इस सडक़ से गुजरने वाला हर इंसान यहां चढ़ाता है पत्थर
पत्थर चढ़ाने से यहां नहीं होता सडक़ हादसा, लूट या कोई भी अन्य वारदात
डूंगरपुर से 10 किलोमीटर से दूर मेडिकल कॉलेज के पास एक ऐसी सडक़ जहां सडक़ किनारे पत्थरों का ढेर है। यहां आने जाने वाला हर व्यक्ति यहां पत्थर चढ़ाता है। खासकर रात में गुजरने वाला। लोगों की मान्यता है कि यहां पत्थर चढ़ाने से सडक़ हादसा लूट और भी कोई वारदात उसके साथ नहीं होती है। डूंगरपुर के थाणा गांव में मेडीकल कॉलेज के पास रास्ते में पत्थरों का ढेर आपको दिखने मिलेगा। ढेर इतना की मानों की पत्थरों कारखाना चल रहा हो।
इस रास्ते में रात में गुजरने वाले लोगों यहां रुकते और यहां पत्थर चढ़ाते है। इस पत्थरों के ढेर के पास हालात ये है कि ढेर के आलावा आपको कहीं पत्थर देखने को नहीं मिलेगा। लोगों अपने साथ दूसरी जगह पत्थर लेकर आते है। इस पत्थरों के ढेर कई सारी कहानियां है कोई कहता है एक भला आदमी था जिसने की कर्ज ले रखा था। जब कर्जदार ने उसे पैसे के लिए उसे परेशान किया तो इस जगह एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ था और तब उसकी मौत हो गई। बाद में हर रात में पेड़े की परछाई में वो शख्स दिखाई पड़ता। तब गांव वालों ने उसकी आत्मा की शांति के लिए बड़ा हवन करवाया गया। फिर अचानक आसमान से पत्थर बरसने लगे। तब से लोगों यहां पत्थर चढ़ाते है।एक और कहानी इसको लेकर यहां के लोगों के बताते है कि पहले ये सडक़ एक्सीडेंट जॉन हुआ करती थी। आएदिन यहां पर सडक़ हादसे होते थे। इसी जगह एक आदमी की सडक़ हादसे में मौत हो गई। इस जगह उसकी समाधी बनाई गई। जिसके बाद से ही यहां पर पत्थर चढ़ाने की प्रथा शुरू हुई। वहीं कुछ लोगों कहते है कि रात में गुजरने वाले लोगों के लिए ये रास्ता सुरक्षित नही है। ऐसे में अनहोनी से बचने के लिए यहां के लोगों पत्थर चढ़ाते है।