बच्चों को डायबिटीज से बचाने के लिए करें ये काम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसकी चपेट में बच्चे भी आ सकते हैं। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है और इसके कारण शरीर के कई अन्य अंगों को नुकसान पहुंचने लगता है। इसलिए बच्चों को डायबिटीज से बचाने के लिए उनकी लाइफस्टाइल में कुछ हेल्दी आदतों को अपनाने की सलाह देनी चाहिए। आजकल की भाग-दौड़ भरी अनहेल्दी लाइफस्टाइल का प्रभाव न सिर्फ बड़ो पर, बल्कि बच्चों पर भी होने लगा है। इसकी वजह से डायबिटीज, जो एक समय में अधिक उम्र के लोगों को होती थी, आज के समय में बच्चों को भी होने लगी है। आजकल बच्चों में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बहुत तेजी से बढ़ रहा है, जो उनके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। आपको बता दें कि डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है, जिससे बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी होता है। इसलिए अपने बच्चों को बचपन से ही हेल्दी आदतों को अपनाने की सलाह दें।
नुकसान
दरअसल, डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जिसमें धीरे-धीरे ऑर्गन डैमेज होने लगते हैं। इसलिए बच्चों को इस बीमारी से बचाकर रखना ही उनके लिए फायदेमंद है। डायबिटीज में बढऩे वाले ब्लड शुगर लेवल से आंखें, किडनी और हार्ट सहित कई अन्य अंग प्रभावित होने लगते हैं। इसका कारण है कि डायबिटीज एक ऐसी लाइलाज बीमारी है, जिससे छुटकारा पाना नामुमकीन है। हां, लाइफस्टाइल में बदलाव और बेहतर डाइट प्लान को फॉलो करके इससे अपने बच्चे को बचा सकते हैं।
ब्रेकफास्ट स्किप न करने दें
ब्रेकफास्ट दिन का पहला और सबसे महत्वपूर्ण मील होता है। एक हालिया अध्ययन में ये पाया गया है कि वे बच्चे, जो घर का बना हेल्दी नाश्ता खाते हैं उनका मानसिक स्वास्थ्य बहुत अच्छा रहता है। इससे अपने बच्चे को कभी भी समझौता न करने दें। कई हेल्थ रिपोर्ट्स में पाया गया है कि सुबह का ब्रेकफास्ट स्किप करने से मोटापा बढ़ता है और इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है। ऐसे में अपने बच्चों को सुबह का हेल्दी ब्रेकफास्ट खाने की आदत डालें। घर से बाहर नाश्ता करना, नाश्ता स्किप करने के मुकाबले ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला होता है।
फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान दें
आजकल के बच्चे ज्यादातर टाइम मोबाइल, टैबलेट और कंप्यूटर पर गेम खेलने में अपना टाइम बिताना पसंद करते हैं। ऐसे में कोई भी फिजिकल एक्टिविटी न होने से बच्चों में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। इसलिए उन्हें आउट डोर गेम्स, स्विमिंग और एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करें। बच्चों को ये उनके बढ़ते हुए शरीर को मजबूत रखने में मदद करता है। और, फलों और सब्जियों, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज से भरपूर स्वस्थ आहार के साथ, नियमित व्यायाम उन्हें कई तरह की बीमारियों और पुरानी बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
एनर्जी और शुगर वाली ड्रिंक न दें
ज्यादातर बच्चों को एनर्जी ड्रिंक या कोई भी फ्लेवर वाली शुगरी ड्रिंक बहुत पसंद आती है, लेकिन बच्चों द्वारा ऐसे ड्रिंक का सेवन टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है। इसलिए अपने बच्चे को कभी भी एनर्जी या शुगर वाली ड्रिंक देने से बचें। इसकी जगह आप अपने बच्चे को नेचुरल हेल्दी ड्रिंक को दें जैसे कि नारियल पानी, ताजे फलों का जूस, लस्सी आदि।