विधायक विनय शंकर भाई सहित बसपा से निष्कासित
- पीएम मोदी के गोरखपुर आगमन से पहले की गई कार्रवाई
लखनऊ। पूर्वी उत्तर प्रदेश विशेषकर गोरखपुर की राजनीति के मजबूत स्तंभ माने जाने वाले पंडित हरिशंकर तिवारी के परिवार को बहुजन समाज पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले बड़ा झटका दिया है। पीएम मोदी के गोरखपुर आने से पहले बसपा ने पंडित हरिशंकर तिवारी के विधायक पुत्र विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी तथा भांजे पूर्व विधान परिषद अध्यक्ष गणेश शंकर पाण्डेय को पार्टी से बाहर कर दिया है।
बहुजन समाज पार्टी के गोरखपुर के मुख्य सेक्टर प्रभारी सुधीर कुमार भारती ने इनके खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई की है। चिल्लूपार के विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके भाई संत कबीर नगर पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी और विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय को निष्कासित कर दिया है।
बसपा के मुख्य सेक्टर प्रभारी गोरखपुर मंडल सुधीर भारती की तरफ से जारी निष्कासन पत्र में तीनों भाइयों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है। सुधीर भारती ने बताया कि विगत कुछ दिनों से यह लोग पार्टी के किसी कार्यक्रम में न तो रुचि ले रहे थे न ही सम्मिलित हुए।
बहुजन समाज पार्टी से निष्कासन के संबंध में पक्ष लेने के लिए विधायक विनय शंकर तिवारी सहित अन्य दोनों से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन किसी से भी बात नहीं हो सकी। चर्चा है कि विनय शंकर के साथ ही कुशल तिवारी और गणेश शंकर पाण्डेय 11 दिसंबर को समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। समाजवादी पार्टी विनय शंकर तिवारी को चल्लूपार विधानसभा चुनाव लड़ाने के साथ ही गणेश शंकर पाण्डेय को विधान परिषद चुनाव और भीष्म शंकर को 2024 में संत कबीर नगर से लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है।