जम्मू-कश्मीर के हालात चिंताजनक: फारूक

पूछा- क्यों नहीं कराए जा रहे चुनाव, गुलाम नबी और अल्ताफ बुखारी सरकारी दल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद फारूक अब्दुल्ला ने गुलाम नबी आजाद और अल्ताफ बुखारी पर निशाना साधा है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों नेताओं के दल सरकार के दल हैं। दरअसल,जम्मू में नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें गुलाम नबीं आजाद का दल प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी और अल्ताफ बुखारी का दल जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी का कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ।
दोनों पार्टियों का विपक्ष दल की बैठक में शामिल न होने को लेकर फारूक अब्दुल्ला से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दोनों दल सरकार के दल हैं। साथ ही फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जो हालात इस समय प्रदेश के हैं वो चिंताजनक हैं। उन्होंने आरोप लगाया गया कि जम्मू कश्मीर में संविधान को निलंबित कर दिया गया है। उपराज्यपाल, गृहमंत्री, पीएम मोदी बार-बार ये कहते हैं कि जम्मू कश्मीर रियासत सब सामान्य है तो फिर चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे। सांसद ने सवाल किया कि आखिर क्यों परिसीमन और मतदाता सूची बनने के बाद भी चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। गौरतलब है कि दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने पिछले साल कांग्रेस से अपना नाता तोडऩे के बाद जम्मू कश्मीर प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी का गठन किया था। वहीं, आजाद के उपराज्यपाल बनाए जाने की भी बात सामने आई, जिसे गुलाम नबीं ने खारिज कर दिया। वहीं, अल्ताफ बुखारी पीडीपी से जुड़े हुए थे। पीडीपी से अलग होने के बाद उन्होंने साल 2020 में जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी का गठन किया था। केंद्र सरकार ने जब अनुच्छेद 370 को हटाया तो वहां किसी भी तरह की हिंसा न होने पर वह मोदी सरकार की सराहना कर चुके हैं।

सरकार के खिलाफ करेंगे धरना-प्रदर्शन

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालातों पर चर्चा की गई और इसके बाद सभी ने मिलकर ये फैसला लिया है कि आगामी दस अक्टूबर को सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

अमृतकाल में सच बोलना सबसे बड़ा अपराध : महबूबा मुफ्ती

महबूबा मुफ्ती ने न्यूज पोर्टल के आवासों पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की छापेमारी की निंदा की। उन्होंने कहा कि विपक्षी बैठक में इस पर भी चर्चा हुई और सभी ने इस कार्रवाई की निंदा की है। महबूबा ने कहा कि बहुत कम मीडिया घराने बचे हैं यहां सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं और सरकार उन्हें भी दबाने का प्रयास कर रही है। भाजपा पर हमला करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि सरकार कहती है कि अमृतकाल चल रहा है। अमृत काल में सच बोलना सबसे बड़ा अपराध है। जो भी सरकार से सवाल करते हैं। बेरोजगारी और महंगाई की बात करते हैं, उन्हीं पर रेड की जा रही है। उन्होंने कहा कि उम्मीद एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया पर संज्ञान लें। उन्होंने कहा कि पहले को जम्मू कश्मीर में ही पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी, लेकिन अब पूरे देश में इस तरह की कार्रवाई हो रही हैं। बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार सुबह ऑनलाइन पोर्टल न्यूजक्लिक और उसके पत्रकारों के परिसरों पर छापेमारी की है।

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