बिहार में सबकुछ ठीक है, हिंसा के पीछे गहरी साजिश: नीतीश कुमार
- बोले- जल्द ही पता चल जाएगा कौन हैं अपराधी
- 2017 में नेता के ही बेटे को सांप्रदायिक तनाव में करवाया था गिरफ्तार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में हिंसा के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा के आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि बिहार में सब कुछ ठीक है। स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने हिंसा के पीछे साजिश की बात कही और बोले कि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ मीडिया में बातें आ रही है।
हम तत्काल मीटिंग किए। एक-एक चीज पर मेरी नजर है। दोनों जिला समेत पूरे बिहार पर मेरी नजर है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोई प्रशासनिक लापरवाही नहीं हुई है। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट थी। ये एक साजिश के तहत जानबूझकर किया गया है। जल्द ही पता चल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस आरोपितों को ढूंढ रही है। वहीं, अमित शाह द्वारा दंगाइयों को उल्टा लटका देने वाले बयान पर सीएम नीतीश ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का नाम लिए बिना भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2017 में हम भाजपा के साथ थे। तब एक नेता (अश्विनी चौबे) के बेटा ने ही सांप्रदायिक तनाव कराया था। हम तो उसको भी गिरफ्तार करवाए थे। बता दें कि साल 2018 में भागलपुर के नाथनगर में हिंदू नव वर्ष को लेकर बाइक जुलूस के दौरान उपद्रव फैलाने मामले में अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
एक राज कर रहा है, दूसरा उसका एजेंट
अपने गृह जिला नालंदा में उपद्रव और तनाव को लेकर सीएम ने कहा कि हमने तो वहां बहुत काम कराया है। कुछ खास नहीं है, सब कुछ नार्मल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो लोग हैं, एक राज कर रहा है और दूसरा उसका एजेंट है। वो दोनों मिलकर ये सब इधर-उधर कर रहे हैं। हालांकि, सीएम ने किसी का नाम नहीं लिया। वहीं, नीतीश कुमार ने एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने ने कहा कि एआईएमआईएम क्या चीज है। केंद्र में सत्ताधारी दल का एजेंट है, कहां का रहने वाला है। भाजपा से अलग हुए तो हमसे तो मिलना चाहते थे लेकिन हमने मना कर दिया।
बिहार विधानसभा में हिंसा पर बवाल
- भाजपा विधायक को मार्शल
- ने सदन से किया बाहर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आज अंतिम दिन है। बुधवार सुबह 11 बजे से प्रश्नकाल से सदन की कार्यवाही की शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होते ही बिहार में हिंसा को लेकर भाजपा नेता विधानसभा में हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने हंगामा करने पर भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा को मार्शल से बाहर करवा दिया।
सदन से बाहर आए जीवेश मिश्रा ने कहा कि मैंने तो बिहार में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सवाल किया था। मैंने इस पर मुख्यमंत्री को बुलाकर जवाब देने की मांग की थी। सवाल पूछने पर स्पीकर ने मार्शल बुलाकर मुझे सदन से बाहर निकाल दिया। बिहार में विपक्ष के साथ ये बर्ताव हो रहा है। भाजपा नेता सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने में लगे रहे। हंगामे के बीच सासाराम और नवादा में हिंसा को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से जबाव मांगा। जिसके बाद जबाव देने संसदीय कार्यमंत्री व वित्त मंत्री विजय चौधरी जबाव देने उठे। इसी बीच भाजपा नेता हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि मंत्री बोल रहे हैं, आप सुनिए। सरकार जबाव दे रही है। अध्यक्ष मार्शल से बोले-ये नहीं बैठे तो इन्हें निकाल बाहर करो।
उमेश पाल हत्याकांड: पूछताछ के बाद पांच आरोपी भेजे गए जेल
- अतीक के गुर्गों की पुलिस रिमांड, उगले कई राज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर अतीक के पांचों गुर्गों से पूछताछ की। पांचों ने विस्तार से बताया कि कैसे उन्होंने षड्यंत्र और हत्याकांड से पहले गुर्गों को रुपये और मोबाइल देने की जिम्मेदारी असद ने उठा रखी थी तो बाद में शाइस्ता ने शूटरों और उसके परिवार वालों तक रुपये पहुंचाए।
पुलिस ने गुर्गों से पूछताछ के लिए 50 प्रश्नों की प्रश्नावली तैयार की थी। पांचों से दोपहर तीन बजे तक पूछताछ की गई। इसके बाद पांचों को वापस जेल भेज दिया गया। पुलिस ने धूमनगंज के नियाज अहमद, मो. सजर, कटरा के अरशद, अतीक के नौकर राकेश उर्फ लाला और कैश अहमद को कस्टडी रिमांड पर लिया। कोर्ट ने पुलिस को पांचों से पूछताछ के लिए छह घंटे की कस्टडी रिमांड मंजूर की थी। पुलिस पूछताछ के लिए 50 प्रश्नों की प्रश्नावली तैयार की थी। नियाज अहमद, सजर और अरशद ने उमेश पाल की हत्या के लिए रेकी की थी। नियाज ने बताया कि असद ने उससे 12 फरवरी को संपर्क किया था। अपने फोन से अतीक की नियाज से बात भी कराई गई थी।
हाईकोर्ट ने प. बंगाल सरकार को दिया निर्देश
- राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर सकती है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट में रिसड़ा और शिवपुर में हाल में हुई हिंसा मामले को लेकर एक रिपोर्ट पेश की। हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि आगामी हनुमान जयंती को देखते हुए राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। अदालत ने राज्य सरकार से कहा कि वह राज्य में विश्वास बहाली के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती का अनुरोध कर सकती है।
इससे पहल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राम नवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा कराने का बीजेपी पर आरोप लगाया। ममता ने कहा कि वह किसी दंगाई को बच कर भागने नहीं देंगी।
लिंचिंग और हेट स्पीच पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी : गृहमंत्री
- मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल के साथ अमित शाह ने की बैठक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मुस्लिम धर्मगुरुओं का एक प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री अमित शाह से मिला है। बताया जा रहा है कि इसमें देश में बढ़ रहे इस्लामोफोबिया पर चर्चा हुई है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मौलाना महमूद मदनी ने किया।
डेलिगेशन में मौलाना मदनी के अलावा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कमाल फारूकी, नियाज फारूकी और प्रो अख़्तरूल वासे शामिल थे। गृहमंत्री के साथ बैठक में रामनवमी पर बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र में हुई हिंसा और बिहार के नालंदा में मदरसे को आग लगाने को लेकर चर्चा हुई। साथ ही समलैंगिक विवाह और समान नागरिक संहिता को लेकर भी चर्चा हुई। मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने अमित शाह को मुसलमानों से जुड़ी समस्याओं को लेकर प्रजेंटेशन भी दी।
एससी में वर्चुअली पेश हो सकते हैं वकील : सीजेआई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले फिर तेजी से बढऩे लगे हैं। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने वकीलों को बड़ी छूट दे दी। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिवक्ताओं को कोर्ट में वर्चुअली पेश होने की अनुमति दे दी है। सीजेआई ने कहा कि अखबारों की रिपोर्ट बताती है कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर वकील अदालत के सामने वर्चुअली रूप से पेश होना चाहते हैं तो वे ऐसा कर सकते हैं। वे हाईब्रिड मोड में भी काम कर सकते हैं। आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के अंदर देश में रिकॉर्ड 4,435 लोग संक्रमित पाए गए। ये पिछले 163 दिन के आंकड़ों में सबसे अधिक है। इसी के साथ देश में एक्टिव केस की संख्या 23 हजार 91 पहुंच गई है। एक्टिव केस का मतलब ऐसे मरीज, जिनका अभी इलाज चल रहा है।
तेलंगाना के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष गिरफ्तार
- भाजपाईयों ने किया हंगामा, केंद्रीय मंत्री ने डीजीपी से की बात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
तेलंगाना। तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय को एसएससी परीक्षा पत्र लीक मामले में पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के बाद मामला गर्माता जा रहा है। जहां पुलिस उन्हें दूसरे थाने में भेजने का काम कर रही है। वहीं भाजपा के नेता व समर्थक उनकी गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के हैदराबाद प्रमुख रामचंदर राव से बात की और भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख बंदी की गिरफ्तारी के बारे में पूछा। वहीं बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने भी तेलंगाना के डीजीपी अंजनी कुमार से इस विषय पर बात की है। बता दें, तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय को यदाद्री भुवनगिरी जिले के बोम्मला रामाराम पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया है। पुलिस उन्हें दूसरे स्थान पर स्थानांतरित कर रही है।
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर
बुधवार सुबह उच्च न्यायालय की वकील और भाजपा प्रवक्ता रचना रेड्डी ने बताया कि भाजपा राज्य महासचिव बंगारू श्रुति ने राज्य भाजपा अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय की हिरासत को लेकर उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण (हैबियस कॉपर्स) याचिका दायर की है। वहीं उनके समर्थक लगातार पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।