महाराष्ट्र में थमा चुनाव प्रचार, पंकजा मुंडे की साख पर लगा दांव

लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरों पर हैं... सभी दलों के नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं... देश में इस समय सियासी पारा सातवें आसमान पर है... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरों पर हैं… सभी दलों के नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं… देश में इस समय सियासी पारा सातवें आसमान पर है…. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडों को लेकर जनता के बीच में पहुंच रहें हैं… देश में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीन चरणों के मतदान हो चुके हैं… और चौथे चरण का मतदान तेरह मई को होना है… जिसके लिए सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं… और जनता के बीच में पहुंचकर अपनी-अपनी उपलब्धियां गिनाने से नहीं चूके हैं… वहीं देश की जनता को भी सरकार के द्वारा किए गए सभी कामों की पूरी जानकारी है जिसके आधार पर देश की जनता अपने प्रतिनिधि और पार्टी को चुनने का काम कर रही है…

देश में लोकसभा चुनाव को लेकर चारों तरफ बातें हो रही हैं… सभी दल अपने- अपने जीत का दावा कर रहें हैं… बता दें कि उत्तर प्रदेश के बाद देश के दूसरे सबसे बड़े लोकतंत्र महाराष्ट्र में सिसासत जोरों पर हैं… और बयानवाजी के चलते सियासी गर्मी बढ़ गई है… और सभी दलों में रोष है… और सभी नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे है… जिसके चलते सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है… वहीं यूपी के बाद महाराष्ट्र में भी बीजेपी का पत्ता साफ होता दिखाई दे रहा है… जिससे पीएम मोदी की बौखलाहट देखी जा रही है…. बता दें कि पीएम मोदी पहले हिंदू-मुसलमान पर बयान दे रहें थे… उस बयानवाजी से जब कोई काम नहीं बना तो अब महाराष्ट्र में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उद्धव ठाकरे को नकली संतान बता दिया और उनकी पार्टी को नकली शिवसेना कह दिया… जिसके बाद से सियासी पारा हाई हो गया…. और उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को लेकर जमकर निशाना साधा और कहा कि… बालासाहेब का अपमान महाराष्ट्र की जनता नहीं बर्दाश्त करेगी… और इसका जवाब देगी…

महाराष्ट्र में चौथे चरण के लिए तेरह मई को ग्यारह लोकसभा सीटों पर मतदान कराया जाएगा…. वहीं चुनाव से अड़तालीस घंटे पहले नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, औरंगाबाद, बीड, मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर और शिरडी में प्रचार का शोऱ थम चुका है… वहीं चौथे चरण में कहीं कांग्रेस और शिवसेना तो कहीं कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला होगा…. तो वहीं कुछ सीट पर शिवसेना के दोनों गुटों के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे…. वहीं, इस चरण में पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे की साख भी दांव पर लगी हुई है… बता दें कि पंकजा मुंडे महाराष्ट्र के बीड सीट से उम्मीदवार हैं… और वहां पर मराठा आरक्षण का मुद्दा जोर-शोर से चल रहा है… मराठा आरक्षण को मुखर करने वाले मनोज जरांगे पाटिल भी वहीं के रहने वाले है… जिससे बीड लोकसभा सीट बहुत हॉट बनी हुई है…

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण भी बीजेपी के लिए गले की फांस बनी हुई है… वहीं मराठा आरक्षण वाले मुद्दे से इस बार महाराष्ट्र की बीड सीट बीजेपी के लिए फंसती नजर आ रही है… और पंकजा मुंडे की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है… वहीं बीड सीट पर मराठा आरक्षण का कितना प्रभाव पड़ेगा यह तो आने वाला चार जून तय करेगा… फिलहाल मराठा आरक्षण समेत तमाम ऐसे मुद्दे हैं… जो केवल महाराष्ट्र ही नहीं देश के कोने-कोने में व्याप्त हैं… जिसके लिए बीजेपी सरकार ने कुछ भी नहीं किया है… जिसको देखते हुए जनता ने अपना मन बना लिया  है… और उसी का रिजल्ट देखकर बौखलाए मोदी फिजूल की बातें करने में जुटे हुए है…. वहीं लोकसभा चुनाव दो हजार चौदह में सत्ता में आने से पहले मोदी ने देश की जनता से तमाम वादे किए थे… लेकिन सत्ता में आते ही… मोदी अपने सारे वादे भूल गए… और लगातार दस सालों से जनता को गुमराह करते रहें हैं… और खुद मलाई खा रहें है… वहीं अब जब बीजेपी को पता चल गय़ा है… कि दो हजार चौबीस का रण पिछले दो चुनावों की अपेक्षा आसान नहीं है… तब से उनके चेहरे की रौनक उतर गई है… और बौखलाहट इस कदर बढ़ गई है… जिसका अंदाजा उनके द्वारा दिए गए बयानों से लगाया जा सकता है….

बता दें कि चौथे चऱण में महाराष्ट्र में नंदुरबार सीट पर हीना गावित (बीजेपी) बनाम गोवाल पदवी (कांग्रेस) के बीच में कड़ा मुकाबला है… वहीं जलगांव सीट पर स्मिता वाघ (बीजेपी) बनाम करन पवार (शिवसेना-यूबीटी) की कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है… रावेर सीच पर रक्षा खडसे बनाम श्रीराम पाटिल (एनसीपी-एसपी)….  जालना सीट पर रावसाहेब दानवे (बीजेपी) बनाम कल्याण काले (कांग्रेस)…. औरंगाबाद सीट पर संदीपराव भुम्रे (शिवसेना) बनाम चंद्रकांत खैरे (शिवसेना-यूबीटी)…. बीड सीट पर पंकजा मुंडे (बीजेपी) बनाम बजरंग मनोहर सोनावणे (एनसीपी-एसपी)…. मावल सीट पर श्रीरंग बर्ने (शिवसेना) बनाम संजोग वाघरे पाटिल (शिवसेना-यूबीटी)…. पुणे सीट पर मुरलीधर मोहोल (बीजेपी) बनाम रविंद्र हेमराज दांगेकर (कांग्रेस)…. शिरूर सीट पर शिवाजीराव अधालाराव पाटिल (एनसीपी) बनामा अमोल कोल्हे (एनसीपी- एसपी)…. अहमदनगर सीट पर सुजॉय विखे पाटिल (बीजेपी) बनाम नीलेश लंके (एनसीपी-एसपी)…. वहीं शिरडी सीट पर सदाशिव लोखंडे बनाम भाउसाहेब राजाराम (शिवसेना-यूबीटी) की कड़ी टक्कर देखने को मिल सकता है…. और महाराष्ट्र की इन ग्यारह सीटों पर बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल रही  है… वहीं इन सीटों पर बीजेपी की जीत की राह आसान नहीं है… क्योंकि जनता भी बीजेपी के मनसूबे को समझ चुकी है…

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी नेता और प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री हर जिले और हर राज्यों में पहुंच रहे है… और अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहें है…. वहीं चुनाव जीतने के बाद वही प्रत्याशी अपने लोकसभा क्षेत्र के गांवों को भूल जाता हैं… वहां की जनता को भूल जाता हैं… और चुनाव जीतते ही अपने द्वारा जनता से किए गए सभी वादें धरे के धरे रह जाते है… जिसके कारण जनता फिर अपने पुराने अंदाज में जीना और सरकार को लेकर रोने का काम शुरू हो जाता हैं… और जनता अपने आप को विकास से कोसों दूर पाती है…. इन्ही सब स्थितियों की वजह से जनता ने इस लोकसभा चुनाव में बदलाव का मन बना लिया है… और इस बार बदलाव होकर ही रहेगा.,… बीजेपी सरकार से जनता बहुत परेशान हो चुकी है… और देश की जनता मंहगाई, बेरोजगारी से सबसे ज्यादा परेशान है… देश की जनता अपने बच्चों को सही शिक्षा नहीं दे पा रही है… सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है…. सरकारी स्कूलों की कोई हाल पूछने वाला नहीं है….

आपको बता दें कि दो हजार उन्नीस के चुनाव में नंदुरबार सीट हीना गावित ने जीती थी….. जबकि जलगांव से बीजेपी के उन्मेश पाटिल को जीत हासिल हुई थी…. रावेर से रक्षा खडसे ने अपने प्रतिद्वंद्वी को हराया था… जिन्हें पार्टी ने दोबारा टिकट दिया है…. जालना से बीजेपी रावसाहेब दानवे ने जीत दर्ज की थी…. औरंगाबाद से एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील विजयी हुए थे…. मावल सीट शिवसेना के एससी बर्ने ने कब्जाई थी… जबकि पुणे में बीजेपी के प्रत्याशी गिरिश बापट को जीत मिली थी…. शिरूर से अविभाजित एनसीपी के अमोल कोल्हे निर्वाचित हुए थे…. और अहमदनगर से बीजेपी के सुजे विखे पाटिल लोकसभा चुनाव में विजयी रहे थे….. शिरडी से अविभाजित शिवसेना सदाशिव लोखंडे ने प्रतिद्वंद्वी को हराया था…. बीड से बीजेपी की प्रीतम मुंडे निर्वाचित हुई थीं….

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में तीसरे चरण में ग्यारह सीटों पर चौव्वन दशमलव सात सात फीसदी मतदान हुआ…. वहीं राज्य में दूसरे चरण में आठ सीटों पर चुनाव कराए गए…. हालांकि दूसरे चरण में भी मतदाओं में उत्साह नहीं दिखा… और केवल तिरपन दशमलव पांच एक फीसदी वोटिंग हुई…. बता दें कि महाराष्ट्र में पहले चऱण में पांच सीटों पर वोटिंग कराई गई थी…. जिनमें नागपुर सीट भी शामिल है…. यहां से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मैदान में हैं… और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नागपुर से जीत की हैट्रिक लगाने की चाह में हैं…. बावजूद इसके मतदाताओं ने वोटिंग में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और… पहले चरण में भी औसत मतदान हुआ… जिसके चलते महाराष्ट्र भी बीजेपी बड़े अंतर से हार रही है…

इस लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भी चुनावी माहौल कुछ साफ दिखाई नहीं दे रहा है… और बीजेपी की पिछले दो लोकसभा चुनाओं की अपेक्षा दो हजार चौबीस के लोकसभा चुनाव में तनिक भी लहर नहीं है… मोदी की लहर पहले जो चलती थी अब मोदी की लहर का नामोंनिशान नहीं है… जिसको देखते हुए मोदी का दिमाग काम नहीं कर रहा है… और उनका कोई विजन नहीं है… बीजेपी सत्ता में आने से पहले बहुत बड़े-बड़े वादे करी थी… लेकिन सत्ता में आने के बाद ही…. सब वादों को भूल गई… ठीक उसी तरह से जनता भी मोदी को बिल्कुल नकार चुकी है… और इस लोकसभा चुनाव में बड़ी हार की तरफ बढ़ चुकी है… वहीं मोदी की गारंटी जनता पर कितनी भारी पड़ती है… वह तो आने वाला चार जून तय करेगा…

 

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