फैटी लिवर के मरीज मीठा खा सकते हैं या नहीं? जानिए एक्सपर्ट की राय

फैटी लिवर इन दिनों वायरल जैसी ही समस्या बनती जा रही है. हर चौथा व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित नजर आ रहा है.

पीएम न्यूज नेटवर्कः इन दिनों नॅान- एल्कोहॉलिक फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पीछे मुख्य कारण है बदलती जीवनशैली, मोटापा डायबिटीज और प्री-डायबिटीज जैसी स्थितियां। पहले यह माना जाता था कि फैटी लिवर केवल शराब पीने वालों को होता है, लेकिन अब यह धारणा बहल चुकी है। अब एसे लोग भी इस बीमारी का शिकार हा रहे हैं जो कभी शराब का सेवन नहीं करते।

क्या होता है नॅान-एल्कोहॅालिकफैटी लिवर?

जब लिवर में वसा यानी फैट की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है और इसका कारण शराब नहीं होता, तो इसे नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर कहा जाता है यह स्थिति शुरूआत में गंभीर नहीं लगती, लेकिन समय रहते ध्यान न देने पर यह लिवर फेलियर में बदल सकती है।

फैटी लिवर इन दिनों वायरल जैसी ही समस्या बनती जा रही है. हर चौथा व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित नजर आ रहा है. हालांकि कुछ लोगों में यह ग्रेड वन पर है तो कुछ लोगों में यह गंभीर रूप ले चुका है. लिवर फैटी होने पर डॉक्टर जीवनशैली और खानपान में बदलाव की हिदायत देते हैं. हालांकि जिन लोगों में यह समस्या गंभीर नहीं है वह डॉक्टर की सलाह को पूरी तरह से नहीं मानते हैं, जिसके कारण स्थिति गंभीर हो जाती है. लिवर फैटी होने पर मीठे पदार्थों पर काफी हद तक रोक लगा दी जाती है. मीठे में वसा होती है जो लिवर के लिए नुकसानदायक होती है.

क्या कहते हैं डॉक्टर
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर में मीठा खाना मरीज के लिए खासा नुकसानदायक हो सकता है. इससे मरीज को लिवर को गंभीर नुकसान हो सकते हैं. इस बीमारी में मरीज को चीनी भी सीमित मात्रा में ही लेने की सलाह दी जाती है. फैटी लिवर वालों को प्रोसेस्ड फूड से भी परहेज करना चाहिए. इससे भी लिवर और ज्यादा फैट बढ़ने की आशंका रहती है. फैटी लिवर वाले मरीजों को डॉक्टर की सलाह से ही आहार का चयन करना चाहिए. जिससे बीमारी और ज्यादा न बढ़े.

क्या खाएं
फैटी लिवर के मरीजों को फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और दुबला प्रोटीन का सेवन करना चाहिए.अगर आप नॉन-वेज खाते हैं, तो आपके लिए सैल्मन, टूना और मैकेरल जैसी फैटी फिश बेहतर विकल्प हो सकती हैं. इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड अधिक होता है. जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है और लिवर फंक्शन में भी सुधार करता है.

Related Articles

Back to top button