यूपी में टिकट कटने से उत्तराखंड में भाजपा विधायकों की धड़कनें तेज केंद्रीय नेताओं के काट रहे चक्कर, केंद्रीय कमेटी दोहरा सकती यूपी का फार्मूला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
देहरादून। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में पहले व दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रत्याशियों की जो सूची जारी की है, उसमें 20 सिटिंग विधायकों के टिकट काट दिए हैं। यूपी में विधायकों के टिकट काटे जाने से उत्तराखंड में भाजपा विधायकों की धड़कने तेज हो गई हैं। अपना टिकट बचाने की जुगत में कई विधायक प्रदेश और केंद्रीय नेताओं के चक्कर काट रहे हैं। चुनाव समिति की बैठक के बाद ऐसे संकेत मिले हैं कि 12 से 15 विधायकों के टिकट काट सकती है।
विधान सभा के लिए भाजपा ने यूपी में पहले व दूसरे चरण के मतदान वाली की 83 सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की। इसमें 63 सिटिंग विधायकों को दोबारा चुनाव लडऩे का मौका दिया गया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, उत्तराखंड में भी भाजपा टिकटों के आवंटन तकरीबन यही प्रयोग कर सकती है। यानी 12 से 15 विधायक इस बार टिकट से हाथ धो सकते हैं। हालांकि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक टिकट से वंचित होने वाले सिटिंग विधायकों की संख्या अधिक भी हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा में कई सिटिंग विधायकों को अपना टिकट काटे जाने का खटका हो चुका है। यही वजह है कि अपना टिकट बचाने के लिए उन्होंने दौड़ शुरू कर दी है। करीब 12 से 15 विधायक पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार से मुलाकात कर अपनी दावेदारी पैरवी कर चुके हैं।
कोर ग्रुप और चुनाव समिति की बैठक की पूर्व संध्या पर भी विधायकों पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को उनके टिकट बचाने की कोशिशों के तौर पर देखा गया।

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