चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को लेकर दिया जवाब, ‘वेबसाइट पर जाकर डेटा देखिए’

4PM न्यूज़ नेटवर्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस बीते कई दिनों से सवाल खड़े कर रही है। इसे लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार (24 दिसंबर) को कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया है। इस दौरान चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान प्रतिशत में बदलाव करना असंभव है। साथ ही ये भी कहा कि मतदाता सूची को नियमों और प्रक्रिया के तहत तैयार किया गया है। मनमाने ढंग से किसी का भी नाम न तो जोड़ा गया और न ही हटाया गया है। ECI ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की हर विधानसभा सीट के लिए मतदाताओं से संबंधित पार्टी की ओर से मांगे गए डेटा और फॉर्म 20 महाराष्ट्र इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिसे डाउनलोड किया जा सकता है।

कांग्रेस के आरोपों पर चुनाव आयोग ने दी सफाई

दरअसल, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मनमाने तरीके से लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं। इसे लेकर चुनाव आयोग का कहना है कि महाराष्ट्र में मनमाने तरीके से मतदाताओं के नाम न ही जोड़े गए और न ही हटाए गए हैं। वहीं कांग्रेस को दिए जवाब में चुनाव आयोग ने कहा कि शाम पांच बजे के मतदान आंकड़ों की तुलना अंतिम मतदान आंकड़ों से करना ठीक नहीं है। शाम 5 बजे से रात 11:45 बजे तक मतदान में वृद्धि सामान्य बात है, यह मतदान डाटा को जुटाने की प्रक्रिया का हिस्सा है। इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि नोटिस जारी करने के साथ ही फील्ड सर्वे कर ये सुनिश्चित किया गया कि या तो उन मामलों में मतदाता की मृत्यु हो गई है, या फिर उनका पता बदल गया है, या फिर वह उसे पते पर अब नहीं रह रहे हैं, उसके बाद ही उन मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।

चुनाव आयोग ने आगे बताया कि वास्तविक मतदान प्रतिशत में बदलाव करना असंभव है। यही सबसे बड़ी वजह है कि मतदान का विवरण देने वाला वैधानिक फॉर्म 17सी पोलिंग बूथ पर मतदान खत्म होने के दौरान प्रत्याशियों के अधिकृत एजेंटों के पास उपलब्ध रहता है। इसके साथ ही कांग्रेस को दिए जवाब में चुनाव आयोग ने पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों की सक्रिय भागीदारी के करीब कई उदाहरण दिए। चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों की सार्थक भागीदारी भारतीय चुनावी प्रक्रिया का प्रमुख स्तंभ है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • आयोग ने कांग्रेस को बताया कि मतदाता सूची तैयार करने में कांग्रेस प्रतिनिधियों की भागीदारी समेत उचित प्रक्रिया का पालन किया गया है।
  • महाराष्ट्र में मतदाता सूची तैयार करने में पारदर्शिता के साथ-साथ पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया। मतदाताओं के नाम हटाने में कोई अनियमितता नहीं की गई।

 

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