बनाया जा रहा है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की ओर से हाल ही में तीन बच्चे पैदा करने की अपील पर सियासी हंगामा खड़ा हो गया है. संघ प्रमुख के बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है. हैदराबाद से लोकसभा सांसद अवैसी ने कहा कि आप हमेशा मुसलमानों को बोलते हो कि वो ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं, ये बदलाव कैसे आया. आप सब महिलाओं और परिवार पर छोड़ दो. बच्चे पैदा करने के लिए आप क्यों किसी पर दबाव बना रहे हो.

सांसद ने आगे कहा कि आप नौजवान को रोजगार दे नहीं पा रहे हैं और ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील कर रहे हैं. आरएसएस की ओर से तीन बच्चे पैदा करने की अपील की जा रहा है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसंख्या नियंत्रण की बात कह चुके हैं. उन्होने कहा था छोटी फैमिली देशभक्ति है. मोहन भागवत पीएम मोदी के गुरु हैं. भागवत देश को गुमराह कर रहे हैं और युवाओं को नौकरी देने की बात नहीं कर रहे हैं.

आरएसएस की नीति हमेशा से दोगली रही है. आप आप 75 साल के हो चुके हैं, आरएसएस के लोग बैचलर रहना पसंद करते हैं. वहीं, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर ओवैसी ने कहा कि हम गृहमंत्री के आइडियोलॉजी के खिलाफ हैं. मोइत्रा को बताना चाहिए कि उन्होंने इतना गंभीर बयान क्यों दिया, इसके बारे में वही बताएंगी.

दरभंगा में महागठबंधन के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी किए जाने पर ओवैसी ने कहा शालीन शब्दों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. आप बोलें, विरोध करें, आलोचना करें, जितना चाहें निंदा करें लेकिन अगर आप शालीनता की सीमा पार करते हैं, तो यह गलत है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि चाहे वह किसी के बारे में भी हो. प्रधानमंत्री की आलोचना करें लेकिन एक बात याद रखें कि अगर आप सीमा पार कर रहे हैं, तो यह सही नहीं है. तब हमारी बहस का विषय गलत और अश्लील होगा. अगर कोई और ऐसा कर रहा है, तो हमें उनकी नकल करने की जरूरत नहीं है.

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