पीछे हटने को किसान नहीं तैयार, फिर दिल्ली कूच करेंगे, चार को महापंचायत की तैयारी

किसान नेताओं की अपील- ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर पहुंचें किसान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटियाला (पंजाब)। शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने फिर दिल्ली कूच की तैयारी कर ली है। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने अपील की है कि किसान ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर बड़ी संख्या में शंभू बॉर्डर पर पहुंचना शुरू करें। जल्द ही दिल्ली कूच के लिए तारीख का एलान किया जाएगा। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी का निमंत्रण ठुकरा दिया है।
पंधेर ने बताया कि 6 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व शंभू बॉर्डर पर मनाया जाएगा। बॉर्डर के नजदीक पड़ते गांवों के लोगों के साथ-साथ किसानों को भी ज्यादा से ज्यादा गिनती में इस धार्मिक समागम में शिरकत करने की अपील की गई है। पंधेर ने बताया कि बैठक में दोनों मोर्चों के फैसले के मुताबिक सरकार से विधानसभा सत्र में मंडियों के निजीकरण की केंद्र की नीति को रद्द करने संबंधी प्रस्ताव लाने की मांग की गई है। सरकार किसानों की 12 मांगों के समर्थन में भी प्रस्ताव पास करे।

‘किसानों ने नहीं मनाया नए साल का जश्न’

पंधेर ने आगे कहा कि जहां पूरी दुनिया नए साल का जश्न मना रही है, वहीं किसान अपने परिवारों से दूर कड़ाके की ठंड में बॉर्डरों पर डटे हुए हैं। किसानों के लिए कोई नया साल नहीं है। जब उनके नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं और उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। केंद्र सरकार लगातार मांग के बावजूद मांगों को लेकर बातचीत करने की दिशा में कदम नहीं बढ़ा रही है।

खनौरी में तीन बैठकें बेनतीजा

खनौरी बॉर्डर पर किसानों व पुलिस प्रशासन के बीच बुधवार को तीन बैठकें हुईं, लेकिन कोई नतीजा निकल नहीं पाया। बैठक के बाद किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि बैठकें सकारात्मक माहौल में हुई हैं। आंदोलन के विभिन्न पहलुओं को लेकर विचार चर्चा की गई है। प्रशासन की तरफ से कुछ प्रस्ताव भी आए हैं, लेकिन ठोस प्रस्ताव मिलने पर ही किसान संगठन आगे कोई फैसला लेंगे। वहीं, किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि जब तक मांगों को लेकर लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन को जारी रखा जाएगा।

महापंचायत में शामिल हो सकते हैं दो लाख से अधिक किसान

4 जनवरी को खनौरी न्नौरी बार्डर पर होने वाली किसान महापंचायत की तैयारी के लिए अलग-अलग कमेटियां का गठन किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि महापंचायत में 2 लाख से अधिक किसानों के शामिल होने की उम्मीद है। इसमें डल्लेवाल किसानों के नाम अपना जरूरी संदेश देंगे। इसलिए सभी किसानों को खन्नौरी मोर्चे पर सुबह 10 बजे तक पहुंचना है।

पंजाब सरकार को फिर ‘सुप्रीम’ फटकार

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार को फटकार लगाई और कहा कि पंजाब सरकार के अधिकारी मीडिया में इस तरह का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को तुड़वाने की कोशिशें हो रही हैं। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि हमने डल्लेवाल का अनशन तुड़वाने का निर्देश नहीं दिया और हम सिर्फ उनके सेहत को लेकर चिंतित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने अब पंजाब सरकार को डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता मुहैया कराने और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की समय सीमा छह जनवरी तक बढ़ा दी है। डल्लेवाल बीती 26 नवंबर से आमरण अनशन कर रहे हैं और उनकी मांग है कि जब तक केंद्र सरकार किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं करेगी, तब तक वह अपना अनशन खत्म नहीं करेंगे। वहीं डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता मुहैया कराने का आदेश दिया था।

डल्लेवाल की हालत नाजुक बोलने में हो रही परेशानी

अनशन पर चल रहे जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों ने मीडिया बुलेटिन जारी करके बताया है कि उन्हें अब बोलने में भी परेशानी हो रही है। उनके शरीर में काफी कमजोरी आ गई है। बुधवार को उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी एवं धौरहरा से समाजवादी पार्टी के 2 सांसद आनंद भदौरिया एवं उत्कर्ष वर्मा अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ डल्लेल से मिलने पहुंचे और पार्टी की तरफ से समर्थन पत्र सौंपा। पंजाबी गायक बब्बू मान भी हालचाल जानने पहुंचे। जजपा के नेता दिग्विजय चौटाला अपना समर्थन देने के लिए खनौरी मोर्चे पर पहुंचे।

इस साल नीतीश चाचा की विदाई तय: तेजस्वी यादव

बोले- प्रगति यात्रा नहीं बल्कि विदाई यात्रा कर रहे हैं सीएम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नए साल की शुभकामना देते हुए उनपर तंज भी हमला भी किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि इस साल नीतीश चाचा की विदाई तय है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रगति यात्रा नहीं बल्कि विदाई यात्रा कर रहे हैं। पता नहीं नीतीश कुमार कहां घूम रहे हैं, किससे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब थक चुके हैं। खेत में लगातार 20 साल तक एक ही बीज डालने से फसल और जमीन दोनों खराब हो जाता है। नए ब्रांड का नया बीज डालने का समय आ गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नए साल में बिहार को आगे बढ़ाना है। बिहार से एनडीए की विदाई तय है।
विगत दस दिनों से राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद में शामिल होने की चर्चा चल रही थी। लेकिन आज यह चर्चा और काफी तेज तब हो गई जब नये साल के पहले ही दिन कांग्रेस की महिला विधायक प्रतिमा दास अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए सीएम हाउस पहुंच गईं। जब बाहर निकली तब उन्होंने कहा कि इस मुलाकात का कोई अलग मतलब न निकालें, नया साल सीएम नीतीश कुमार को नये साल की बधाई देने और उनसे आशीर्वाद लेने गई थी। उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राजभवन पहुंचे और महामहीम से मुलाकात की। फिर राज्यपाल राबड़ी देवी से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे तो इधर सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गये।

लालू यादव ने नीतीश के लिए फिर खोला दरवाजा

राजद सुप्रीमो लालू यादव के एक बयान से बिहार की राजनीति में बवाल मच गया है। लालू ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे खुले हैं और वह चाहें तो उनके साथ आ सकते हैं। वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने लालू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, आप क्या कह रहे हैं, छोडि़ए। जेडीयू नेता विजय चौधरी ने भी लालू के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारी पार्टी में कोई भ्रम नहीं है, पार्टी और मुख्यमंत्री का स्टैंड साफ है कि हम एनडीए में हैं और एनडीए में ही रहेंगे।

 

चंदन गुप्ता मर्डर में 28 दोषी करार, 2 आरोपी बरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। चंदन गुप्ता मर्डर में लखनऊ में स्पेशल एएनआई कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने 28 आरोपियों को दोषी ठहराया है जबकि 2 को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है।
26 जनवरी 2018 को कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद शहर में दंगा भडक़ गया था। इस मामले को 8 साल हो गए हैं। इसमें चंदन के पिता सुशील गुप्ता ने कासगंज के थाने में सलीम को मुख्य आरोपी बनाया था। उसके अलावा करीब 20 लोगों को नामजद किया गया था। चंदन गुप्ता उस समय बीकॉम का स्टूडेंट होने के साथ एक सामाजिक संस्था भी चलाता था। उसके पिता सुशील गुप्ता कासगंज में एक हॉस्पिटल में बतौर कंपाउंडर काम करते थे।
उनके तीन बच्चों में चंदन सबसे छोटा था। तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल में कासगंज का माहौल खराब हो गया था। इसके बाद शहर में उपद्रव और आगजनी हुई। इस सिलसिले में पुलिस ने कुल 49 लोगों को अरेस्ट किया था। चंदन गुप्ता के परिवार ने इस मामले पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था मामला
चंदन की मौत के बाद यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसमें कई तरह के हैशटैग भी ट्रेंड हुए थे। अधिकांश सोशल मीडिया यूजर्स ने कासगंज की घटना और यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था।

वार्षिक बैठक

लखनऊ। अपना दल एस कार्यालय में अपना दल की वार्षिक बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल सहित अपना दल एस के कई नेता मौजूद रहे।

आरिफ मोहम्मद खान व राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राज्यपाल के रूप में ली शपथ

केरल व बिहार में नए गवर्नर ने संभाला कामकाज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजेंद्र विश्वानाथ आर्लेकर ने बृहस्पतिवार को यहां राजभवन में आयोजित एक समारोह में केरल के 23वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति नितिन जामदार ने सुबह 10.30 बजे आर्लेकर को शपथ दिलाई।
आर्लेकर ने आरिफ मोहम्मद खान का स्थान लिया है जिन्हें बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, उनके कैबिनेट सहयोगियों, विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। वहीं आरिफ मोहम्मद खान ने गुरुवार को राजभवन में एक समारोह के दौरान बिहार के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के विनोद चंद्रन ने खान को पद की शपथ दिलाई। समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के अलावा राज्य के अन्य मंत्री और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। खान ने राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का स्थान लिया, जिन्हें केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। शपथ के बाद खान ने कहा कि मैंने अभी शपथ ली है। बिहार का गौरवशाली इतिहास है और बिहार के लोगों में बहुत क्षमता है – वे देश की पूरी व्यवस्था चला रहे हैं। वहीं, शपथ समारोह से पहले आरिफ मोहम्मद खान ने बांस घाट पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि ये वही लोग थे जिनके कारण देश को आजादी मिली। इसलिए इन्हें याद रखना जरूरी है। सोमवार को पटना पहुंचने के बाद खान ने हवाईअड्डे पर पत्रकारों से कहा था कि वह राज्य की गौरवशाली परंपरा के अनुरूप अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का प्रयास करेंगे।

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