हटाया गया मक्का दर्जी इमामबाड़े से अतिक्रमण
रंग लाई समाजसेवी व अधिवक्ता हैदर की मुहिम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जनपद सीतापुर के खैराबाद में स्थित एक सुविख्यात मक्का दर्जी के इमामबाड़े से अतिक्रमण हटाया दिया गया है। लोगों को उम्मीद है कि भारतीय पुरातत्व सर्वे स्मारक को पूर्ण संरक्षण देगा। गौरतलब हो कि विगत 26 अगस्त 2003 को एक मंदबुद्धि व्यक्ति के द्वारा इमामबाड़े में निवास कर रहे अवैध अतिक्रमणकारियों की शह पर इमामबाड़े की कदम रसूल के समक्ष प्राचीन गेट नं 2 को तोड़ दिया गया था। उसके बाद जानेमाने समाजसेवी एवं अधिवक्ता मोहम्मद हैदर के प्रयासों से एवं जिला प्रशासन सीतापुर तथा सुन्नी वक्फ बोर्ड के द्वारा नियुक्त मुतवल्ली मोईन खैराबादी के प्रयासों से प्रांगण को अतिक्रमण मुक्त कर दिया है।जिला प्रशासन के द्वारा 13.09.2023 को पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त करने की कार्यवाही की गई।
दरअसल, इमामबाड़े में वर्षों से जमे अतिक्रमणकर्ताओं जिन्होने इस पूरे प्रांगण को अपार क्षति पहुंचाई थी एवं लगातार पहुंचा रहे थे, से मुक्त करा दिया है। जिससे इस सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण मिल सकेगा। इस मुहित से लगभग चार वर्षों से जुड़े मोहम्द हैदर व उनकी पत्नी इतिहासकार डा.सनोबर हैदर ने बताया कि उनके द्वारा भारतीय पुरातत्व सर्वे को 20 पृष्ठïों की विस्तृत रिपोर्ट सौंपकर उसके संरक्षण की मांग की थी जिसके बाद पुरातत्व विभाग ने सुन्नी वक्फ बोर्ड से अपापत्ति मांगी थी।
अब सांस्कृतिक विरासत को क्षरित होने से रोका जा सकेगा : हैदर
श्री हैदर का कहना है कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है जिससे न केवल इस सांस्कृतिक विरासत को क्षरित होने से रोका जा सकेगा बल्कि भारतीय पुरातत्व सर्वे के द्वारा इसके संरक्षण में भी तेजी लाकर त्वरित संरक्षण किये जाने का पुन अनुरोध किया जाएगा एवं चूंकि अब उक्त प्रागण पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त हो चुका है अत: इसको संरक्षित रख रखाव एवं जीर्णोद्धार किये जाने में कोई विलब नही होना चाहिए। इतिहासकारों एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध नागरिक समूहों शिक्षाविदों एवं दार्शनिकों ने इस दूरगामी पहल की सराहना की एवं जिला मजिस्ट्रेट, जिला प्रशासन एवं मोहम्मद हैदर को धन्यवाद ज्ञापित किया।