फारूख अब्दुल्ला की मोदी को खरी-खरी, नरेंद्र मोदी ने देश में फैलाई नफरत

लोकसभा चुनाव को लेकर देश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है... तीसरे चरण के मतदान से पहले देश कि सियासत में भूचाल आ गया है... पीएम मोदी के बयानों को लेकर पूरे देश में जुबानी जंग शुरू हो गई है... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव को लेकर देश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है… तीसरे चरण के मतदान से पहले देश कि सियासत में भूचाल आ गया है… पीएम मोदी के बयानों को लेकर पूरे देश में जुबानी जंग शुरू हो गई है… विपक्ष के दिग्गज नेता पीएम मोदी के बयानों को लेकर हमलावर हैं… बावजूद इसके प्रधानमंत्री मोदी अपने बयानवाजी से बाज नहीं आ रहें हैं… और देश की जनता के बीच जबर घोलने का काम कर रहे हैं… बता दें दो चरणों में हुए कम मतदान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी बौखलाए हुए है… जिससे लगातार अनर्गल वयानबाजी कर रहें है… कभी कश्मीर के मुद्दे को लेकर विवादित टिप्पणी करके लोगों को तोड़ने और उनके बीच जहर घोलने का काम कर रहे हैं…. आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी ने अपने दस साल के कार्यकाल में कोई काम नहीं किया है… वहीं जनता को बताने के लिए उनके पास कोई एजेंडा नहीं बचा है… और लोकसभा चुनाव में अपनी करारी हार को देखते हुए अब हिंदू-मुसलमान समेत धर्म की राजनीति का कार्ड खेल रहे हैं….

आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने दो हजार चौदह में सत्ता में आने से पहले जनता से तमाम वादे किए थे… कि देश का कालाधन देश में वापस आएगा… सभी के खातों में पंद्रह लाख रूपये भेजे जाएंगे… किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी… किसानों को उनकी पैदावार का उचित मूल्य मिलेगा… युवाओं को हर साल दो करोड़ रोजगार मिलेगा… महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा… और देश में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म करने का काम करेंगे… समेत तमाम प्रकार के वादे नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले किया था… लेकिन सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी ने अपने किए हुए कोई भी वादे पूरे नहीं किए.. सिर्फ कुछ लोगों के कर्ज माफ किए गए… सरकारी बैंकों से मोटा कर्जा दिलाने का किया… और देश की जनता से किए गए सभी वादे साहब भूल गए… लेकिन अपने खास लोगों का फायदा करन के लिए उनका कर्जा माफ करने के लिए और बैंको से मोटा ऋण दिलाने के लिए आठ नवंबर दो हजार सोलह को रात में टीवी पर बिना किसी पूर्व सूचना के एत घोषणा किया कि आज रात बारह बजे के बाद से पांच सौ और एक हजार के नोट चलन में नहीं रहेंगे… अचानक हुई इस घोषणा से आम जनता परेशान हुई… नोट बदलने के लिए लाइन में लगे-लगे तामाम लोगों ने अपनी जांन गवां दी… तमाम शादियां कैंसिल हो गई… और आम जनता को तमाम प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा… देश का कालाधन को वापस नहीं आया लेकिन देश की आम जनता की जान जरूर चली गई… लेकिन सत्ता में काबिज हुक्मरान को कोई फर्क नहीं पड़ा…

वहीं नोटबंदी करके नरेंद्र मोदी को एक फायदा जरूर हुआ कि उनको देश की जनता के पास कितना धन है… पता चल गया… इसी तरह करके पांच साल गुजार दिए… फिर जब दो हजार उन्नीस का लोकसभा चुनाव आया तो फिर एक बार पीएम मोदी ने जनता को गुमराह किया… और कहा कि पिछले सत्तर साल की कमी को दूर करने के लिए मुझे पांच साल का और समय दीजिए जिसके बाद मैं देश की जनता का कायापलट कर दूंगा… और देश में महंगाई, बेरोजगारी सब खत्म हो जाएगा… देश अमेरिका की तरह हो जाएगा… और सभी ओर खुशहाली छाई रहेगी… फिर देश की जनता ने एक बार और मौका दिया… लेकिन इस कार्यकाल के दौरान भी जनता के हित के लिए किसी भी प्रकार का कोई काम नहीं किया…य सिर्फ विदेशों की यात्रा की और खूब जुमलेबाजी की… देश की सीमाएं सुरक्षित हैं कोई भी देश की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकता…. आदि आदि… लेकिन जनता के लिए फिर कोई काम नहीं हुआ… और जनता को जो बीजेपी से उम्मीद थी वो सब उम्मीद खत्म हो गई… जिसका परिणाम नरेद्र मोदी को दो चरणों के चुनाव में दिख गया… जिससे नरेंद्र मोदी बौखला गए और नीचता की सारी हदें पार कर दी है….

आपको बता दें कि कम वोटिंग को देखते हुए बुरी तरह से बौखलाए पीएम मोदी अपने पद की गरिमा भूल गए और चुनावी जनसभाओं में सीधे-सीधे मुसलमानों को टारगेट करना शुरू कर दिया… और यहां तक कह दिया कि आपके धन को अधिक संख्या वालों में बांट दिया जाएगा… जिसका असर भी जनता पर नहीं हुआ और दूसरे चरण के मतदान में भी मतदान प्रतिशत में कमी दिखी… जिसके बाद से बौखलाए मोदी के चेहरे की चमक गायब हो गई है… और अब पीएम मोदी को खुद की कुर्सी बचाने की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है… बता दें कि पीएम मोदी की इस लोकसभा में किसी भी प्रकार की कोई लहर नहीं है… जनता पीएम मोदी के सभी झूठ को समझ चुकी है… जिसका परिणाम चार जून को पीएम मोदी को मिल जाएगा…

आपको बता दें कि पीएम मोदी के मुसलमान वाले बयान पर नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख़ अब्दुल्ला ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए -कहा कि आखिर कब प्रधानमंत्री मोदी को पता चलेगा कि इन्होंने देश के लोगों में नफरत फैलाई है… वहीं लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख़ अब्दुल्ला भाजपा…. और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भड़क गए… औऱ उन्होंने कहा कि- क्यों असुरक्षित हैं…. कोई भी आपको पकड़ सकता है…. दाढ़ी काट रहे हैं… डंडे मार रहे हैं…. मैं खुद भी मुसलमान हूं…. कब इन्हें पता चलेगा कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं…. और उन्होंने सवाल किया कि आखिर कब इन्हें पता चलेगा कि इस देश के लोगों में नफरत इन्होंने भरी है…. जब आतंकवाद आसमान पर था…. तब हिंदुस्तान को बचाने के लिए यहां पर कौन था… साल उन्नीस सौ छियानबे में चुनाव किसने किया…. नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेली पार्टी थी…. जिसने कहा कि हम मर जाएंगे…. लेकिन इस रियासत को बचाने की कोशिश करेंगे….

वहीं फारुक अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे विधायक-मंत्री मारे गए थे…. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि पहले वे बताएं कि वे कुछ लोगों के प्रधानमंत्री हैं… या एक सौ चालीस करोड़ देशवासियों के प्रधानमंत्री हैं…. क्या हमने वोट नहीं दिया है…. लेकिन वे हमारे प्रधानमंत्री हैं…. जिसके बाद फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि इस देश में जो नफरत उन्होंने (मोदी) ने फैलाई है…. भारत तब तक तरक्की नहीं करेगा जब तक हम मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारा सबकी इज़्जत नहीं करेंगे… पाकिस्तान से आतंकवाद आ रहा है… उसे कैसे खत्म करेंगे…. यह मैं आपको अपने खून से लिखकर देता हूं कि जब तक पाकिस्तान से बातचीत नहीं होगी तब तक आतंकवाद खत्म नहीं होगा… लेकिन पीएम मोदी को देश की जनता से कुछ भी लेना देना नहीं है… उन्हें बस कुछ लोगों के लिए काम करना है…

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